Suvichar _ Emotional Kahani _ New Emotional Story _ Motivational Hindi Story Written Kahaniyan 2.o_transcript
मेरा नाम श्वेता है हम तीन बहनें और दो
भाई थे मैं सब भाई बहन में सबसे छोटी थी
मेरे सारे भाई बहनों की शादी हो चुकी थी
मेरी एक बहन की डिवोर्स हो चुकी थी
क्योंकि उसका पति उसे बहुत ज्यादा मारता
पीटता था इसलिए अब वह ससुराल से माइके में
ही रहने लगी थी अब सिर्फ शादी से मैं ही
बची हुई थी मेरे पेरेंट्स मेरे साथ-साथ
मेरी तलाकशुदा बहन का भी रिश्ता देख रहे
थे लेकिन तलाकशुदा होने की वजह से उसके
रिश्ते नहीं आ रहे थे मेरी तलाकशुदा बहन
मुझसे 1 साल बड़ी थी और उसकी शादीशुदा
जिंदगी पूरे एक साल ही चल सकी थी मेरी
उम्र 25 साल हो गई थी अभी तक मेरी शादी
नहीं हो रही थी अगर मेरा कोई भी रिश्ता
आता तो ना जाने ऐसा क्या होता कि लड़की
वाले खुद ही इंकार कर देते थे मेरा आस
पड़ोस से भी कोई रिश्ता नहीं आता था मैं
देखने में बहुत खूबसूरत थी लेकिन फिर भी
मुझे कोई पसंद नहीं करता था मेरे अंदर कोई
कमी नहीं थी बस मेरा रिश्ता नहीं लग पा
रहा था मेरे माता-पिता इस बात से बहुत
परेशान हो गए थे और तो और वह जल्द से जल्द
मेरी शादी भी करना चाहते थे जबकि मेरे
सारे बड़े भाई बहनों की शादी जल्दी-जल्दी
हो गई है और सभी की ससुराल अच्छे और अमीर
परिवार के हैं ना जाने मेरे ही साथ ऐसी
क्या दिक्कत थी कि कोई भी मुझसे अपने बेटे
का रिश्ता करने के लिए तैयार नहीं था एक
बार तो मेरी मम्मी के दोस्त अपने बेटे का
रिश्ता लेकर हमारे घर पर आई थी उन्होंने
मुझे शादी में देखा था तब भी देखते ही
मुझे पसंद कर लिया था मेरी मम्मी को
उम्मीद थी कि वह जरूर मुझे अपने घर की बहू
बनाएंगी पर जब वह हमारे घर आई और उन्होंने
मुझे देखा तो उन्होंने फौरन ही रिश्ता
पक्का कर दिया सारे मोहल्ले में यह बात
फैल चुकी थी कि आज मेरे रिश्ते वाले आए
हैं और मेरा रिश्ता फाइनली होने वाला है
दो दिन ही गुजरे थे कि मेरी मम्मी के
दोस्त का फोन आया और उन्होंने कहा कि हमें
माफ करना हम तुम्हारी बेटी को अपने घर की
बहू नहीं बना सकते यह कहकर उन्होंने
रिश्ता खत खत्म कर दिया मेरी फ्रेंड्स भी
मुझसे सवाल करती थी कि तुम्हारी शादी ना
होने की क्या वजह है यह सब कुछ तो मुझे भी
नहीं पता था मैं अपने भाई बहन और अपने
मम्मी पापा से इस बारे में सवाल करती तो
वह मुझे कुछ नहीं बताते थे क्योंकि अब
मुझे बुरा लगता था कि कोई मुझसे रिश्ता
नहीं करना चाहता है मेरी तरह ही मेरी उस
बहन का दुख भी था जो बेचारी शादी होने के
बाद भी दोबारा तलाक लेकर माइके आ गई थी
मेरा खूबसूरत होने का भी कोई फायदा नहीं
था जब जब कोई मुझे अपने घर की बहू ही नहीं
बनाना चाहता था तो फिर ऐसी भी खूबसूरती का
क्या काम मेरे माता-पिता ने मोहल्ला भी
बदलकर देख लिया था फिर भी मेरे साथ यही सब
कुछ लगा हुआ था मेरी उम्र निकलती चली जा
रही थी वह तो अच्छा था कि मैं खूबसूरत थी
इस वजह से ज्यादा मेरी उम्र के बारे में
पता नहीं चलता था मेरी मां भगवान से बहुत
प्रार्थना करती थी कि उनकी एक ही तो बेटी
रह गई है अब उसकी भी शादी हो जाए और वह
अपने ससुराल में सुखी रहे मैं अपने
माता-पिता को अपनी तरफ से बहुत परेशान
देखती थी पेरेंट्स को तो अपने बच्चों की
फिक्र होती ही है फिर एक दिन चमत्कार हो
गया और मेरे लिए एक अच्छा सा रिश्ता आ गया
उन लोगों ने मुझे देखते ही रिश्ता फाइनल
कर दिया और लगभग एक महीने के बाद मेरी
जल्दी-जल्दी में शादी हो गई क्योंकि मेरे
पेरेंट्स इस रिश्ते को हाथ से नहीं जाने
दे सकते थे मेरी शादी नाइयो के घर में हुई
थी अब मेरी तलाकशुदा वाली बहन ही शादी से
रह गई थी और मेरे घर वाले उसके लिए भी
अच्छा रिश्ता तलाश कर रहे थे पर अभी तक
उसके लिए कोई सही रिश्ता नहीं मिल सका था
मेरी बहन का नाम कनक था मेरे माता-पिता भी
ज्यादा अमीर लोग नहीं थे मेरे ससुराल में
मेरी सास जेठ और मेरे पति रहते थे बाकी घर
में कोई नहीं था घर बहुत अच्छा बना हुआ था
मेरे पति का नाम मुकेश था और मेरे जेठ का
नाम सुनील दरअसल मेरे जेठ ने शादी नहीं की
थी वो भी नाई थे और लोगों के बाल काटते थे
दोनों भाई एक ही दुकान पर लगे हुए थे मेरे
जेठ ने अपनी मां से कहा था कि पहले पले
मैं अपने छोटे भाई की शादी करना चाहता हूं
उसके बाद मैं अपनी शादी कर लूंगा शायद
किस्मत में मेरे पति की ही शादी पहले लिखी
हुई थी इसलिए पहले मेरे पति की शादी हो गई
मुकेश देखने में बहुत अच्छे थे और अब
उन्होंने मुझे शादी की रात देखा तो वह
मुझे देखते ही कंफ्यूज हो गए थे उन्हें
अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा था कि
उनको इतनी खूबसूरत पत्नी भी मिल सकती है
मेरे पति के हाथ पैर घबराहट की वजह से फूल
गए थे मुझे लगा कि इतना नर्वस होना तो
नॉर्मल सी बात है पर मेरा पति तो बेहोश ही
हो गया था सारे रिश्तेदारों को कमरे के
अंदर आना पड़ गया था अच्छा खासा मजाक बन
गया था क्योंकि सारे मेहमान ही बहुत हंस
रहे थे पर मेरा जेठ काफी परेशान था थोड़ी
देर के बाद मेरे पति की हालत तो ठीक हो गई
थी और वह ऐसे रिएक्ट कर रहे थे जैसे कोई
बात ही नहीं हुई थी फिर उसके बाद हम दोनों
पति-पत्नी ने प्यार भरी बातें की और फिर
हम लोग सो गए अगले दिन सारे मेहमान भी जा
चुके थे और मेरी शादीशुदा जिंदगी की
शुरुआत हो गई थी शादी के अगले दिन मेरे
पति के नंबर पर मेरी एक फ्रेंड की कॉल आ
गई उसने मुझे मुबारकबाद देने के लिए कॉल
की थी फिर अचानक बातों में मेरी फ्रेंड ने
कहा कि तुम्हारे पति और जेठ नाई है तुम
उन्हें हमारे घर पर भेज दो मेरे पापा और
दादाजी भी बाल कटवाना चाहते हैं मैंने
अपने पति से बात की तो उन्होंने कहा हम
लोग तो बिजी रहते हैं क्योंकि हम अपनी
दुकान पर काम करते हैं मैंने अपने पति के
जाने के बाद इस बारे में जेठ से बात की तो
उन्होंने तो एक अजीब बात कही कि मैं किसी
के घर नहीं जाता जिसको जो भी काम है वह
हमारी दुकान पर आ सकता है मैंने कहा भला
घर जाने में बुराई ही क्या है आपको घर
जाने में ज्यादा पैसे मिलेंगे काम तो एक
जैसा ही है दुकान हो या किसी का घर और फिर
मेरी फ्रेंड को जब पता चला कि आप लोग नाई
हो तब उसने बड़ी उम्मीद के साथ मुझे फोन
करके कहा कि तुम अपने पति और जेठ को भेज
दो अब आप दोनों ना सही पर दोनों में से
कोई एक तो चले जाओ मैं नहीं चाहती कि मेरी
फ्रेंड के सामने मेरी बात खराब खराब हो
मैंने कहा मेरी फ्रेंड काफी अमीर है उसके
घर चले जाओ वहां से आपको अच्छे खासे पैसे
मिल जाएंगे पर मेरे जेठ ने साफ इंकार कर
दिया मैं अपने जेठ की जिद देखकर हैरान रह
गई थी कि भला यह किस तरह की जिद थी मैंने
अपने फ्रेंड से माफी मांग ली और कहा कि
मेरे जेठ और पति दोनों ही बहुत ज्यादा
बिजी हैं इसलिए तुम्हारे घर पर नहीं आ
सकते बाद में मुझे पता चला कि मेरे जेट
किसी के भी घर जाकर काम नहीं करते जो भी
कस्टमर होता है वह उनकी दुकान पर ही आता
है सब लोग कहते हैं कि मेरे जेट पुराने ई
हैं इसलिए उनको मेरे पति से भी अच्छा काम
आता है मेरे पति ने यह वाला काम तो हाल ही
में शुरू किया था लेकिन इससे पहले वह
गारमेंट्स की दुकान पर कपड़े बेचते थे
मेरे पति की और जेठ जी की दुकान बहुत
अच्छी चलती थी उनके पास काफी सारे कस्टमर
आते थे इसलिए वह दोनों भाई मिलकर दुकान
संभाल रहे थे फिलहाल यह बात तो खत्म हो गई
थी पर इस घर में काफी ज्यादा सुनसान थी
मैं सारा दिन घर में अकेले रहकर बोर हो
जाती थी मेरी सास मुझसे ज्यादा बातचीत
नहीं करती थी वह बहुत ज्यादा संस्कारी औरत
थी और हमेशा अपने कमरे में रहकर पूजा पाठ
करती रहती थी मैं घर का सारा काम करती थी
अपनी सास का खाना और उनकी दवाइयां मैं
उनके कमरे में ही जाकर देती थी लेकिन मुझे
बहुत सुकून था कि मुझे यहां पर ज्यादा काम
नहीं करना पड़ता था ज्यादा बड़ी फैमिली
नहीं थी इसलिए मैं जल्दी-जल्दी काम करके
फ्री हो जाती थी एक सास ही तो थी वह भी
सारा दिन अपने कमरे में रहती थी और उन्हें
मेरे किसी भी काम से कोई मतलब नहीं होता
था वह मेरी लाइफ में इंटरफेयर नहीं करती
थी बाकी मुझे इन सब लोगों के काम करने पर
कोई तराज नहीं होता था एक दिन हमारे घर पर
पड़ोस की ही एक औरत घर आई थी उन्होंने
मुझे देखा तो वह बहुत खुश हुई थी वह मेरी
सांस से मिलने के लिए आई थी पर मेरी सास
सो रही थी इसलिए वह मेरे पास ही मुझसे बात
करने के लिए बैठ गई वह मुझे देखकर कहने
लगी बहू तुम इतनी खूबसूरत हो तुम्हें तो
बहुत अच्छा रिश्ता मिल सकता था तो फिर तुम
यहां क्यों आ गई तुम्हारे माता-पिता ने
कुछ सोच समझकर तुम्हारी शादी नहीं की क्या
खूबसूरत लड़कियों के रिश्ते तो बड़ी आसानी
से और अपने लोगों के यहां ही लग जाते हैं
मैंने कहा कि यह सब तो भगवान की मर्जी की
बात है उसने जिसके साथ जोड़ी बनाई होगी
शादी तो उसी के साथ ही होनी है ना थोड़ी
देर के बाद मेरी सांस जाग गई तो वह उनके
कमरे में ही बातें करने के लिए चली गई थी
उनका चाय नाश्ता मैं करा चुकी थी उस
पड़ोसन के जाने के बाद मेरी सास ने मुझसे
कहा कि ऐसे लोगों से बचक रहना यह इधर की
बात उधर करने में बहुत माहिर है मैंने भी
अपनी सास से कहा कि ठीक है रात को मेरा
पति घर आ चुका था उन्हें खाना दिया तो
उन्होंने मुझसे खाना खाते-खाते एक दो
बातें की उसके बाद कमरे में सोने के लिए
चले गए थे मेरे पति के साथ जब से वह बेहोश
होने वाला मैटर हुआ था वो मेरे करीब नहीं
आ रहे थे बस दूर-दूर से ही मुझसे बात करते
थे उन्हें डर था कि वह कहीं फिर से बेहोश
ना हो जाए मैंने उस दिन के बाद से इस
टॉपिक पर कोई बात नहीं की थी पर इस घर में
मेरे लिए टाइम गुजारना बहुत मुश्किल हो
रहा था मुझे नई-नई शादी वाली कोई फीलिंग
ही नहीं आ रही थी ना पति कोई प्यार
मोहब्बत कर रहा था ना सास मेरे साथ ज्यादा
बातचीत करती थी और ना ही मेरा पति मुझे
कहीं घर से बाहर घुमाने फिराने के लिए ले
गया था मेरे पति और जेठ सुबह को अपनी
दुकान पर जाते और शाम को 6:00 बजे तक घर
वापस आते थे मेरे पास करने को ज्यादा काम
नहीं होता था और कोई ऐसा काम नहीं था
जिससे मैं थोड़ा अपना ध्यान बटा पाती
भगवान ने मुझे सूरत और शक्ल तो बहुत अच्छी
दी थी लेकिन हुनर मेरे अंदर कोई भी नहीं
था ना मैं ज्यादा पढ़ी लिखी थी और ना ही
मुझे सिलाई कड़ाई जैसा कोई काम आता था जो
मैं घर बैठकर कर लेती एक दिन मैंने अपने
जेठ को देखा वह अपने काम से आते ही फोन
में बहुत बिजी थे जैसे कोई जरूरी चीज देख
रहे हो मैं अपने जेठ के पीछे जाकर बैठ गई
कि चलो मैं यहां धूप में बैठकर सब्जी काट
लेती हूं पर जैसे ही मेरे जेठ को महसूस
हुआ कि मैं उनके पीछे बैठ गई हूं और मेरी
नजर उनके के फोन पर पढ़ सकती है वह वहां
से उठकर फौरन ही चले गए और दूसरी तरफ
दीवार से टेक लगाकर बैठ गए मैंने अपने जेट
से बड़े प्यार से कहा भैया मुझे भी दिखाइए
जरा आप मोबाइल में क्या देख रहे हैं यहां
तो घर में देखने के लिए टीवी भी नहीं है
तो मेरे जेट कहने लगे कि इसमें तुम्हारे
देखने जैसा कुछ नहीं है मुझे अपने जेट पर
बहुत गुस्सा आया मेरे पति के पास भी तो
स्मार्टफोन नहीं था उन्होंने तो पुराने
जमाने का कीपैड ही अपने पास रखा हुआ था वह
कहते थे कि मुझ मु टाइम नहीं मिलता है
मोबाइल चलाने का मैंने उनसे कहा था लेकिन
मेरे पास घर में काफी टाइम होता है मैं
ज्यादातर फ्री ही रहती हूं मुझे
स्मार्टफोन दिला दो पहले तो उन्होंने मना
कर दिया लेकिन जब मैंने उनसे बहुत जिद्द
की तो कहा कि मैं अगले महीने ला दूंगा मैं
इस बात से बहुत खुश हो गई थी एक दिन मुझे
पता चला कि मेरी मोहल्ले की दोस्त की शादी
है और उसने मुझे मेरे घर आकर इनवाइट किया
था वह मेरे मोहल्ले की दोस्त थी लेकिन
मैंने अपने पति से कहा कि वह मेरी बहुत
पक्की सहेली है ताकि वह मुझे उसकी शादी
में जाने की परमिशन दे दे मेरे पति ने
मुझे शादी में जाने की परमिशन दे दी और
मैं खूब अच्छे से तैयार होकर उसकी शादी
में चली गई थी हम लड़कियों के लिए यही तो
एंजॉयमेंट होती है जबकि पति हमेशा यही
समझते हैं कि हम उनको दिखाने के लिए तैयार
होती हैं जबकि असल बात तो यह होती है कि
हम लड़कियां एक दूसरे को दिखाने के लिए
अच्छी तरह से तैयार होती हैं कि किस-किस
के पास ज्यादा अच्छे कपड़े हैं और कौन
ज्यादा खूबसूरत लगती है और मैं तो पहले से
ही बहुत खूबसूरत थी और शादी में भी वही
हुआ सब लोग मुझे देखकर बातें कर रहे थे कि
इसकी शादी हो गई और किससे हुई है और कौन
है इसका पति मेरे पति शादी में नहीं आए थे
क्योंकि उनके पास टाइम नहीं था कुछ औरतें
आपस में बातें कर रही थी कि कौन है इतना
हिम्मत वाला किसने इस बिगड़ी हुई लड़की से
शादी कर ली वह बेचारा कौन है उन औरतों की
बातें मुझे समझ नहीं आ रही थी और उनकी
बातों से मेरा दिल जल रहा था उनकी बातें
मुझसे बर्दाश्त नहीं हुई और मैं जल्दी ही
घर पर आ गई थी मैंने खाना भी नहीं खाया था
मेरे पति ने पूछा कि शादी में क्या-क्या
किया तो मैंने कहा कि बहुत मजा आया सब लोग
मेरी तारीफ कर रहे थे सब मुझे ही देख रहे
थे कि मैं आपकी पत्नी हूं और इतनी प्यारी
बस आपको ही नजर नहीं आती और आप मुझसे
दूर-दूर रहते हो मेरे पति ने कहा कि अब
दूर नहीं रहूंगा तुम सच में बहुत खूबसूरत
हो आज पहली बार मेरे पति ने मेरी तारीफ की
तो मुझे बहुत अच्छा लगा था अब मेरी जिंदगी
के दिन अच्छे गुजर रहे थे पर की नजदीकियां
बढ़ने लगी तो मैंने उन्हें बताया कि ना
जाने क्यों सब लोग मुझसे दूर-दूर भागते
हैं कुछ लोग तो मुझे देखते ही अपने आप
बातें करने लग जाते हैं जबकि मेरा तो कोई
सीक्रेट भी नहीं है कोई मेरा ऐसा मैटर
नहीं है जिसको मुझे किसी से छुपाना पड़ता
मेरे पति ने कहा कि अच्छा चलो छोड़ दो इन
बातों को और अच्छी बात है कि किसी ने
तुम्हें पसंद नहीं किया वरना मेरा क्या
होता अब मेरा पति मेरे साथ ठीक था तो सब
कुछ ठीक-ठाक ही चल रहा था पर मेरा जेट
बहुत ही अजीब इंसान था पता नहीं उसे किस
बात का घमंड था उनकी शक्लो सूरत भी बस
नॉर्मल सी ही थी रंग तो उनका बहुत काला था
और मेरे पति काफी गोरे चिट्टे थे उनकी
बहुत ही अजीब हरकतें थी और मेरी तो समझ
नहीं आता था कि वह शादी क्यों नहीं कर
लेते जबकि उनकी काफी उम्र हो गई थी वह तो
हाथ मुंह धोकर मेरे पीछे पड़ गए थे मेरी
हर बात पर नजर रखते थे ऐसा लगता था उनकी
आंखें मुझ पर ही टिकी रहती हैं जैसे वह
मेरी किसी बात को पकड़ने की तलाश में है
पर ऐसा क्यों था मैं तो ऐसा कोई काम नहीं
करती थी वह तो किसी जासूस की तरह मेरे
पीछे पड़े रहते थे जबकि शादी के शुरू के
दिनों में ऐसा कुछ भी नहीं था फिर अचानक
मेरे जेठ को ऐसा क्या हो गया था खुद तो
मेरा जेठ सारी रात मोबाइल पर लगा रहता था
कमरा बंद करके सोता था जबकि उनका क्या काम
था कि वह कमरा बंद करके सोए कभी-कभी दोनों
भाई आपस में साथ बैठे होते और मेरे बारे
में ही बातें कर रहे होते थे मैंने अपने
जेठ की जुबान से अपना नाम सुना था जबकि
उनको ऐसा क्या काम था जो वह मेरे पति से
मेरे बारे में बातें कर रहे थे क्या वह
मेरे पति को मेरे खिलाफ भड़का रहे थे
लेकिन इतना सब होने के बाद भी मेरा पति
मेरे साथ कोई ऐसी वैसी हरकत तो नहीं करता
था इसका मतलब कि हर बार मेरे जेठ का प्लान
नाकामयाब हो जाता था धीरे-धीरे मुझे अपने
जेट से नफरत होने लगी थी क्योंकि बड़ी
मुश्किल से तो मेरे पति के साथ मेरा
रिलेशन ठीक हुआ था और वह अब हमारी खुशियों
के पीछे पड़ गए थे आखिर वो ऐसा क्यों कर
रहे थे एक दिन तो बहुत ही अजीब हुआ था और
वह यह कि आधी रात को जब मेरी अचानक से आंख
खुली तो मेरे पति बिस्तर पर मौजूद नहीं थे
मुझे बहुत ज्यादा प्यास लग रही थी और मैं
पानी पीना चाहती थी लेकिन कमरे में पानी
नहीं था और मेरा पति भी कमरे में मौजूद
नहीं था मैंने बाथरूम में देखा तो बाथरूम
का दरवाजा भी खुला हुआ था मतलब कि मेरा
पति वहां पर भी मौजूद नहीं था मैंने बाहर
जाने के लिए दरवाजा खोलने की कोशिश की तो
मैं दंग रह गई थी कि दरवा दरवाजा नहीं खुल
रहा था बाहर से किसी ने दरवाजे को बंद कर
दिया था मैं हैरान रह गई थी कि यह क्या
किसी ने आधी रात को मुझे कमरे में बंद कर
दिया मैंने बुरी तरह से चिल्लाना शुरू कर
दिया और दरवाजे को भी दोनों हाथों से
पीटना शुरू कर दिया धक्के देना शुरू कर
दिया और जोर-जोर से चीखने लगी कि दरवाजा
खोलो दरवाजा खोलो थोड़ी देर के बाद मेरे
पति ने ही दरवाजा खोल दिया था मैंने देखा
कि मेरे पति और जेठ दोनों ही कमरे के बाहर
आगन में बैठे हुए थे और शायद मेरा पति उसी
के साथ बैठकर कोई बातचीत कर रहा था लेकिन
मुझे कमरे के अंदर बंद करने की क्या जरूरत
थी मैंने कहा कि यह सब कुछ क्या हो रहा है
बाहर से दरवाजा किसने बंद किया था मेरे
पति ने कहा कि वो मुझे आदत पड़ी हुई है
कमरे से बाहर निकलते ही दरवाजा बंद करने
की इसलिए मैंने गलती से कमरे के दरवाजे को
कुंडी लगा दी चलो मुझसे गलती हो गई मैंने
कहा आपने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद तो
कर दिया लेकिन आप इस टाइम पर बाहर क्या कर
रहे हो क्या बात है कोई परेशानी है क्या
तो उन्होंने कहा कि नहीं कोई परेशानी नहीं
है मैं भैया के साथ थोड़ी देर बैठ गया था
लेकिन दोनों की शक्ल से लग रहा था कि मेरे
पति मुझसे झूठ बोल रहे हैं और ऐसा लगता था
कि यह दोनों मेरे बारे में ही बातें कर
रहे थे तभी तो इन्होंने मुझे कमरे के अंदर
बंद करके बाहर से दरवाजे की कुंडी भी लगा
ली थी ताकि मैं उन दोनों की बातें ना सुन
लूं मेरे पति ने कहा कि तुम जाओ मैं आता
हूं मैंने कहा कि मुझे प्यास लगी है
उन्होंने कहा ठीक है मैं तुम्हारे लिए
पानी लेकर आता हूं वो जब पानी कमरे के
अंदर लेकर आए मैंने पानी पी लिया और कहा
कि यह आप क्या कर रहे हो मुझे बताते क्यों
नहीं हो आधी रात को आखिर ऐसी कौन सी बातें
हो रही थी तो वो कहने लगे कि तुम्हें पता
तो है ना कि हम दोनों मिलकर घर चलाते हैं
तो बस घर खर्च की ही बातें कर रहे थे ऊपर
से मां का भी ख्याल रखना होता है बस यही
सब बातें कर रहे थे और कुछ नहीं मैंने कहा
11:00 बजे तक तो आप मेरे साथ सो गए थे आधी
रात को उठकर आपको यह बात कैसे याद आ गई कि
आपको बातें करनी हैं यह बात भला सुबह भी
तो हो सकती थी ना और मुझे कमरे के अंदर
बंद क्यों किया आपने ऐसे कोई अपनी पत्नी
को कमरे के अंदर बंद नहीं करता आपने
जानबूझकर मुझे बंद किया मेरे पति की शक्ल
से लग रहा था कि वह मुझसे झूठ बोल रहे हैं
लेकिन उन्होंने बात बदल दी और कहा कि नहीं
मैंने तुम्हें जानबूझकर बंद नहीं किया और
नींद नहीं आ रही थी तो मैं उठकर बाहर चला
गया था देखा तो भैया भी जाग रहे थे बस हम
दोनों बातें करने बैठ गए यह तो कुछ गलत
नहीं हुआ तुम तो बात के पीछे ही पड़ जाती
हो चलो सो जाओ अब मैं हैरान थी कि एक तो
मेरे पति गलती कर रहे थे और ऊपर से गुस्सा
भी मुझ पर ही हो रहे थे फिलहाल मैं भी सो
गई थी लेकिन इसके बाद मुझे ठीक से नींद
नहीं आई थी सुबह तक मैं सोचती रही कि ये
लोग आपस में क्या बातें कर रहे थे अब मैं
नोटिस कर रही थी कि अक्सर मेरे पति और जेठ
आपस में कोई ना कोई बातचीत कर रहे होते थे
और मुझे लगता था कि बात मेरे बारे में ही
हो रही है एक बार मैं अपनी एक फ्रेंड से
बात कर रही थी वह मेरे घर आई थी जब मैंने
उसे पूरी बात बताई कि किस तरह से शादी से
पहले लोग मुझसे दूर भागते थे और कोई भी
मुझे अपने घर की बहू बनाने के लिए तैयार
नहीं था जबकि मेरे अंदर कोई कमी नहीं है
मेरी फ्रेंड ने कहा कि औरत के अंदर एक कमी
ऐसी होती है इसके बारे में उसे कभी कुछ
पता नहीं होता शायद उसे बाद में पता चलता
है तुम भी तो कहीं बांझ नहीं हो गई हो
सकता है तुम्हारे माता-पिता को इस बारे
में पता हो और उन्होंने तुम्हें इस बारे
में बताना ठीक नहीं समझा हो क्योंकि तुम
बच्चा पैदा नहीं कर सकती हो लोग औलाद के
लिए ही तो शादी करते हैं और हो सकता है कि
तुम्हारे अंदर यह कमी हो उसने मुझे किसी
की कहानी बताई थी कि एक 10 साल की उम्र की
लड़की थी और उसे बचपन में ही पता चल गया
था कि वह कभी मां नहीं बन सकती और फिर
उसकी शादी भी नहीं हो रही थी मेरे दिल में
भी यही डर था क्योंकि मेरी शादी को भी तो
आठ महीने हो गए थे थे और अभी तक मेरे पास
भी कोई बच्चा नहीं था लेकिन अचानक से मेरी
तबीयत खराब हुई मैं अपनी सास के साथ
डॉक्टर के पास चली गई थी जिसकी दुकान करीब
में ही थी उन्होंने मेरे कुछ टेस्ट करवाए
और बताया कि मैं प्रेग्नेंट हूं और मां
बनने वाली हूं यह बात सुनकर मेरी सास बहुत
खुश हो गई थी क्योंकि यह मेरी एक ऐसी
फिक्र थी जो कि अब खत्म हो गई थी इसका
मतलब यह था कि एक औरत की हैसियत से अब
मेरे अंदर कोई कमी नहीं थी फिर लोग क्यों
मुझसे दूर भागते थे यह बात मुझे आज तक समझ
नहीं आई थी डॉक्टर ने मेरा चेकअप किया और
उन्होंने बताया कि आपका दूसरा महीना चल
रहा है और आपका बच्चा बहुत कमजोर है इसलिए
आपको अपना बहुत ख्याल रखना होगा घर आते ही
सबसे पहले यह बात मैं अपने पति को बताना
चाहती थी लेकिन जब मैं और मेरी सास घर आए
तो मेरे जेठ घर में बैठे हुए थे और फिर से
अपने मोबाइल में बिजी थे मेरी सास रास्ते
में से ही मिठाई का डिब्बा लेकर आ गई थी
उन्होंने आते ही पहले मेरे जेठ को मिठाई
खिलाई उन्होंने कहा कि मां आखिर ये मिठाई
किस बात की खिला रही हो मेरी सास ने
खुशी-खुशी उन्हें यह गुड न्यूज़ सुनाई और
कहा कि अब तुम ताऊजी बनने वाले हो और इस
घर में तुम्हारा भतीजा या भतीजी आने वाला
है मैंने अपने जेठ की तरफ ताना मारते हुए
कहा कि बस मां जी इतनी खुशी मत मनाओ कहीं
ऐसा ना हो कि मेरी खुशी को किसी की नजर लग
जाए यह कहते हुए मैं कमरे में चली आई
क्योंकि मुझे वैसे भी अपने जेठ पर बहुत
गुस्सा आ रहा था पति को मैंने अपने जेठ से
कॉल करवा के बहाना करके घर बुला लिया था
कि घर में खाने को कुछ नहीं है खाने का
सामान लेकर आ जाओ जब वह सामान लेकर आए तो
मैंने उन्हें यह खबर सुनाई वह बहुत ज्यादा
खुश हुए थे और उन्होंने बाहर जाकर यह बात
अपने भैया को बता दी वह भी बहुत खुश हुए
थे और उनको आशीर्वाद देने लगे थे मैंने
अपने दिल में सोचा कि मेरे जेठ को मैं
अच्छी नहीं लगती तो मेरे बच्चे कैसे अच्छे
लगेंगे हमारे घर में खुशियां ही खुशियां
झूमने लगी थी मेरी सास ने मेरी नजर उतारी
और उन्होंने मेरे पति को बताया कि बहू को
कमजोर है इसलिए उसे अपना बहुत ख्याल रखना
होगा मेरे पति ने कहा कि घर के सारे काम
छोड़ दो अब तुम्हें आराम ही करना होगा
मेरी सास कहने लगी बहू जब तुम नहीं थी तब
भी मैं घर का सारा काम करती थी अब तुम
आराम करोगी और सारे काम मैं खुद ही कर
लिया करूंगी तुम बस खाना बना देना बाकी का
सारा काम मैं खुद कर लूंगी बस तुम आराम
करो इतने सालों बाद मेरे घर में बच्चों की
किलकारी गूंजने वाली है मैं अपने ससुराल
वालों की इतनी मोहब्बत देख कर बहुत ज्यादा
खुश हो गई थी लेकिन फिर अगली रात कुछ ऐसा
हुआ कि मुझे ऐसा महसूस हो रहा था जैसे
मैंने कोई सपना देख लिया हो जैसे मैं अपने
कमरे से बाहर निकल कर गई थी लेकिन सुबह
उठी तो यह सिर्फ सपना ही था अगले दिन जब
मैंने अपने जेठ को सुबह का नाश्ता बनाकर
दिया तो मेरे जेठ ने मुझसे कहा कि श्वेता
अब मैं परेशान हो गया हूं ऐसा मत किया करो
अब तो तुम मां भी बनने वाली हो अब तुम्हें
सारी बातें समझनी चाहिए मैंने कहा भैया यह
आप कैसी बात बात कर रहे हो उन्होंने मेरी
किसी बात का कोई जवाब नहीं दिया और वह
इतना कहकर वहां से उठकर चले गए थे मुझे
समझ नहीं आ रहा था कि वह आखिर किस बारे
में बातें कर रहे थे कि अब तो यह सब कुछ
मत करो मैं तंग आ गया हूं मैं ऐसा क्या कर
रही थी और उसका नुकसान मेरे जेठ को हो रहा
था जिससे वह तंग आ गए थे मैंने यह बात
अपने पति को बताई कि आखिर भैया का इस बात
से क्या मतलब है और वह मुझे ऐसी बातें
क्यों कह कर गए लेकिन मैं क्या करती मुझे
कुछ समझ नहीं आ रहा था फिलहाल मैंने इस
बात पर कोई एक्शन नहीं लिया और मेरे पति
ने भी कहा था कि मैं भैया से खुद बात कर
लूंगा एक दिन मैं अपने जेठ के कमरे की
सफाई कर रही थी तभी अचानक मुझे उनके कमरे
के फर्श पर एक पर्चा पड़ा हुआ मिला मैंने
उसे खोलकर देखा तो मैं हैरान रह गई थी इस
पर किसी का नंबर लिखा हुआ था मैंने उसे
संभालकर टेबल पर रख दिया था लेकिन फिर
मैंने दोबारा से वह पर्चा उठाया और खोलकर
देखा यह नंबर मुझे जाना पहचाना सा लग रहा
था और फाइनली मैं इस नंबर को पहचान भी गई
थी यह तो मेरी बहन का नंबर था कनक का जो
तलाक लेकर अपने पति से झगड़ा करके घर पर आ
गई थी लेकिन मेरी बहन का नंबर आखिर मेरे
जेट के पास क्या कर रहा था मैं परेशान हो
गई थी और सोचने लगी थी और मुझे बहुत
गुस्सा आ रहा था कि मेरी बहन का नंबर मेरे
जेट के पास क्यों है और इन दोनों का आपस
में क्या कांटेक्ट है मैंने फौरन ही अपने
पति के मोबाइल से अपनी बहन को कॉल की और
उससे कहा कि मेरे जेठ के कमरे से तुम्हारा
नंबर मिला है मैं समझ गई थी कि मेरी
तलाकशुदा बहन का अफेयर मेरे जेट के साथ चल
रहा है तभी तो उनके कमरे से मुझे मेरी बहन
का नंबर मिला इसलिए मैंने अपनी बहन को फोन
किया और मैंने जब अपनी बहन के नंबर पर फोन
किया तो मेरी मम्मी ने कॉल रिसीव की थी
मैंने मम्मी से कहा कि कनक का नंबर मेरे
जेट के कमरे से मिला है अब मैं इस बारे
में कनक से घर पर आकर ही बात करूंगी मेरी
मम्मी ने कहा तुम्हें घर आने की कोई जरूरत
नहीं तमाशा मत बनाओ मैंने कहा कि तो फिर
फर कनक को क्या काम है मेरे जेठ के साथ
क्या कनक मेरे जेठ से बातें करती है मम्मी
ने कहा खामोश हो जाओ और अपने काम से काम
रखो यह कहकर मम्मी ने कॉल कट कर दी अब मैं
समझ गई थी कि इन दोनों का कोई ना कोई तो
चक्कर चल रहा है मैं नहीं चाहती थी कि
मेरी बहन का कोई भी रिश्ता मेरे जेट के
साथ हो क्योंकि मुझे अपना जेट बिल्कुल भी
पसंद नहीं था इसलिए मैं अपनी बहन को अपने
जेट से बचाकर रखना चाहती थी मैंने अगले ही
दिन अपनी सास और पति को बिठाकर सारी बात
बताई मैंने अपने चेहरे पर कोई भी गुस्सा
नहीं लाया हुआ था बल्कि बहुत ही प्यार और
तसल्ली से बात की थी मैं नहीं चाहती थी कि
मेरी सास को अपने बेटे की बात सुनकर बुरा
लगे मौके पर ही मेरे जेठ भी आ गए थे तो
मैंने उनसे सवाल किया कि ये सब कुछ क्या
हो रहा है और उनको यह भी बता दिया कि क्या
इस बारे में मेरी मम्मी भी जानती है मेरे
जेठ ने कहा कि श्वेता दरअसल मैं तुम्हारी
तलाकशुदा बहन के साथ शादी करना चाहता हूं
और मैं उसे पसंद करने लगा हूं हां यह गलत
बात है कि मुझे इस बारे में तुम्हें पहले
ही बता देना चाहिए था मैंने उसे तुम्हारी
शादी में पसंद किया था जब मुझे पता चला कि
उसकी तलाक हो गई थी और उसका पति उसे बहुत
मारता था तुम्हारी बहन बहुत मासूम है मुझे
उसकी मासूमियत अच्छी लगी थी इसीलिए मैंने
फैसला किया कि मैं इससे शादी करूंगा और
इसे अपने घर में जगा दूंगा हम दोनों की
आपस में बातचीत होने लगी लेकिन फिर
तुम्हारी शादी के कुछ दिनों के बाद मुझे
कनक ने एक ऐसी बात बताई जिसे सुनकर मैं
हैरान रह गया था मैंने बड़ी हैरानी से
अपने जेठ की तरफ देखते हुए कहा कि कौन सी
बात है मेरी ऐसी कोई बात नहीं है जिससे
आपको हैरान होना पड़े मैंने अपने पति और
सास की तरफ देखकर कहा मेरी ऐसी कोई बात
नहीं है मैं उन लड़कियों में से नहीं हूं
जिनका कोई मैटर हो मेरा कोई बॉयफ्रेंड भी
नहीं था मेरे तो कभी किसी लड़के के साथ
फ्रेंडशिप भी नहीं हुई मैंने अपने जेठ की
तरफ रिक्वेस्ट करते हुए कहा कि बताइए कि
मेरी बहन ने आपको क्या बताया है जिसकी वजह
से आप हैरान हो गए हो और मुझे पता है कि
आप मेरी बहन के कहने की वजह से ही मुझ पर
अपनी नजर रखने लगे थे मेरी बहन ने आपको जो
भी बताया वह झूठ ही होगा क्योंकि मैं उससे
कहीं ज्यादा खूबसूरत हूं वह मुझसे पूरे एक
साल बड़ी है और मुझसे शादी से पहले बहुत
झगड़ द थी इसलिए उसने मुझसे बदला लेने के
लिए ही आपको मेरे खिलाफ भड़काया होगा मेरे
जेठ ने कहा कि उसने मुझे जो भी बताया है
वह सब कुछ सच है क्योंकि मैंने तुम्हारे
माता-पिता से भी बात की थी उन्होंने भी
कहा था कि यह बात सच है लेकिन उन्होंने
हमें शादी से पहले इसके बारे में कुछ नहीं
नहीं बताया था शादी के बाद ही मुझे
तुम्हारी बहन की वजह से सब कुछ पता चला और
इसी सब को लेकर हम दोनों भाई आपस में
बातें किया करते थे कि तुम्हारा बहुत
ज्यादा ख्याल रखना होगा मैंने कहा क्यों
मेरा क्यों ख्याल रखना होगा मैं ऐसा क्या
करती हूं क्या मैं घर से बाहर निकल जाती
हूं मैं तो यही समझ रही थी कि यह लोग मुझे
कैरेक्टर लेस कह रहे हैं फिर मेरे जेठ ने
कहा कि तुम्हारा ख्याल रखने से मतलब है कि
तुम्हें बंद करके रखना होगा फिर उन्होंने
मुझे असल बात बताई तो मैं सुनकर हैरान रह
गई थी क्योंकि यह राज जानने के बाद मेरी
जिंदगी की सारी उलझनें मुझसे दूर चली गई
थी क्योंकि यह राज जानने के बाद मुझे मेरे
सारे सवालों का जवाब मिल गया था दरअसल
मुझे नींद में चलने की बीमारी थी और नींद
में चलकर ही मैं हमेशा किसी दूसरे इंसान
के कमरे में जाकर सो जाती थी या फिर घर से
बाहर निकल जाती थी यह बात मेरे सारे
रिश्तेदार और मोहल्ले वाले जानते थे मुझे
इस बारे में कभी कुछ नहीं पता था क्योंकि
मेरे माता-पिता नहीं चाहते थे कि अपनी इस
बीमारी को सुनकर मैं अपना दिल छोटा करूं
और अपनी इस बीमारी की वजह से मैं कहीं
डिप्रेशन का शिकार ना हो जाऊं इसीलिए
उन्होंने मुझे यह बात नहीं बताई थी फिर जब
शादी के बाद मेरी बहन और मेरे जेठ की आपस
में फोन पर बातें होने लगी तो उसने बातों
ही बातों में मेरे जेठ को यह बात बता दी
थी मेरे जेठ को मेरी बहन पसंद आ गई थी
उन्होंने मेरी शादी में ही उसको पसंद कर
लिया था और मेरी बहन भी मेरे जेट के साथ
शादी करने के लिए तैयार थी मेरे जेट ने इस
बारे में मेरे माता माता-पिता से बात कर
ली थी और कहा था कि वह उनकी तलाकशुदा बेटी
से शादी करना चाहते हैं और जल्दी ही वह इस
बारे में अपने घर पर मुझे और अपनी मां को
भी बता देंगे मेरे माता-पिता को इस रिश्ते
से कोई तराज नहीं था क्योंकि मैं भी अपनी
ससुराल में अच्छी रह रही थी एक ना एक दिन
तो मेरे ससुराल वालों को यह बात पता चल
जानी ही थी मेरे माता-पिता ने यह बात मेरे
ससुराल वालों को शादी से पहले इसलिए नहीं
बताई थी कि जिन लोगों को यह बात पता होती
थी वह लोग मुझसे शादी नहीं करते थे बड़ी
मुश्किल से तो यहां पर मेरा रिश्ता लगा था
एक दिन मेरे जेठ को जब एहसास हुआ कि मैं
नींद में चलकर उनके कमरे में जाकर सो गई
तो वह बहुत ज्यादा हैरान रह गए थे और
उन्होंने यह बात मेरे पति से की थी और फिर
इस तरह से मेरे पति को भी पता चल गया था
और मुझे कभी इस बारे में पता नहीं चला
क्योंकि मेरी नींद बहुत पक्की थी मेरे पति
ने मेरे घर वालों से बात की तो उन्होंने
कहा कि यह बात सच है और उनकी बेटी को नींद
में चलने की बीमारी है लेकिन हमने आपको
इसलिए नहीं नहीं बताया था क्योंकि उनकी
बेटी का कहीं भी रिश्ता नहीं लग पा रहा था
जब मैं 16 साल की थी तो एक दिन मैं नींद
में अपने चाचा के बेटे के कमरे में जाकर
सो गई थी मेरी चाची तो वैसे भी बहुत बुरी
औरत थी उन्होंने इस बात का गलत मतलब
निकालकर सारे मोहल्ले में इस बात को आग की
तरह फैला दिया था और सब लोगों को यही
भरोसा दिलाया था कि मैं एक गलत लड़की हूं
और जबरदस्ती लड़कों के कमरों में जाकर सो
जाती हूं और उनको लगता था कि मैं एक्टिंग
करती हूं मुझे कोई बीमारी नहीं है मैं
कैरेक्टर लेस लड़की हूं और जानबूझकर मैं
किसी के भी साथ सो जाती हूं यह बात मेरे
घर वालों ने मुझसे छुपाए रखी थी फिर एक
दिन मेरे पति को पता चल गया इसलिए वह
दोनों भाई आपस में बातें करते रहते थे कि
मेरे साथ क्या किया जाए यहां ससुराल में
किसी को यह बात पता ना चले इसलिए वह दोनों
मेरा ख्याल रखना चाह रहे थे और अब मैं मां
बनने वाली थी तब से वह दोनों मेरा और भी
ज्यादा ख्याल रखने लगे थे तभी मेरे जेट ने
कहा था कि अब तुम ऐसी हरकतें मत किया करो
मैं तुमसे तंग आ गया हूं इस इसका मतलब यही
था कि मैं नींद में चलकर उनके कमरे में
चली जाती थी लेकिन मुझे बिल्कुल भी यह सब
कुछ याद नहीं था कि मैं कब और किस तरह से
अपने जेठ के कमरे में जाती हूं मेरे पति
ने मुझे वीडियो भी दिखाई कि तुम किस तरह
से चलकर जाती हो मैं वीडियो देखकर हैरान
रह गई थी और मैंने अपने पति सास और जेठ से
कहा कि मुझे यह बीमारी है इस बारे में तो
मुझे कुछ नहीं पता था लेकिन मैंने आप
लोगों को जितना भी तंग किया उसके लिए आप
मुझे माफ कर दो मेरी सास और जेठ ने कहा कि
इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं मैंने अपने
पति से कहा था कि क्या इस बीमारी की वजह
से कल को मुझे कोई नुकसान पहुंच जाए या
मैं लाचार हो जाऊं मुझे कोई और बीमारी हो
जाए तो क्या तुम मुझे अकेला छोड़ दोगे
मेरे पति ने कहा कि यह तुम्हारी गलतफहमी
है मैं तुम्हें बहुत प्यार करता हूं मैं
भला तुम्हें कैसे छोड़ सकता हूं मुझे तुम
पर पूरा भरोसा है इसलिए तो मैं तुम्हारा
ख्याल रखता हूं यह तुम्हारी अच्छे होने की
पहचान है कि तुमने इतने अच्छे तरीके से
मेरे घर की गृहस्ती को संभाल कर रखा है
ऐसा ना हो हो कि किसी दिन नींद में तुम घर
से बाहर निकल जाओ और तुम्हारे साथ कुछ गलत
हो जाए इसलिए मैं और भैया तुम्हारे लिए
परेशान रहते थे और तुम्हें पता है जब मुझे
पता चला कि तुम्हें यह प्रॉब्लम है तो
थोड़ी देर के लिए मैं भी परेशान हो गया था
लेकिन फिर भैया ने मुझे तसल्ली दी और
उन्होंने कहा कि श्वेता बीमार है वह अपनी
मर्जी से ऐसा कुछ नहीं करती उन्होंने मुझे
बहुत समझाया और उस दिन के बाद से ही मैंने
फैसला कर लिया था कि मैं तुम्हें यह बात
पता चलने नहीं दूंगा अगर तुम्हें यह बात
पता चली तो तुम्हें बहुत दुख पहुंचेगा
मैंने अपने जेठ से माफी मांगी और कहा कि
मुझे माफ कर दीजिए मैं आपके बारे में बहुत
बुरा सोचने लगी थी और मैं कनक से भी माफी
मांग लूंगी क्योंकि मैं सोचती थी कि कहीं
उसने आपको मेरे खिलाफ भड़का तो नहीं दिया
लेकिन आप लोगों ने तो मेरा घर बचाया है
मैंने अपने पति से कहा कि अब मैं नींद में
चलूं तो आप मुझे फौरन जगह देना ताकि मुझे
पता चल जाए और इसका कोई इलाज हो सके और
मैं भी इसका इलाज करवाना चाहती हूं इसलिए
अगले दिन ही मेरा पति मुझे डॉक्टर के पास
लेकर गया डॉक्टर ने कहा कि आपकी यह बीमारी
जल्दी ही ठीक हो जाएगी अक्सर ऐसा होता है
कि नींद में चलने वाले इंसान को अपना कोई
होशी नहीं रहता जबकि मेरी यह बीमारी तो
काफी सालों पुरानी थी पर भगवान की कृपा से
मेरी यह बीमारी बहुत जल्दी खत्म हो गई
क्योंकि मेरे ससुराल वालों ने मेरा बहुत
ख्याल रखा था मेरी सास बहुत अच्छी औरत थी
और मेरे जेट ने भी मेरा बहुत ख्याल रखा था
अब वक्त था तो सिर्फ मेरा बच्चा पैदा होने
का किसी तरह से ौ महीने पूरे हो गए थे और
मैंने एक नन्ही सी परी को जन्म दिया था
जिसे देखकर मेरे घर वाले बहुत खुश हुए थे
मेरी सास तो फूली नहीं समा रही थी क्योंकि
भगवान ने उन्हें कोई बेटी नहीं दी थी मेरे
पति ने कहा था कि इस दौरान मैंने हर रात
तुम्हारा बहुत ख्याल रखा है लेकिन भगवान
की कृपा से तुम एक रात भी नींद में नहीं
चली हो धीरे-धीरे तुम्हारी यह बीमारी
बिल्कुल खत्म हो गई अब एक-एक करके हमारी
जिंदगी में खुशियां आनी शुरू हो गई थी
मेरी तलाकशुदा बहन का भी घर बस गया था
मेरे जेट के साथ उनकी शादी बहुत धूमधाम से
कर दी गई थी अब हम दोनों बहनें अपने एक ही
परिवार में बहुत ज्यादा खुशी-खुशी रहते
हैं दोस्तों उम्मीद करती हूं आपको हमारी
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