Suvichar _ Emotional Kahani _ Hindi Story _ Motivational Hindi Story Written _ Moral Kahaniyan 2.o_transcript
मेरा नाम नीति है मेरा पति अपने पिता के
साथ हमेशा दोस्तों जैसा बिहेव करता था और
तो और मेरे ससुर देखने में बहुत ही जवान
थे मेरा पति अपने पिता से अपनी हर बात
शेयर करता था वह मेरी हर पिक्चर को मेरे
ससुर को साइंड किया करते थे मेरे ससुर
बड़े ही अजीब टाइप के आदमी थे व मेरे साथ
भी फ्रेंडली बिहेव करने की कोशिश करते थे
मैं अपने पति को जब अपने ससुर के बारे में
बताती तो वह मुझे डांट देते थे और कहते कि
मेरे पिता बहुत अच्छे इंसान हैं यह बात
मेरे पति के लिए सबसे गलतफहमी भरी बात थी
एक दिन मेरे ससुर ने मेरे साथ कुछ ऐसा
किया जिसके बारे में सुनकर आपके भी रोंगटे
खड़े हो जाएंगे क्योंकि एक दिन मेरे ससुर
ने मेरे साथ मैं मिडिल क्लास फैमिली से
बिलोंग करती थी और एक बहुत ही इज्जतदार
परिवार में रहने वाली लड़की थी मैं बहुत
संस्कारी थी कभी बेवजा घर से निकलने के
लिए मैंने घर से बाहर कदम तक नहीं निकाला
था मैं हमेशा अपने पेरेंट्स के के साथ ही
घर से बाहर निकलती थी मेरे पेरेंट्स ने
मेरी परवरिश बहुत अच्छे तरीके से की थी हम
तीन बहनें थे और दो भाई थे मैं अपने सारे
भाई-बहन में सबसे बड़ी थी और शादी का नंबर
भी पहले मेरा ही था मैं बहुत ज्यादा
खूबसूरत थी मैं कहीं भी जाती तो कोई भी
मुझे देखते ही पसंद कर लेता था क्योंकि
मैं बहुत सिंपल रहती थी मैंने कभी ज्यादा
मेकअप भी नहीं किया था बिना मेकअप के ही
मैं बहुत ज्यादा खूबसूरत लगती थी लोग कहते
थे कि कि जब तुम्हारी शादी होगी और तुम
फुल मेकअप करोगी तो तुम चार चांद लगा दोगी
मैं हमेशा ही सूट पहनती थी मेरे घर वालों
ने कभी हम लड़कियों को ज्यादा फ्रीडम नहीं
दी थी और ना ही हमने कभी फैशनेबल ड्रेसेस
पहनी थी हम हमेशा सिंपल सूट ही पहनते थे
अगर हम कहीं जाते भी थे तो हमेशा अपने
पेरेंट्स के साथ ही जाते थे कहने को तो
मेरे पेरेंट्स ने मेरी सारी ख्वाहिशों को
पूरा किया था हमारी सारी चीज हमें कहने से
पहले ही घर में मौजूद हो जाती थी मैं अपनी
इस छोटी सी और सिंपल सी लाइफ में बहुत
ज्यादा खुश थी मैंने कभी किसी लड़के से
मोहब्बत नहीं की थी क्योंकि मैं इस टाइप
की नहीं थी बस हमेशा अपने काम से काम रखती
थी अब मेरी उम्र 27 साल हो गई थी और मेरे
पेरेंट्स ने फैसला किया था कि अब वह जल्द
से जल्द मेरी शादी कर देंगे मेरे पेरेंट्स
मेरे लिए एक ऐसा रिश्ता देख रहे थे जो लोग
हमारी तरह ही सिंपल हो और साथ-साथ हमारी
फैमिली स्टैंडर्ड के हो मेरे पेरेंट्स का
कहना था कि उनकी बेटी के लिए लड़का पढा
लिखा होना चाहिए और साथ-साथ देखने में भी
स्मार्ट होना चाहिए क्योंकि मेरे पेरेंट्स
नहीं चाहते थे कि मेरी शादी किसी ऐसे
लड़के के साथ हो जाए जो देखने में ना तो
अच्छा हो और ना ही पढ़ा लिखा हो क्योंकि
मेरे बहुत ज्यादा रिश्ते थे मैं पढ़ रही
थी इसलिए उन दिनों में शादी नहीं की थी
अगर मेरी शादी किसी ऐसे वैसे लड़के के साथ
हो जाए तो लोगों को बातें करने का बहाना
मिल जाता कि बेटी के जब अच्छे रिश्ते आए
तो शादी नहीं की और अब किसी ऐरे गैरे
लड़के के हाथ में अपनी बेटी का हाथ दे
दिया
मेरे लिए एक ऐसा रिश्ता ही आ गया था लड़का
बहुत पढ़ा लिखा था हाई क्वालिफाइड था उसका
अपना बिजनेस था यहां तक कि उसके काफी सारे
बंगले थे और उसकी फैमिली में भी सिर्फ
उसके पिता के अलावा कोई नहीं था यह रिश्ता
मेरे ही फादर के जानने वाले ने बताया था
और मेरे पापा को यह रिश्ता बहुत पसंद आया
था क्योंकि इस लड़के की फैमिली में भी
ज्यादा लोग नहीं थे और यह रिश्ता इतना
अच्छा था कि इंकार करने की कोई वजह ही
नहीं थी मेरी फैमिली को यह लड़का बहुत
पसंद आया था और लड़की को भी जब मेरी फोटो
दिखाई गई थी तो उसे भी मैं देखते ही पसंद
आ गई थी मेरा रिश्ता पक्का हो गया और
चार-पांच महीने बाद मेरी शादी हो गई थी
मेरे ससुराल में कोई औरत नहीं थी सुना था
कि मेरा पति अपने पिता के साथ बहुत
फ्रेंडली बिहेव करता है और दोनों ही आपस
में इस तरह से रहते हैं जैसे बेस्ट
फ्रेंड्स हो दोनों आपस में एक दूसरे के
साथ अपनी हर बात शेयर किया करते थे मेरी
सास काफी सालों पहले ही मर चुकी थी जबकि
मेरे ससुर देखने में बहुत स्मार्ट थे
उन्हें देखकर लगता ही नहीं था कि मेरा पति
उनका ही बेटा है ऐसा लगता था जैसे वह मेरे
पति के बड़े भैया हैं मेरे पति का नाम
कपिल था मुझे अपना पति बहुत ज्यादा पसंद
आया था क्योंकि अपने पिता की तरह वह भी
स्मार्ट थे मेरे ससुर ने तो अपने आप को
टिप टॉप बनाकर रखा हुआ था वह अपने ऊपर
बहुत ध्यान दिया करते थे उन्होंने अपने
बेटे की वजह से दूसरी शादी नहीं की थी
उनका मानना था कि उनकी दूसरी पत्नी कभी भी
उनके बेटे को सगी मान जितना प्यार नहीं दे
सकती इसलिए उन्होंने अपनी सारी जिंदगी
अपने बेटे के नाम कर दी मेरे पति का
बिहेवियर बहुत अच्छा था उन्होंने अपनी
पढ़ाई अमेरिका से कंप्लीट की थी वह
अमेरिका में ही रहते थे और अपनी पढ़ाई
कंप्लीट होने के बाद उन्होंने यहां मुंबई
में अपना बिजनेस सेट कर लिया था जब मैं
शादी करके अपनी ससुराल आई तो मैंने देखा
कि मेरे पति और ससुर बहुत ही मजाकिया
बिहेवियर के थे और सबसे ज्यादा मजाक और
प्यार वह अपने बेटे से ही कर रहे थे मेरे
ससुर काम के सिलसिले में गोवा जाते रहते
थे सुना था कि गोवा में उनका एक बंगला है
और वह ज्यादातर उसी वाले बंगले में रहना
बहुत पसंद करते हैं क्योंकि वो उनका
फेवरेट बंगला था इधर मेरे पति अपने मुंबई
वाले घर में रहते थे जब मेरे ससुर का मन
करता तो वो यहां आकर रहने लगते थे और जब
मन करता तो गोवा वाले बंगले में रहने के
लिए चले जाते थे मेरी शादी दोनों ही तरफ
से बहुत धूमधाम से हुई थी मेरे ससुराल
वालों ने भी किसी तरह की कोई कमी नहीं
छोड़ी थी और इधर मेरे पेरेंट्स ने भी मेरी
शादी बहुत अच्छे तरीके से की थी मेरे पति
मुझसे बहुत खुश थे और उनका कहना था कि
मुझे नहीं पता था कि मेरी जिंदगी में इतनी
सिंपल और संस्कारी लड़की भी आ सकती है
उनको तो यकीनी नहीं हो रहा था कि आज के
जमाने में भी इतनी संस्कारी और सिंपल
लड़कियां अभी तक मौजूद हैं क्योंकि मॉडर्न
जमाना है और हर लड़की इस जमाने में अपने
आप को मॉडल बनाकर रखती है लेकिन मेरे पति
का कहना था कि तुम जितनी सिंपल हो उतनी ही
ही ज्यादा खूबसूरत हो तुम्हारी सिंपलीसिटी
ही तुम्हारी खूबसूरती की पहचान है मेरे
ससुर इन दिनों हमारी शादी करने के लिए
हमारे ही घर पर आए हुए थे मेरी शादी को 4
दिन हो चुके थे 4 दिन बाद मेरे ससुर ने
मेरे पति के हाथ पर हनीमून पर जाने के लिए
यूरोप के टिकट्स रख दिए मेरे पति मेरे
ससुर के सरप्राइज से बहुत ज्यादा खुश हुए
थे और हम लोग हनीमून पर चले गए वहां हम
लोग गए तो मैंने काफी मॉडर्न टाइप के
कपड़े पहने हुए थे मेरे पति का कहना था कि
अब हम अपनी कंट्री में तो नहीं है यह
हमारा देश नहीं है यहां के सारे ही लोग
इसी टाइप के कपड़े पहनते हैं इसलिए मेरे
पति ने यहां आने से पहले मुझे मॉडर्न
कपड़ों की ही शॉपिंग कराई थी मुझे ऐसे
कपड़े पहनने से कोई ऐतराज नहीं था क्योंकि
अब मेरी शादी हो गई थी और मेरा पति ही
मुझसे ऐसे कपड़े पहनने के लिए कह रहा था
बस मुझे ऐसे कपड़े पहनने में थोड़ी शर्म आ
रही थी क्योंकि मैंने आज से पहले कभी ऐसे
कपड़े नहीं पहने थे मेरे पति का कहना था
कि उनको उनके डैड ने बताया है कि कहीं बहू
यूरोप जाने के बाद भी अपना सलवार कमीज ना
पहने उसको समझा देना कि यूरोप में सारे ही
लोग मॉडर्न टाइप के कपड़े पहनते हैं इसलिए
तुम उसको इसी तरह की शॉपिंग करवा देना
उन्हीं के कहने पर मेरे पति ने मुझे इस
तरह के कपड़े खरीद कर दिए थे एक दिन बातों
ही बातों में मेरे पति ने मुझे बताया था
कि उनके डैड की काफी खूबसूरत और जवान
लड़कियों के साथ फ्रेंडशिप है मैं तो यह
जानकर हैरान रह गई थी कि इतनी उम्र होने
के बावजूद
भी मेरे ससुर की इतनी ढेर सारी लड़कियों
से फ्रेंडशिप थी मैंने अपने ससुर का सोशल
मीडिया अकाउंट भी चेक किया था उनके काफी
सारे फॉलोअर्स थे जिनमें सबसे ज्यादा
लड़कियां मौजूद थी हालांकि कोई भी लड़की
30 साल से ऊपर की नहीं थी हालांकि हर जवान
और खूबसूरत लड़की उनकी फ्रेंड लिस्ट में
ऐड थी मेरे ससुर के सोशल मीडिया अकाउंट पर
उनके इतने अच्छे-अच्छे फोटोस अपलोड थे कि
उन्हें देखकर कोई भी नहीं कह सकता था कि
इस आदमी का एक जवान बेटा भी है मुझे यह
जानकर बड़ी हैरानी हुई थी कि मेरे ससुर को
औरतों में इतना इंटरेस्ट है और इतनी उम्र
आ जाने के बाद भी उनकी हरकतें और उनका दिल
किसी 20-25 साल के जवान लड़के की तरह था
लेकिन अगर ऐसा ही था तो उन्होंने शादी
क्यों नहीं की मेरे पति का यही कहना था कि
उनके डैड अपने बेटे की परवरिश खराब नहीं
करना चाहते थे इसलिए उन्होंने शादी नहीं
की और भरपूर तरीके से अपने बेटे का ख्याल
रखा और यही वजह है कि मेरे पति अपने डैड
से बहुत ज्यादा प्यार करते हैं मेरे ससुर
ने अपने बेटे को दुनिया भर की खुशी दी थी
जैसा मेरे पति उनसे कहते थे वह वैसा ही
किया करते थे लेकिन हनीमून पर रहने के
दौरान मैंने एक बात नोटिस की थी कि मेरे
पति मेरे जितने भी फोटोस क्लिक कर रहे थे
वह सारे ही मेरे ससुर को सैंड कर रहे थे
मुझे यह बात बहुत अजीब लग रही थी यूरोप
में मैंने मॉडर्न टाइप के कपड़े पहने हुए
थे जिसमें कहीं कहीं से मेरा शरीर भी नजर
आ रहा था यह जगह अलग थी यहां पर सभी लोग
इसी तरह के कपड़े पहन ते थे और किसी को
किसी से कोई मतलब नहीं था पर मुझे अपने
पति की यह बात अच्छी नहीं लगी कि हम लोग
जितने भी फोटोस खींच रहे थे मेरे पति सारे
ही फोटो अपने पिता को सेंड कर रहे थे और
तो और बार-बार मेरे पति वीडियो कॉल करके
मेरे ससुर को मुझे दिखा रहे थे मेरे ससुर
बार-बार मेरे पति से कह रहे थे कि दिखाओ
बहू कैसी लग रही है बहू क्या कर रही है वह
जैसे भी थे पर थे तो मेरे ससुर ही और ससुर
तो पिता समान होता है मैं नहीं चाहती थी
कि मेरे ससुर मुझे ऐसी हालत में देखें अगर
यहां यूरोप में मेरे ससुर हमारे साथ किसी
वजह से आ भी जाते तो शायद मैं इस तरह के
कपड़े नहीं पहनती मैं तो इस तरह के कपड़े
इसीलिए पहन रही थी क्योंकि हम लोग हनीमून
पर आए हुए थे और यह मेरे पति की ख्वाहिश
थी कि मैं इस तरह के कपड़े पहनू और फिर
यहां का माहौल ऐसा था कि मुझे यहां के
रहने वाले लोगों से शर्म नहीं आ रही थी
शायद अपने ससुर से शर्म आने लगती पर मेरा
पति तो हर मोमेंट की फोटो और वीडियो क्लिक
करने के बाद मेरे ससुर को सेंड कर रहा था
हालांकि इस बात पर मेरा अपने पति के साथ
मूड भी खराब हो गया था लेकिन मेरे पति
मुझे मना लिया करते थे उनका कहना था कि अब
डैड मुझसे फोटोज और वीडियोस मांग रहे हैं
तो मैं उन्हें मना नहीं कर सकता मेरे
ससुराल का माहौल काफी फ्री था मेरे पति भी
इसी टाइप के थे उनका कहना था कि अब
तुम्हारी शादी हो गई है अब यह सती
सावित्री बनना छोड़ दो और अब यह शर्माने
के ड्रामे खत्म करो तुम अपने में थी तो
हमेशा घर में कैद रहती थी अब यह तुम्हारी
ससुराल है खुलकर जीना सीखो हमारा हनीमून
कंप्लीट हो गया था और हम लोग घर पर वापस आ
गए थे जब हम घर आए तो मैंने देखा कि मेरे
ससुर ने घर आते ही अपने बेटे को गले से
लगाया और वह मेरी तरफ भी गले लगने के लिए
बढ़ने ही वाले थे मैंने उनको रोक दिया और
मैं पीछे हट गई मेरे पति को मेरी यह हरकत
अच्छी नहीं लगी मेरे ससुर ने इस बात को
हंसकर टाल दिया था और वह पीछे हो गए थे
लेकिन मैं नोटिस कर रही थी कि मेरा पति
मुझे घूर रहा था मैं अपने ससुर से कोई बात
किए बिना ही अपने कमरे में चली गई थी
थोड़ी देर बाद मेरा पति कमरे में आया और
आते ही मुझसे कहने लगा मुझे तुम्हारी यह
हरकत अच्छी नहीं लगी नीती तुमने मेरे डैड
के साथ अच्छा बिहेवियर नहीं किया वह तुमसे
गले लगने के लिए आ रहे थे और तुम पीछे हट
गई मैंने कहा कपिल वह मेरे ससुर हैं भला
वह मुझसे गले क्यों मिल रहे थे मेरे पति
ने कहा कि बड़े लोगों में इसी तरह से मेल
मिलाप होता है तुम्हें क्या पता तुम तो घर
में ही रहने वाली लड़की हो ना कभी घर से
बाहर निकली हो तो तुम्हें कुछ पता हो
मैंने अपने पति से कहा कपिल मैं घर में
भले ही रहती थी मेरे पापा और मेरी मम्मी
भी काफी लोगों से मिलते थे लेकिन इस तरह
से गले लगाना और हमारे घर का कोई उसूल
नहीं था दूर से भी किसी से मेल मिलाप किया
जा सकता है मेरे पति को मेरी इन बातों पर
गुस्सा आ गया था वह वैसे तो मुझे बहुत
ज्यादा प्यार करने वाले थे लेकिन जहां बात
उनके फादर की आती थी तब वो उनके लिए बहुत
सीरियस हो जाते थे इसी तरह से दिन गुजर
रहे थे और मेरे ससुर की हरकतें मुझे बहुत
अजीब लगने लगी थी लेकिन मुझे कहीं ना कहीं
एहसास होता था कि मेरा पति ही सब की
शुरुआत कर चुका है वो बात ठीक है कि मेरा
पति अपने डैड से अपनी हर बात शेयर करता था
लेकिन हैरान तो मैं जब हुई थी जब मेरे पति
ने हम दोनों पति-पत्नी के बीच हुआ सब कुछ
भी अपने पिता से शेयर किया था मेरे पति के
लिए कोई बड़ी बात नहीं थी लेकिन मेरे लिए
यह बहुत बड़ी बात थी मैं तो कभी अपनी मां
से भी इस बारे में बातें नहीं कर सकती थी
क्योंकि पति-पत्नी के बीच हुई बातें किसी
से शेयर नहीं करनी चाहिए इधर मेरा पति
अपनी हर पर्सनल बात अपने पिता को बता चुका
था और इस बारे में भी मेरे पति मुझे खुद
ही बताया करते थे वो जब मुझे बताते कि
मैंने तुम्हारी यह बात डैड को बताई तो
उन्होंने ऐसा रिएक्शन दिया मैंने तुम्हारी
फोटो डैड को दिखाई तो उन्होंने ऐसे रिएक्ट
किया मैं इन बातों पर बहुत गुस्सा करती थी
और और चिल जाया करती थी क्योंकि मुझे ये
बातें बहुत गलत लगती थी अब तो मुझे
धीरे-धीरे अपने ससुर की हरकतें और भी
ज्यादा अजीब लगने लगी थी क्योंकि मैंने
सुना था कि मेरे ससुर पहले अपने गोवा वाले
बंगले में ही रहते थे लेकिन जिस दिन से
मेरी शादी हुई थी वो इसी घर में रहने लगे
थे अब तो वह यहां से जाने का नाम ही नहीं
ले रहे थे और हमेशा मेरे करीब आने की
कोशिश करते थे वो मजाक मजाक में मुझसे
बहुत गलत गलत बातें करते थे जिन्हें सुनने
के बाद मुझे शर्म आती थी थी जब मैं अपने
पति को अपने ससुर की हरकतों के बारे में
बताती तो वह कहते कि मेरे डैड हमेशा ही
मॉडर्न और बड़े लोगों से ही मिलते-जुलते
हैं इसीलिए उनकी आदत भी ऐसी ही हो गई है
वो तो तुम शुक्र मनाओ कि मेरे डैड ऐसे
ससुर नहीं हैं जो अपनी बहू पर रोक टोक
करते हो और बहू को सास की तरह ट्रीट करते
हो तुम्हें इतनी अच्छी ससुराल मिली है तभी
तो तुम्हें यह सब कुछ रास नहीं आता मेरे
ससुर की जो हरकतें थी मुझे सबकी वजह अपना
पति ही लगता था उन्होंने कभी मेरी बात पर
यकीन नहीं किया और हमेशा ही वह मुझे अपने
पिता के आगे गलत साबित कर दिया करते थे
मेरा पति बार-बार कहता था कि अमीर और हाई
स्टैंडर्ड के लोग इसी तरह के होते हैं मैं
तो मिडिल क्लास फैमिली से बिलोंग करती थी
हम लोग इतने भी गरीब नहीं थे हम लोगों का
भी अमीर लोगों के साथ मिलना जुलना था
क्योंकि हमारे सारे रिश्तेदार ही अमीर थे
मुझे लगता था मेरे पति को मेरी इज्जत की
कोई परवा नहीं है वह खुद ही मुझे अपने
पिता के सामने पेश करने की कोशिश करता था
क्योंकि अपने ससुर की गलत हरकतों की वजह
से मैं उनसे बात करना बंद कर देती थी तो
मेरा पति कहता कि कभी भी मेरे डैड को इस
घर में रहने से ऐसा नहीं लगना चाहिए कि
तुम उनसे बात नहीं कर रही हो अगर ऐसा हुआ
तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा मैं यहां
शादी करके आने के बाद एक बहुत बड़ी
मुश्किल में फंस चुकी थी इधर मुझे अपने
ससुर की हरकतें पसंद नहीं आती थी और उधर
मेरा पति मेरी किसी बात को नहीं समझता था
शुरू शुरू में मेरे पति का बिहेवियर मेरे
साथ बहुत अच्छा था लेकिन जहां उनके पिता
की बात आती थी तब वह मुझे खूब जलील किया
करते थे एक दिन तो हम लोग शादी में गए थे
और वहां तो मेरे ससुर ने हद ही कर दी मेरे
ससुर ने मुझे अपने दोस्तों से मिलवाया
मेरे ससुर के दोस्त भी सब उन की तरह ही
देखने में बिल्कुल जवान टाइप के ही थे
मुझे यह सब कुछ बिल्कुल पसंद नहीं आ रहा
था मेरे ससुर बार-बार अपने दोस्तों को
मुझे दिखा रहे थे मैं अपने पति से कह रही
थी कि देखो आपके डैड अपने दोस्तों को मेरे
बारे में बता रहे हैं इन्हें शर्म नहीं
आती अपनी बहू को अपने दोस्तों को दिखाते
हुए मेरे पति ने कहा कि क्या हो गया है
तुम्हें नीति प्लीज तुम पुराने जमाने के
ख्यालों से बाहर निकल आओ हम पहली बार शादी
में आए हैं कोई तुम्हें जानता नहीं है तभी
तो डैड सबसे तुम्हें इंट्रोड्यूस करवा रहे
हैं मैं अपने पति को कुछ भी बताती तो
उन्हें कोई फर्क ही नहीं पड़ता था मुझे अब
अंदर ही अंदर डर लगने लगा था क्योंकि मैं
जानती थी कि मेरे पति अपने डैड को जितना
अच्छा समझते हैं वह बिल्कुल भी ऐसे नहीं
है कब किसकी नियत बदल जाए हमें नहीं मालूम
एक दिन मेरे पति ने कहा कि वह दो दिन के
लिए काम के सिलसिले में शहर से बाहर जा
रहे हैं मैंने अपने पति से कहा कि मुझे भी
अपने साथ लेकर चलो मैं घर में अकेले रहकर
क्या करूंगी मेरे पति ने कहा मैं वहां
तुम्हें अपने साथ नहीं लेकर जा सकता
क्योंकि मुझे लोगों के साथ मीटिंग करनी है
इसीलिए मैं तुम्हें टाइम नहीं दे पाऊंगा
मैंने अपने पति से कहा तो फिर आप मुझे
मेरे मायकी में छोड़ दो काफी टाइम से मैं
अपने माइकी भी नहीं नहीं गई हूं जब आप आ
जाओगे तो मुझे बुला लेना लेकिन मेरे पति
नहीं माने और कहने लगे कि अब तुम्हारा
मायका और ससुराल सब यही है अब छोटी-छोटी
बातों पर मैं तुम्हें तुम्हारे मायके तो
नहीं छोड़ सकता और सिर्फ दो दिन की ही तो
बात है घर में डैड है तो तुम्हारा ख्याल
रखने के लिए मैंने अपने दिल में सोचा सबसे
ज्यादा डर तो मुझे आपके डैड से ही है
क्योंकि कभी-कभी बातों ही बातों में मेरे
ससुर मेरा हाथ पकड़ लिया करते थे तो कभी
कहते कि आओ हम दोनों सेल्फी क्लिक करते
हैं और सेल्फी क्लिक करने के बहाने वह
मुझे छू लिया करते थे मैं अपने ससुर से
बहुत ज्यादा तंग आ गई थी मैं चाहती थी कि
वह अपने गोवा वाले बंगले में रहने के लिए
वापस चले जाए लेकिन जब से मेरी शादी हुई
थी वो वाले बंगले में बिल्कुल भी नहीं जा
रहे थे मेरे पति को लगता था कि उनके पिता
मेरा ध्यान रखेंगे लेकिन मुझे अपने ससुर
से डर लगता था मुझे ऐसा लगता था जैसे मैं
इनकी बहू नहीं उनकी कोई गर्लफ्रेंड हूं
जिसका वह इस्तेमाल करना चाहते हैं पर मैं
यह बात साफ-साफ शब्दों में अपने पति से
नहीं कह सकती थी क्योंकि मैं अच्छी तरह से
जानती थी कि मेरा पति मुझसे नाराज हो
जाएगा अपने पिता के खिलाफ तो वह एक शब्द
भी नहीं सुन सकता कभी-कभी मुझे लगता था कि
मेरे ससुर बहुत ही फ्री माइंड के आदमी है
शायद मुझे उनका इस तरीके से बात करना गलत
लगता है इसलिए क्योंकि मेरे पेरेंट्स ने
मेरी परवरिश बहुत ही सिंपल तरीके से की है
कभी उन्होंने हमें गैर लोगों से मिलने
नहीं दिया और अब अचानक जब शादी हुई तो
ससुराल का इतना ज्यादा फ्री माहौल होने की
वजह से ही मुझे इतनी प्रॉब्लम हो रही है
अगर शुरू से ही मैं इतनी ज्यादा फ्री
माहौल में रही होती तो शायद मुझे सब की
आदत होती लेकिन एक दिन मेरा यह वहम भी
हकीकत बनकर मेरे ही सामने आ गया मैंने
हमेशा ही खुद को बहुत सेज सेज कर रखा था
मैं ज्यादा किसी के सामने नहीं आती थी
क्योंकि मैं शुरू से ही बहुत शर्मीली टाइप
की थी और नए लोगों के सामने मुझे बहुत
शर्म आती थी यही चीज मेरे ससुर और पति को
पसंद नहीं थी उनका कहना था कि अब तुम
हमारे घर में आ गई हो इसलिए तुम्हें
ज्यादा शर्माने की जरूरत नहीं है अब जैसा
जमाना है उसी के हिसाब से तुम्हें हमारे
साथ रहना होगा इस घर में कोई ऐसा इंसान भी
नहीं था जिसके साथ मैं अपनी हर बात शेयर
कर सकती शुरू से ही मेरी ख्वाहिश थी कि
मेरे ससुराल में कम मेंबर हो ताकि मुझे
ज्यादा दिक्कत का सामना ना करना पड़े
क्योंकि मैंने सुना था कि ससुराल में
जितने लोग होते हैं उतने ही हंगामे भी
क्रिएट होते हैं लेकिन आज मुझे रहकर एहसास
हो रहा था कि ससुराल के मेंबर इतने भी कम
नहीं होने चाहिए कि आप बिल्कुल अकेले ही
पड़ जाओ मुझे लगता था कि सब में सबसे
ज्यादा गलती मेरे पति की है उन्हें मेरी
बात को समझना चाहिए था तसल्ली से मेरी
बातों को सुनना चाहिए था और शायद उनकी यही
सबसे बड़ी गलती थी वह मेरी हर तरह के
फोटोज और वीडियोस को अपने पिता को सेंड
किया करते थे यहां तक कि मेरे पति को अपने
पिता के रिश्ते का भी लिहाज नहीं था कि वह
उनके पिता थे यहां तक कि मेरे पति
हमारे अकेले में हुई सारी पर्सनल बातें भी
अपने डैड से शेयर करते थे माना कि अमीर
लोगों का स्टैंडर्ड थोड़ा हाई होता है
उनके घर का माहौल थोड़ा फ्री होता है
लेकिन इतना भी ज्यादा फ्री नहीं होना
चाहिए कि बाप बेटे के रिश्ते में कोई अंतर
ही ना रहे और मैं शायद अपने पति की इन्हीं
हरकतों की वजह से अपनी इज्जत को गवा बैठी
थी मेरे पति दो दिन के लिए शहर से बाहर
चले गए थे मुझे बहुत डर लग रहा था अब मैं
अपने पति से ज्यादा जिद भी तो नहीं कर
सकती थी लेकिन जब वो जा रहे थे तो तब मेरा
दिल बहुत अजीब अजीब से अंदेशे दे रहा था
कि आज घर के अंदर कुछ बहुत गलत होने वाला
है इस वजह से मैंने अपने पति का हाथ पकड़ा
और उनसे कहने लगी प्लीज मुझे भी अपने साथ
लेकर चलो उन्होंने कहा नीति तुम बेवजह
इतना परेशान हो रही हो अगर कोई भी
प्रॉब्लम हो तो तुम मुझे कॉल कर देना मैं
खुद तो नहीं आ सकूंगा लेकिन मेरी एक
फ्रेंड थोड़ी दूरी पर रहती है वह तुम्हारा
अकेलापन दूर करने के लिए आ जाएगी मैंने
अपने पति से कहा कपल मुझे कुछ अजीब अजीब
सा महसूस हो रहा है ऐसा लगता है जैसे कुछ
गलत होने वाला है कपिल ने मुझे गले से
लगाया और वह कहने लगे कि तुम परेशान मत हो
बस कल तक की ही तो बात है मैं कल दोपहर तक
ही घर वापस आ जाऊंगा मेरा पति यह कहकर
जाने लगा था मेरे दिल की धड़कनें तेज हो
गई थी ऐसा लग रहा था जैसे बहुत बड़ी
प्रॉब्लम आने वाली है मेरा पति तो जा चुका
था लेकिन आज ना जाने क्यों मुझे कुछ कुछ
भी अच्छा नहीं लग रहा था मेरा घर में
बिल्कुल भी मन नहीं लग रहा था मैं अपने आप
को किसी काम में बिजी करना चाहती थी ताकि
मेरे दिमाग में जो भी अजीब ख्याल आ रहे थे
वह सब मेरे दिमाग से निकल जाए मैं किसी भी
काम में खुद को बिजी रखने की कोशिश करती
थी तो मेरे हाथ पैर कांपना शुरू हो जाते
थे दोपहर से रात तो इसी तरह से हो गई थी
मैंने खुद को अपने कमरे में ही बंद करके
रखा हुआ था मैं अपने कमरे से बाहर निकली
ही नहीं थी और अब लगभग 11:00 बज रहे थे
मुझे भूख लग रही ही थी मैंने सोचा कि मैं
नीचे जाकर खाना खा लेती हूं लेकिन जैसे ही
मैं नीचे गई यह देखकर मेरे पैरों तले से
जमीन निकल गई कि घर में कोई भी नौकर मौजूद
नहीं था मैंने चारों तरफ देखा मुझे कोई
नौकर या नौकरानी नजर नहीं आ रही थी फिर
मैंने सबको आवाज लगाई लेकिन घर में कोई भी
नहीं था यह सारे नौकर कहां चले गए थे मेरे
तो कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था इसका
मतलब यह था कि मैं इतने बड़े घर में अकेली
थी मैंने जल्दी से अपने घर की एक नौकरानी
को कॉल की उसने मेरी कॉल रिसीव नहीं की तो
मैंने दूसरी नौकरानी को कॉल की दूसरी
नौकरानी ने भी कॉल रिसीव नहीं की मुझे तो
कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि इन सारे
नौकरों को क्या हो गया कोई मेरा फोन क्यों
नहीं उठा रहा और मुझे बिना बताए ही सब लोग
घर से बाहर चले गए मैंने किचन में जाकर
देखा तो किचन में खाना भी नहीं था मुझे
बहुत तेज भूख लग रही थी क्योंकि मैंने
दोपहर का खाना भी नहीं खाया था सिर्फ सुबह
अपने पति के साथ ब्रेकफास्ट ही किया था
फ्रिज में देखा तो जूस रखा था मैंने वह
जूस ही पी लिया लेकिन मेरा दिल जोर-जोर से
धड़क रहा था कि सारे नौकर कहां चले गए घर
में मेरा पति भी मौजूद नहीं है और तो और
इस बड़े से घर में सारी रात अकेले मैं
कैसे गुजारंगे तो कुछ समझ नहीं आ रहा था
ऐसा आज से पहले कभी नहीं हुआ था जैसा आज
हो रहा था मैं यही सब सोचते हुए सीढ़ियां
चढ़ती हुई अपने कमरे की तरफ जा रही थी तभी
अचानक दरवाजे पर दस्तक होने लगी दरवाजे की
आवाज सुन सुन कर तो मेरा पूरा शरीर कांप
उठा था कि रात के इस टाइम पर घर में कौन आ
रहा था मुझे लगा शायद मेरे ससुर होंगे
लेकिन मुझे तो अपने ससुर से भी डर लगता था
पता नहीं वह घर में थे या फिर दरवाजे पर
थे मेरी तो कुछ भी समझ नहीं आ रहा था मैं
यही सब सोच रही थी कि अचानक दरवाजा
जोर-जोर से बजने लगा तो मैं कांपते हुए
शरीर के साथ दरवाजे के पास गई ऐसा लग रहा
था जैसे दरवाजे को कोई बजा नहीं रहा बल्कि
तोड़ने की कोशिश कर रहा है मुझे तो ऐसा
लगता था जैसे चौकीदार भी नहीं है मुझे इस
टाइम बहुत डर लग रहा था मैंने कांपती हुई
आवाज में पूछा कौन है मेरे पूछने की देर
थी कि दरवाजा बजना बंद हो गया मैंने एक
बार फिर से बुलंद आवाज में पूछा कि दरवाजे
के पीछे कौन है इस बार भी किसी का जवाब
नहीं आया था मैंने भी दरवाजा नहीं खोला और
वापस अंदर आ गई और तेजी से भागती हुई अपने
कमरे की तरफ चली गई कमरे के अंदर जाते ही
मैंने कमरे के दरवाजे को अंदर से बंद कर
लिया और कोने में बैठकर कांपने लगी मेरे
दिमाग में अजीब अजीब तरह के ख्याल आ रहे
थे एक पल को मेरा दिल किया कि मैं अपने
पति को कॉल करके कह दूं कि वह घर वापस आ
जाएं मुझे कुछ भी ठीक नहीं लग रहा है
लेकिन इससे पहले मैं इस कदम को उठाती तभी
अचानक मुझे अपने कमरे की गैलरी में किसी
के कूदने की आवाज आई और मुझे गैलरी के
अंदर किसी की परछाई दिखाई देने लगी यह
देखकर तो मेरे होश उड़ गए थे गैलरी का
दरवाजा खुला हुआ था और गैलरी से जो लोग
अंदर आए थे वो लगभग तीन लोग थे और अब वह
गैलरी के थ्रू सीधा मेरे कमरे में आ गए थे
उन लोगों को आते हुए देखकर मेरे पैरों तले
से जमीन निकल गई थी क्योंकि उनमें से दो
लोग तो ऐसे थे जिन्हें मैं जानती नहीं थी
लेकिन मुझे इतना पता था कि यह मेरे ससुर
के दोस्त हैं उनमें एक तो मेरे ससुर ही थे
जो अपने दोस्तों को लेकर गैलरी के रास्ते
से मेरे कमरे में आए थे मेरे पैरों तले से
जमीन निकल चुकी थी और मैंने चिल्लाना शुरू
कर दिया कि आप लोग यहां पर क्या कर रहे हो
इस तरह से घर में क्यों घुस आए हो लेकिन
मैं अपने होश खो बैठी थी मैंने अपने ससुर
को भी कहा कि डैड यह क्या तरीका है घर में
घुसने का और आप तो अच्छे तरीके से जानते
हो कि कपल इस टाइम घर में नहीं है मेरी
आवाज कांप रही थी मेरे ससुर हंसते हुए
कहने लगे हां मैं अच्छे तरीके से जानता
हूं बहू कपिल घर में नहीं है तभी तो अपने
दोस्तों को लेकर यहां आया हूं मेरे ससुर
कहने लगे कपिल के होते हुए तुमसे ज्यादा
बातचीत करने का मौका नहीं मिलता और मैंने
तुम्हें जब अपने दोस्तों को शादी में
दिखाया था तो उनको तुम बहुत पसंद आई थी यह
लोग भी तुमसे बातचीत करना चाहते हैं आज
कपिल काम से बाहर गया हुआ है इसीलिए मैंने
सोचा कि हम सबको तुमसे मुलाकात कर लेनी
चाहिए मेरे ससुर का लहजा बिल्कुल मिठास से
भरा हुआ था और बोलने का अंदाज इतना घटिया
था कि मेरी आत्माता कांप रही थी और मैं
डरते डरते अपने कदम पीछे कर रही थी और
मेरे हवास काम करना छोड़ चुके थे मैं पीछे
हटते चली जा रही थी और वह लोग मेरी तरफ
कदम बढ़ाते हुए ना जाने क्या-क्या बातें
कर रहे थे जो मेरी बिल्कुल भी समझ नहीं आ
रही थी जिस बात का मुझे डर था वो डर आज
मेरे सामने खड़ा हुआ था मुझे यही लगता था
कभी-कभी मेरे पति जो मेरी खूबसूरती के गुण
गाते थे और मेरी हर अच्छी बुरी बात अपने
डैड को सिर्फ इसीलिए बताते हैं क्योंकि वह
उनके डैड कम उनके फ्रेंड ज्यादा हैं मुझे
डर था कि एक ना एक दिन कुछ ऐसा वैसा ना हो
जाए जिसके बाद मैं किसी को मुंह दिखाने
लायक नहीं रहूंगी और आज इन लोग के आने का
तरीका और उनके बोलने का स्टाइल मुझे हकीकत
दिखा चुका था कि आज मेरे साथ क्या होने
वाला है लेकिन मैंने फैसला कर लिया था कि
मैं अपनी इज्जत का सौदा किसी भी हाल में
नहीं करूंगी मैं फौरन ही दरवाजे की तरफ
भागने लगी मैंने सोच लिया था कि मैं घर से
बाहर निकलकर लोगों को इस इंसान की हकीकत
के बारे में बता दूंगी कि यह आदमी मेरे
पति के पीछे मेरे साथ क्या करने की कोशिश
कर रहा है शायद वह लोग मेरे भागने पर मेरा
दिमाग पड़ चुके थे इस वजह से मेरे भागते
ही मेरे ससुर के एक दोस्त ने मुझे पकड़कर
अपने काबू में कर लिया मैं उस आदमी से खुद
को छुड़ाने की कोशिश करने लगी मेरे ससुर
ने भी कहा कि अरे अरे भाग क्यों रही हो
बहू अभी तो हम लोगों ने तुम्हारे साथ कुछ
किया भी नहीं यह कहकर वो सब लोग जोर-जोर
से हंसने लगे मैंने अपने ससुर को वास्ते
देना शुरू कर दिया कि प्लीज भगवान के लिए
मेरी इज्जत को ना रोन दो मैं आपके घर की
इज्जत हूं आपके बेटे की पत्नी हूं आपकी
बहू हूं और बहू तो बेटी समान होती है और
आप अपनी ही बेटी की इज्जत के साथ खेलना
चाहते हो प्लीज मुझे छोड़ दो लेकिन उन
लोगों का इरादा मुझे कुछ और ही बता रहा था
अचानक ही उनमें से एक ने मेरा बाजू अपनी
गिरफ्त में कर लिया था और मुझे जोरदार
धक्का देते हुए बैड पर गिरा दिया और एक
साथ ही वह तीनों मुझ पर हावी हो गए थे और
फिर वही हुआ जो शायद मेरे साथ नहीं होना
चाहिए था जिसके होने ने मेरी जिंदगी को
तबाह करके रख दिया था मेरे ससुर और उनके
दोनों दोस्तों ने मेरी जिंदगी को बर्बाद
कर दिया क्योंकि उन्होंने मेरे साथ मैं
बर्बाद हो चुकी थी मेरी इज्जत लुट चुकी थी
मैं खुद को हमेशा सींज सज कर रखने वाली
लड़की थी लेकिन आज मेरी इज्जत खराब हो
चुकी थी और यह सब इसलिए हुआ था क्योंकि
मेरे पति ने मेरी बात का भरोसा नहीं किया
था मैंने कई बार उनको बताने की कोशिश की
थी कि आपके डैड की हरकतें मेरी तरफ से कुछ
अच्छी नहीं है लेकिन हर बार मेरे पति ने
मेरी बात को समझा ही नहीं था मेरे आंसू थम
नहीं रहे थे मैं जिन हालात का शिकार थी वह
सब कुछ मेरे साथ हकीकत में हो चुका था
ससुर तो पिता समान होता है बहू ससुर की
सेवा करती है लेकिन मेरी ससुर ने मेरी
इज्जत को अपने दोस्तों के साथ मिलकर
तार-तार कर दिया था मुझे समझ नहीं आ रहा
था कि मैं किस जगह पर जाकर अपना मुंह
छुपाऊं सारी रात इसी तरह से बारी-बारी वह
लोग मेरे शरीर को छल्ली करते रहे मेरी
इज्जत मेरे लिए सब कुछ थी और आज मैं अपनी
वही इज्जत अपने ससुर और उनके दोस्तों की
वजह से लुटवानी थी मेरे ससुर की पहले दिन
से ही मुझ पर गंदी नजर थी और वह मेरे करीब
आने की कोशिश करते थे लेकिन उनको मेरा
फायदा उठाने का मौका नहीं मिल पा रहा था
वो मुझे और लड़कियों की तरह समझ रहे थे कि
अगर वह मेरे करीब आने की कोशिश करेंगे तो
मैं उनसे इंप्रेस हो जाऊंगी लेकिन मैं ऐसी
फैमिली से बिल्कुल नहीं थी मैं उन
लड़कियों जैसी नहीं थी जो बहुत खुले माहौल
की होती है मैं तो अपने ससुर को पिता की
जगह देती थी मेरे ससुर जानबूझकर मेरे पति
से मेरी पिक्चर्स लेते थे और उनको अकेले
में देखा करते थे और उस दिन शादी में वह
मुझे अपने दोस्तों को इसलिए दिखा रहे थे
कि उनकी बहू कितनी खूबसूरत है ताकि वह और
उनके दोस्त मिलकर मेरा फायदा उठा सके मेरा
पति अकल से इतना पैदल था कि हर बार मेरे
समझाने पर वो उल्टा मुझे ही डांट दिया
करता था कभी उसने मेरी इज्जत की हिफाजत
करने की कोशिश ही नहीं की खुला माहौल कह
कह कर उसने आज मेरी इज्जत को अपने पिता के
हाथों लुटा दिया था मैं बैड पर ही एक तरफ
को बुरी हालत में पड़ी हुई थी मेरे शरीर
पर कपड़े भी मौजूद नहीं थे जब इन लोगों का
अंदाजा हुआ कि मेरी हालत अब कुछ ज्यादा ही
बुरी हो गई है और दिन निकल आया है तो यह
लोग वहां से भाग गए मेरा ससुर भी वहां से
जा चुका था मेरी हालत बहुत ज्यादा खराब हो
गई थी मैं अभी तक बैड पर ही मौजूद थी और
मेरी उठने की बिल्कुल भी हिम्मत नहीं हो
रही थी मुझे लेटे-लेटे सुबह के 11:00 बज
गए थे और अभी तक मैंने खुद की हालत को ठीक
नहीं किया था 11:30 बजे तक मेरा पति भी घर
पर आ गया था उसने जब मुझे इस हालत में
देखा तो मुझे जगाने की कोशिश की वह घबरा
गया था यह देखकर कि मैं किस हालत में बेड
पर लेटी हुई हूं उसने जल्दी से मेरे शरीर
पर ब्लैंकेट ढका और मुझसे पूछने लगा कि
तुम्हारी यह हालत किसने की काफी देर तक तो
मैं अपने होश में नहीं थी लेकिन मेरे पति
ने मुझे उठाकर बिठाया और मुझे पानी पिलाया
मेरी हालत कुछ बेहतर हुई थी फिर मैं अपने
पति के आगे फूट-फूट कर रोने लगी और रो-रो
कर मैंने उनको सब कुछ बता दिया मेरी यह
सारी बातें सुन सुनकर तो वह बहुत ज्यादा
चौक कर रह गए थे और उन्हें अपने कानों पर
विश्वास नहीं हो रहा था मेरे पति ने कहा
कि घर के सारे नौकर कहां मर गए थे मैंने
अपने पति को बताया कि आपके डैड ने शायद
सारे नौकरों को घर से भेज दिया था घर में
कोई भी मौजूद नहीं था मेरे पति को बहुत
ज्यादा गुस्सा आया मैंने अपने पति से कहा
कि यह सब आपकी ही लापरवाही का नतीजा है
मैंने तो आपसे कहा था कि मुझे आपके डैड की
हरकतें ठीक नहीं लगती लेकिन आपने मेरी कभी
किसी बात पर यकीन ही नहीं किया मेरे पति
ने कहा कि मुझे नहीं पता था नीति कि डैड
एक दिन तुम्हारे साथ ऐसा भी कर सकते हैं
मैं अपने डैड को बहुत अच्छा समझता था और
आज तुम्हारी हालत साफ जाहिर कर रही है कि
तुम सच कह रही हो मेरे पति ने कहा लेकिन
आज मुझे फैसला करना ही होगा मैं तुम्हारे
हक में बोलकर ही रहूंगा मेरे पति ने फौरन
अपना मोबाइल उठाया और पुलिस को कॉल करके
सब कुछ बता दिया थोड़ी ही देर बाद हमारे
घर में पुलिस आ गई थी पुलिस ने मेरे बयान
लिए मैंने पुलिस को अपने ससुर के बारे में
सब कुछ बता दिया था मेरे ससुर अभी तक घर
पर नहीं आए थे पता नहीं वह कहां पर थे
लेकिन पुलिस ने मेरे ससुर और उनके दोनों
दोस्तों को ढूंढकर निकाल लिया था और उनके
खिलाफ कार्यवाही की गई थी मेरे ससुर ने
बहुत शर्मिंदा होकर मेरे पति से माफी
मांगी थी और उन्होंने कहा कि मैं तो शुरू
से ही जवान लड़कियों का शौकीन हूं मैं
सिर्फ उनके शरीर के साथ खेलना जानता हूं
मेरा मन तो बिना शादी किए ही भर रहा था
इसलिए मुझे शादी करने की कभी जरूरत ही
नहीं पड़ी मेरे पति को अपने पिता के मुंह
से यह बातें सुनकर बहुत शर्मिंदगी महसूस
हो रही थी उन्होंने पहले तो अपने डैड के
मुंह पर थप्पड़ मारा और कहा कि मुझे आपसे
ऐसी उम्मीद नहीं थी मैंने हमेशा आपको अपने
फ्रेंड्स की तरह समझा था यह बात आप अच्छी
तरह से जानते हो और आपने इसी बात का गलत
फायदा उठाकर मेरी पत्नी के साथ अपने
दोस्तों के साथ मिलकर यह सब कुछ किया मेरे
ससुर बहुत शर्मिंदा हो रहे थे क्योंकि
उन्हें उम्मीद नहीं थी कि मैं अपने पति को
सब कुछ बता दूंगी वह मुझे भी और लड़
लड़कियों की तरह ही समझते थे पुलिस मेरे
ससुर और उनके दोनों दोस्तों को अरेस्ट
करके ले गई मेरे पति ने अपने डैड से सारे
रिलेशन खत्म कर दिए मेरी मेडिकल रिपोर्ट
भी हुई थी जिसमें साफ जाहिर था कि मेरे
ससुर और उनके दोनों दोस्तों ने मेरे साथ
क्या किया था मेरे पति ने भी मुझसे माफी
मांगी थी और वह बहुत शर्मिंदा हो रहे थे
काफी दिनों तक मेरा ट्रीटमेंट चला रहा था
क्योंकि मेरी हालत बहुत ज्यादा खराब कर दी
गई थी मेरे पति ने वादा किया था कि वह आज
के बाद मेरी की रखवाली करेंगे और कभी भी
इस तरह से अपनी पत्नी को दूसरों के सामने
रुसवा नहीं होने देंगे मेरे पति यहां रहते
तो उन्हें रह-रह कर अपने पिता की गलती पर
गुस्सा और अपने पिता की याद आती इसीलिए वह
मुझे अपने साथ अपने मुंबई के ही दूसरे
बंगले में ले गए और अब हम दोनों पति-पत्नी
वहीं पर रहते हैं और इस बात को काफी साल
गुजर गए हैं मेरे पति का बिहेवियर मेरे
साथ बहुत अच्छा है और मेरे पति मेरा बहुत
ख्याल रखते हैं मेरे ससुर को तो जेल जाने
के बाद उनके के किए की सजा मिल गई थी मैं
अब अपने पति के साथ बहुत खुश हूं लेकिन आप
लोगों से रिक्वेस्ट करना चाहती हूं कि एक
औरत की इज्जत ही उसका गहना होती है इसलिए
औरत की इज्जत करना सीखिए और एक औरत अपने
पति से सिर्फ यही चाहती है कि उसका पति
उसकी इज्जत की रखवाली करें अगर उसका पति
ही उसे समझने की कोशिश नहीं करेगा तो फिर
हर औरत के साथ ऐसा ही होगा जैसा मेरे साथ
हुआ क्योंकि इस दुनिया में ऐसे काफी खुखार
लोग पड़े हुए हैं जो औरत को गलत नजर से
देखते हैं और उसके पति की लापरवाही का
फायदा उठाते हुए उसकी इज्जत को तारतार कर
देते हैं इसीलिए आप लोग भी अपना ख्याल
रखिए दोस्तों उम्मीद करती हूं आपको हमारी
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