Suvichar _ Emotional Hindi Kahani _ New Emotional Motivational Written Story _ Hindi Kahaniyan 2.o_transcript
मेरा नाम वंशिका है शादी की पहली रात मेरे
पति ने मुझसे ससुराल की किचन की फ्रिज में
रखा हुआ बर्फ मंगवाया था मैं अपने पति की
ऐसी हरकतें देखकर बहुत ज्यादा हैरान हो गई
थी उन्होंने मेरे सामने शर्त रख दी थी कि
जब तक यह सारा बर्फ पिघल नहीं जाए तुम
कमरे में नहीं आ सकती हो मेरे ससुराल के
घर में मेरी सास की तीन-तीन फ्रिज थी एक
फ्रिज मेरे कमरे में भी रखी हुई थी एक
मेरे जेठानी के कमरे में रखी हुई थी और एक
हमारे घर के किचन में रखी हुई थी मेरे पति
ने घर की सारी ही फ्रिज का बर्फ मुझसे
मंगवा लिया था हर फ्रिज में काफी सारा
बर्फ रखा हुआ था इसी तरह तीनों फ्रिज का
मिलाकर बर्फ का ढेर इकट्ठा हो गया था मेरे
पति ने कहा कि जब तक यह सारा बर्फ पिघल
नहीं जाता तब तक तुम कमरे के अंदर नहीं आ
सकती मेरे पति ने मुझे कमरे से बाहर निकाल
दिया था और उसके पिघलने के बाद मैं उनके
कमरे में जाती तो मेरे पति बहुत ज्यादा
थके थके से दिखाई देते थे
एक दिन मुझे बड़ी हैरानी हुई थी और मैं यह
सब कुछ अब और ज्यादा बर्दाश्त नहीं कर
सकती थी मुझे अपने पति की सच्चाई का पता
लगाना ही था इसीलिए मैंने अपने पति के
कमरे में पहले से ही कैमरा लगा दिया और
सच्चाई जानने की कोशिश की जब मैंने कैमरे
की रिकॉर्डिंग चेक की तो यह देखकर मेरे
पैरों तले से जमीन निकल गई थी क्योंकि
मेरे पति तो मैं मिडिल क्लास फैमिली से
बिलंग करती थी मैं बहुत खूबसूरत थी मेरी
शादी पवन नाम के लड़के से हुई थी पवन की
अच्छी नौकरी थी मेरे पेरेंट्स को यह
रिश्ता बहुत पसंद आया था और पवन की पूरी
फैमिली को भी मैं बहुत पसंद थी इसीलिए
मेरे मम्मी पापा ने मेरा रिश्ता पवन के
साथ तय कर दिया और फिर कुछ दिनों के बाद
ही मेरी शादी हो गई थी मेरी शादी की पहली
रात थी मैं अपने पति से मिलने के लिए बहुत
ज्यादा एक्साइटेड हो रही थी शादी की पहली
रात जब पति कमरे में आए तो उन्होंने मेरा
घूंघट उठाया और मेरे आगे सोने की अंगूठी
रख दी और कहने लगे कि ये सोने की अंगूठी
तुम्हारी खूबसूरती के आगे कुछ भी नहीं है
वंशिका मैंने अपने पति का यह गिफ्ट
खुशी-खुशी एक्सेप्ट कर लिया था मैंने अपने
पति से कहा कि इसकी क्या जरूरत थी मेरे
पति कहने लगे अब मैं देखना चाहता हूं कि
तुम मुझसे कितना प्यार करती हो मैंने अपनी
झुकी हुई पलके उठाकर फौरन ही अपने पति की
तरफ देखा मेरा पति मुझसे कहने लगा तुम
मुझे कोई गिफ्ट नहीं देना चाहती मैंने कहा
बताइए आपको क्या चाहिए जैसा आप कहेंगे मैं
वैसा ही गिफ्ट आपको लाकर दे दूंगी मेरे
पति ने कहा क्या सच में तुम वही करोगी
जैसा मैं कहूंगा मेरे पति पता नहीं मुझसे
यह सवाल क्यों पूछ रहे थे लेकिन मैंने कहा
कि हां जैसा आप कहोगे मैं वैसा ही करूंगी
मुझे अपने पति की हरकतें कुछ अजीब सी लग
रही थी मैं बहुत अच्छे मूड में थी और अपनी
शादी की पहली रात को इस तरह से खराब नहीं
करना चाहती थी मेरे पति तो शायरी भी कर
रहे थे लेकिन उनके सवाल ने मुझे कुछ
कंफ्यूज कर दिया था वह बार-बार मेरी खूबस
सूरती की तारीफ किए जा रहे थे और कह रहे
थे कि मैं तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकता
हूं लेकिन बार-बार यह भी पूछ रहे थे कि
तुम मेरे लिए क्या कर सकती हो वह मुझसे
ऐसे सवाल क्यों पूछ रहे थे मेरी तो कुछ भी
समझ में नहीं आ रहा था फिर मैंने अपने पति
से कहा कि आप मुझे बताओ तो सही कि मुझे
क्या करना है मेरी बात पर मेरे पति हंसने
लगे और कहने लगे कि हमारे घर में तीन-तीन
फ्रिज हैं मुझे घर में जितनी भी फ्रिज है
सभी के फ्रीजर से निकालकर सारा का सारा ब
बर्फ ला दो मैं अपने पति की बात पर हंसने
लगी और कहने लगी कि आपको बर्फ चाहिए मुझे
लगा आप मुझसे कोई ऐसी चीज मांगने वाले हो
जो शायद मैं आपको नहीं दे सकती बस इतना सा
काम क्योंकि मुझे समझ ही नहीं आ रहा था कि
मेरे पति इस टाइम पर मजाक भी कर सकते थे
आखिर इतनी रात को उन्हें बर्फ की क्या
जरूरत थी और फिर मौसम भी तो नॉर्मल ही था
ना ज्यादा गर्मी हो रही थी और ना ही
ज्यादा सर्दी हो रही थी पहले तो मुझे लगा
कि वह मजाक कर रहे हैं मगर जब अपनी जिद्द
पर ड़ गए तो फिर मैं समझ गई कि जरूर वह
पहली ही रात मुझे आजमा रहे हैं कि मैं
उनके लिए क्या कर सकती हूं और क्या नहीं
मुझे मेरी चाची ने समझाया था कि कभी-कभी
पति अपनी पत्नी को आजमाने के लिए उसके आगे
ऐसा इम्तिहान रख देता है जिसे पत्नी आसानी
से नहीं कर सकती लेकिन मेरे पति ने मुझे
जो इम्तिहान दिया था वह तो बहुत ही आसान
था मैं अपने पति की नजरों से गिरना नहीं
चाहती थी मैंने कहा इतनी रात को अगर मुझे
किसी ने किचन में टहलते हुए देख लिया तो
कोई क्या सोचेगा मेरे पति ने कहा कि कोई
बात नहीं तुम कोई भी बहाना बना देना लेकिन
मेरे पति ने कहा कि हमारे घर में तीन-तीन
फ्रिज हैं उन तीनों ही फ्रिज से तुम्हें
बर्फ निकाल कर लाना है एक फ्रिज तो मेरे
कमरे में ही मौजूद थी दूसरी फ्रिज मेरी
जिठानी के कमरे में थी और तीसरी फ्रिज
किचन में थी मैं किचन की फ्रिज से भी बर्फ
निकाल कर ला सकती थी और अपने कमरे की
फ्रिज से भी बर्फ निकालकर अपने पति को दे
सकती थी लेकिन मेरे जेठानी के कमरे में जो
फ्रिज थी उसका बर्फ निकालने अगर मैं उनके
कमरे में जाती तो वह मुझसे सवाल करती कि
तुम्हें इतनी रात को बर्फ की क्या जरूरत
है मेरे पति ने कहा कि अब तुमने ही तो कहा
था कि जैसा आप कहोगे वैसा ही करूंगी मैंने
तुम्हें एक मामूली सा काम दिया है और तुम
यह भी नहीं कर सकती हो तो रहने दो मैंने
अपने पति से कहा कि नहीं नहीं मैं यह काम
कर दूंगी मेरी जेठानी का कमरा कौन सा था
यह तो मुझे नहीं पता था लेकिन मेरे पति ने
मुझे बता दिया था कि नीचे सीधे हाथ को
जाकर उनकी भाभी का कमरा है मैं दुल्हन के
रूप में ही अपने घर में आधी रात के टाइम
पर बर्फ ढूंढने के लिए टहल रही थी पहले तो
मैंने किचन की फ्रिज से बर्फ निकाल लिया
था फिर उसके बाद मैं अपनी जठा नहीं के
कमरे का दरवाजा बजाने लगी काफी देर हो गई
थी मुझे दरवाजा बजाते हुए लेकिन कोई भी
दरवाजा नहीं खोल रहा था अब मैं बिना बर्फ
लिए तो नहीं आ सकती थी 10-15 मिनट दरवाजा
बजाने के बाद मेरी जेठानी अपनी आंखें मलती
हुई दरवाजा खोलने के लिए आई लेकिन दरवा
दवाज खोलते ही उनके तो होश उड़ गए थे वह
मुझे देखकर बहुत हैरान हुई थी उन्होंने
मुझसे कहा वंशिका तुम यहां पर क्या कर रही
हो मैंने कहा भाभी मुझे बर्फ चाहिए
उन्होंने कहा लेकिन इस टाइम तुम्हें बर्फ
की क्या जरूरत है मैंने कहा वो मैं आपको
सुबह बताऊंगी प्लीज आप मुझे जल्दी से बर्फ
दे दीजिए सॉरी आपको मैंने तंग किया
उन्होंने कहा अच्छा ठीक है वो जाकर अपनी
फ्रिज से बर्फ ले आई और मुझे दे दिया फिर
मैंने उनसे कहा कि अब आप सो जाइए बाकी की
बात हम सुबह करेंगे मेरी जेठानी मुझे बड़ी
हैरानी भरी नजरों से देखती हुई दरवाजा बंद
करके अपने कमरे के अंदर चली गई थी मैंने
सारा बर्फ इकट्ठा करके अपने पति को दे
दिया था लेकिन मैं यही सोच रही थी कि क्या
मेरा पति मेरी इस हरकत से इंप्रेस हो
जाएगा मैं जब बर्फ लेकर अपने पति के पास
आई तो उनकी आंखों में खुशी की चमक आ गई थी
वह कहने लगे इस बर्फ को इधर टेबल पर रख दो
मैंने सारा बर्फ टेबल पर रख दिया तो मेरे
पति तो बच्चों की तरह खुश हो गए थे मेरा
पति मेरे करीब आकर कहने लगा वंशिका तुम
बहुत अच्छी हो अब तुम बस मेरी एक आखिरी
बात और मान लोगी क्या मैं अपने पति से
तारीफ सुनकर खुश हो गई थी मैं कहने लगी जी
मैं तो आपकी हर बात मानने के लिए तैयार
हूं व कहने लगे नहीं अगर पहली रात ही
तुमसे हर बात मनवाने लगा तो तुम सोचोगी कि
तुम्हारा पति तुम पर हुकुम चला रहा है
मेरी तुमसे सिर्फ एक ही रिक्वेस्ट है कि
तुम मेरे कमरे से बाहर चली जाओ और तब तक
कमरे में वापस नहीं आना जब तक यह बर्फ
पिघल कर खत्म नहीं हो जाता जब बर्फ पिघल
करर खत्म हो जाएगा तो मैं तुम्हें खुद ही
बुला लूंगा अपने पति की बात सुनकर मुझे
बहुत हैरानी हुई थी और उससे कहीं ज्यादा
तो मुझे दुख हुआ था मगर मैं जानती थी कि
वह मुझे आजमा रहे हैं इसीलिए मैंने उनसे
कहा कि कोई प्रॉब्लम नहीं है मैं अपने
कमरे से बाहर निकल आई थी मैंने देखा कि
कमरे के बाहर एक चेयर रखी हुई थी मैं उसी
चेयर पर जाकर बैठ गई थी बस मुझे डर इस बात
का था कि कहीं कोई मुझे देख ना ले क्योंकि
अगर कोई मुझे देख लेता तो कई तरह के सवाल
करता मैं उन्हें क्या जवाब देती मैंने
अपने पेरेंट्स के मुंह से अपने पति की
बहुत तारीफ सुनी थी क्योंकि मेरे पेरेंट्स
को पवन बहुत ज्यादा पसंद आए थे लेकिन आज
जो कुछ भी पवन कर रहे थे वह मुझे हैरानी
में डाल रहा था मेरी ससुराल में मेरी एक
जेठानी जेठ और सास ससुर भी मौजूद थे यहां
तक कि एक छोटी नंद और देवर भी था मेरी
ससुराल बहुत अच्छी थी और बाकी तो मुझे इन
लोगों के साथ रहकर ही पता चलने वाला था कि
कौन कैसा है मैं बैठे-बैठे थक गई थी और
यही सब हिसाब लगाने की कोशिश कर रही थी कि
इतनी सारी बर्फ एसी वाले कमरे में कहां तक
पिघले गी मैं सारे दिन की थकी हुई थी मुझे
भी आराम की जरूरत थी मगर मैं पवन की बात
मानकर बाहर ही बैठ गई थी यहां तक कि मेरे
पूरे शरीर में दर्द हो रहा था अब काफी देर
हो गई थी और मुझे गुस्सा आने लगा था मैंने
जब घड़ी की तरफ देखा तो सुबह के 4:00 बज
गए थे कभी मैं इधर-उधर टहल रही थी तो कभी
चेयर पर बैठकर अपना टाइम पास कर रही थी
मुझे नींद भी आ रही थी लेकिन इस कंडीशन
में शायद मैं ढंग से सो नहीं सकती थी 5:00
बज चुके थे जब मेरा पति कमरे से बाहर
निकला और कहने लगा वंशिका अब तुम कमरे में
आ सकती हो सारी बर्फ पिघल गई है मेरी कमर
बुरी तरह से दर्द करने लगी थी मैं जल्दी
से उठी और कमरे के अंदर चली गई मैंने अपने
पति की तरफ देखना भी ठीक नहीं समझा और
बाथरूम में जाकर सबसे पहले दुल्हन वाले
कपड़ों को उतार दिया था और दूसरे कपड़े
पहनकर आ गई थी सामने ही पवन खड़े हुए थे
वह भी अपने कपड़े बदल चुके थे मुझे कमरे
में कहीं भी बर्फ दिखाई नहीं दे रही थी ना
जाने मेरे पति ने बर्फ के साथ क्या किया
था मैं अपने पति से कुछ कहे बिना ही बैड
पर बैठने लगी तो मेरे पति ने मेरा हाथ
पकड़कर मुझे रोक लिया और मेरे करीब आकर
खड़े हो गए वह कहने लगे वंशिका तुमने मेरी
बात मानकर मुझे अपना गुलाम बना लिया मुझे
पूरा यकीन हो गया है कि तुम ही मेरे लिए
परफेक्ट हो तुम बहुत अच्छी पत्नी साबित
हुई हो मेरी प्रार्थना है कि तुम हमेशा
ऐसे ही रहो मैं अपनी तारीफ सुनकर खुश हो
गई थी मैं कहने लगी पवन अब आप भी आराम कर
लो क्योंकि मैं भी बाहर बैठे-बैठे काफी थक
गई हूं और आप भी मुझे काफी थके हुए लग रहे
हो और मुझे बहुत तेज नींद भी आ रही है अब
दिन निकलने में ज्यादा टाइम नहीं है मैं
सोने के लिए जा रही हूं उन्होंने भी सिर
हिला दिया था और और फिर मैं सोने के लिए
लेट गई थी सुबह मेरे उठने से पहले ही मेरे
पति उठ चुके थे मैंने इधर-उधर देखा तो वह
कमरे में मौजूद नहीं थे मैं समझ गई थी कि
वो कमरे से बाहर निकल गए होंगे मैं उठी और
फ्रेश होकर बाहर आ गई थी जब मैं नीचे उतर
कर अपनी सांस की तरफ गई तो मैंने नोटिस
किया कि मेरी जेठानी मुझे घर-घर कर देख
रही हैं शायद उन्हें रात वाली बात याद आ
गई होगी कि इतनी रात को मैं उनके कमरे में
बर्फ लेने के लिए क्यों गई थी उसके बाद
मेरी सास ने मुझसे कहा था कि तुम्हें मीठे
में कुछ बनाना है मैं किचन में खीर बनाने
के लिए चली गई थी जैसे ही मैं बाहर आई तो
यह देखकर हैरान रह गई थी कि मेरे पति बहुत
ही ज्यादा स्मार्ट लग रहे थे अब मुझे याद
आ रहा था कि मेरी मम्मी ठीक कहती थी कि
मैंने अपना दामाद तुम्हारे लिए बिल्कुल
हीरो जैसा चुना है हम सब लोग नाश्ते के
टेबल पर बैठकर नाश्ता कर रहे थे जब मेरा
देवर मेरे पति की मजाक बनाने लगा उसने
मेरे पति से कहा भैया आप कितनी लूज टीशर्ट
पहन रहे हो मैंने नोटिस किया था कि अपने
छोटे भाई की मजाक पर मेरे पति काफी
शर्मिंदा हो रहे थे जबकि मेरी सास ने अपने
बेटे को चुप करवा दिया था और कहा था कि
खामोशी से नाश्ता करो ऐसे किसी की मजाक
नहीं बनानी चाहिए मेरा देवर खामोश हो गया
था फिर थोड़ी देर के बाद मेरी नंद भी
नाश्ते के टेबल पर आ गई तो उसने भी मेरे
पति की खूब मजाक बनाई थी और कहा था कि
भैया आपने इतनी ढीली ढाली शर्ट क्यों पहनी
हुई है क्या आपके पास कपड़े नहीं हैं यह
बात तो मैं भी नोटिस कर रही थी कि मेरे
पति ने बहुत ही ज्यादा लूज टीशर्ट पहनी
हुई है मौसम भी बिल्कुल ठीक-ठाक था फिर
उन्हें इतनी लूस टीशर्ट पहनने की क्या
जरूरत थी मेरी नंद और मेरा देवर मेरे पति
के खूब मजाक बना रहे थे मुझे भी अपने पति
की इस हरकत पर गुस्सा आ गया था कि यह तो
उन्हें भी दिख रहा था कि उनकी टीशर्ट
कितनी बड़ी आ रही थी और कितनी ढीली आ रही
थी उन्हें इस टीशर्ट को पहनना ही नहीं
चाहिए था मैं अपने पति के पास गई तो वह
मुझे देखकर खुश हो गए थे कहने लगे वंशिका
चलो हम दोनों बाहर कहीं लॉन्ग ड्राइव पर
चलते हैं मैंने अपने पति से कहा कि आपने
किस तरह की टीशर्ट पहनी हुई है आप अगर इन
कपड़ों में बाहर जाओगे तो शायद बाहर के
लोग भी आपकी मजाक बनाएंगे मैंने अपने पति
से कहा अगर आप मुझे बाहर ले जाना चाहते हो
तो आपको अपने कपड़े चेंज करने होंगे पवन
मेरी बात सुनकर परेशान हो गए थे क्योंकि
मैं नहीं चाहती थी कि घर वालों के साथ-साथ
मेरे पति की बाहर वाले भी मजाक बनाएं वह
कहने लगी
यह भी तो कितनी अच्छी टीशर्ट है अच्छी तो
है तुम ऐसा क्यों कह रही हो मेरे कपड़ों
के बारे में मैंने अपने पति से कहा प्लीज
पवन कपड़े मेरे कहने से चेंज कर लो बल्कि
आप मेरी पसंद के कपड़े पहनो मैंने
खुशी-खुशी अलमारी खोली और उन्हें अपनी
पसंद की ब्लू कलर की शर्ट निकाल कर दी और
कहा कि आप यह पहनो आप पर बहुत अच्छी लगेगी
पता नहीं क्यों मेरे पति का चेहरा उदास हो
गया था थोड़ी देर के बाद वह मेरे हाथ से
शर्ट लेकर बाथरूम में चेंज करने के लिए
चले ले गए थे उन्होंने मेरे कहने के
मुताबिक मेरी ही पसंद वाली शर्ट को पहन
लिया था इस शर्ट को पहनकर वह और भी ज्यादा
स्मार्ट लग रहे थे मेरी तो उन पर से नजर
ही नहीं हट रही थी लेकिन उनके चेहरे से
परेशानी नजर आ रही थी मेरे पति बार-बार
आते और बार-बार कमरे के अंदर चले जाते थे
मुझे ऐसा लग रहा था जैसे उन्हें किसी का
इंतजार है फिलहाल मैंने ये सब इग्नोर कर
दिया था फिर वह किचन में जाकर फ्रिज के
पास खड़े हो गए और फ्रीजर से बर्फ निकालने
लगे मैं उनके करीब गई और उन्हें देखकर
हंसने लगी कि वह मुझे चिढ़ाने के लिए ही
यह सब कुछ कर रहे हैं मेरे पति मुझे बाहर
लॉन्ग ड्राइव पर ले गए थे बाहर मैंने देखा
कि मेरे पति मुझे कुछ परेशान नजर आ रहे थे
पर बार-बार अपने कपड़ों को छूकर देख रहे
थे मेरी कुछ समझ ही नहीं आ रहा था मेरे
पति ने कहा कि अब हमें बहुत टाइम हो गया
क्या हम घर चल सकते हैं मैंने कहा हां
क्यों नहीं उसके बाद हम दोनों घर आ गए थे
अपने पति के साथ पहली लॉन्ग ड्राइव मुझे
बहुत पसंद आई थी जब हम लोग घर आए तो मेरे
पति तब भी बहुत ज्यादा परेशान लग रहे थे
मैंने उनसे उनकी परेशानी के बारे में पूछा
तो वह कहने लगे बस मेरी तबीयत ठीक नहीं है
मैंने कहा अगर आपकी तबीयत ठीक नहीं है तो
आप डॉक्टर से दवाई ले आओ मेरे पति ने कहा
कि मुझे दवाई की जरूरत नहीं है मैंने कहा
फिर किस चीज की जरूरत है मेरा पति कहने
लगा कि तुम फिर से जाकर बर्फ लेकर आ जाओ
अपने पति की यह बात सुनकर मैं उनकी शक्ल
देखती रह गई थी
मैं सोच में पड़ गई थी कि भला तबीयत खराब
में बर्फ की क्या जरूरत होती है और फिर
मजबूर होकर मैं बर्फ लेने के लिए कमरे से
निकल ही रही थी तभी मेरे पति ने मुझे आवाज
लगाई और कहने लगे कि इस टाइम सब लोग
तुम्हें बर्फ लेते हुए देख लेंगे इसीलिए
किसी को भी कुछ मत बताना अगर कोई पूछे कि
बर्फ की क्या जरूरत है तो मत बताना और कोई
बहाना लेकर जल्दी से बर्फ लेकर आ जाना
अपने पति की यह बात मुझे बड़ी अजीब लगी थी
मैं किचन में बर्फ निकालने गई तो मेरी सास
किचन मेंही खड़ी हुई थी उन्होंने मुझे
देखा कि मैं बर्फ निकाल रही हूं तो
उन्होंने कहा कि तुम्हें इतनी ढेर सारी
बर्फ की क्या जरूरत है मैंने अपनी सास को
कोई जवाब नहीं दिया बस मुंह बंद करके फौरन
ही किचन से बाहर निकल आई मेरी सास को मेरी
यह हरकत कुछ अजीब भी लगी थी क्योंकि मैंने
उनकी बात का उन्हें जवाब नहीं दिया था
मैंने अपने पति को बर्फ लाकर दे दी मेरे
पति कहने लगे कि अब तुम कमरे से बाहर चली
जाओ मैं बाहर निकली तो आज भी मेरे कमरे के
बाहर कोई नहीं था क्योंकि अब रात के 11:00
बज गए थे और इस घर में सब लोग 11:00 बजे
तक अपने कमरों में चले जाते थे मुझे टेंशन
भी हो रही थी कि अगर मुझे किसी ने देख
लिया तो मैं उन्हें क्या जवाब दूंगी मैं
कल की तरह ही चेयर पर बैठ गई थी क्योंकि
मैं जानती थी कि आज भी मेरे पति ही मुझे
खुद कमरे के अंदर आने के लिए कहेंगे वही
हुआ रात के 4:00 बजे मेरे पति ने मुझे आकर
बुलाया था वह कहने लगे आओ कमरे में आ जाओ
मेरे जब अपने पति के चेहरे के ऊपर नजर गई
तो व बहुत ज्यादा थके हुए थे फिर मैं आकर
अपने बेड पर लेट गई लेकिन यह क्या था मेरे
पति ने फौरन ही अपना तकिया उठाया और सोफे
पर जाकर लेट गए थे मैंने अपने पति से कहा
कि आप सोफे पर क्यों जाकर लेट गए हो मेरे
पति ने कहा कि मैं बहुत ही प्रैक्टिकल
लड़का हूं अरेंज मैरिज पर यकीन तो रखता
हूं मगर एक दूसरे को समझे बिना मैं किसी
भी रिश्ते को शुरू करना पसंद नहीं करता
इसलिए कुछ रातों तक मैं सोफे पर ही सोया
करूंगा जब तक हम दोनों एक दूसरे को अच्छी
तरह से जान पहचान भी लेंगे मैंने अपने पति
की बात पर हां में हां मिला दी थी लेकिन
सोचती रह गई थी कि मेरे पति मेरे साथ यह
सब क्यों कर रहे हैं वह तो साफ-साफ मुझसे
बच रहे हैं मैंने अपने पति से कहा पवन
मुझे लगता है कि आपके घर वालों ने आपकी
शादी मेरे साथ जबरदस्ती करवाई है मुझे पता
था कि अब वह कहने वाले हैं कि नहीं ऐसी
कोई बात नहीं मैं तो तुम्हें पसंद करता
हूं मगर मेरे पति ने तो कुछ ऐसा कहा जिसे
सुनकर मेरे होश उड़ गए थे मेरे पति ने कहा
कि हां तुम ठीक कह रही हो मैं अभी शादी
करना नहीं चाहता था मेरा दिल टूटकर रह गया
था मैं मुंह लटका करर बैठ पर लेट गई थी
यही सब कुछ सोच सोच कर मैं सो नहीं पाई थी
यह सारी बातें सोचकर मेरा दिमाग दर्द करने
लगा था कि मैं पवन की जिंदगी में कंचा ही
इंसान हूं मुझे जबरदस्ती उन पर थोप दिया
गया था अगले दिन मैंने देखा कि घर के सारे
लोग ही अपने-अपने कामों में बिजी थे इस घर
में हर कोई अपने आप से मतलब रखता था मेरे
पति भी अब ऑफिस जाने लगे थे क्योंकि
उन्होंने जो शादी के लिए छुट्टियां ली थी
वह अब पूरी हो गई थी इसलिए उन्होंने ऑफिस
जॉइन कर लिया था मैं भी अब घर के कामों
में हाथ बटा लगी थी लेकिन मेरा बिल्कुल भी
मन नहीं लग रहा था मैंने अपनी सास से कहा
था कि मैं अपने माइके जाना चाहती हूं मेरी
सास ने मुझे जाने की परमिशन दे दी थी
मैंने अपने पति से भी कॉल करके माइके जाने
की परमिशन लेनी चाही तो मेरे पति ने कॉल
ही अटेंड नहीं की फिर मैंने उनके ऑफिस में
केबिन वाले नंबर पर कॉल की वहां पर कॉल
मेरे पति की सेक्रेटरी ने रिसीव की थी
मैंने उनसे अपने पति से बात करने के लिए
कहा तो उन्होंने बताया कि आज तो सर ऑफिस
आए ही नहीं है यह बात सुनकर तो मैं हैरान
रह गई थी क्योंकि मेरे पति सुबह ऑफिस जाने
के लिए ही तो घर से निकले थे मैं अपने पति
का नंबर बार-बार ट्राई कर रही थी लेकिन
उनका फोन नहीं लग रहा था मैं अपने पति के
लिए बहुत ज्यादा परेशान हो गई थी मैंने
नीचे जाकर अपनी सास को यह बात बताई तो वह
भी परेशान हो गई थी उन्होंने मेरे ससुर को
कॉल की तो मेरे ससुर ने भी यही बताया था
कि पवन आज ऑफिस गए ही नहीं हम सब लोग इस
खबर से बहुत परेशान हो गए थे मेरा दिल
बहुत घबरा रहा था और मेरे दिल में बार-बार
यही ख्याल आ रहा था कि मेरे पति मुझे
छोड़कर तो नहीं चले गए मैंने अपने पति के
सारे फ्रेंड्स को कॉल कर ली थी मगर उनको
भी मेरे पति के बारे में कुछ नहीं पता था
मैं अब उन्हें कहां ढूंढती मैं चुप करके
अपनी सास के पास ही बैठ गई थी मेरी सास भी
बार-बार मेरे पति के नंबर को ट्राई कर रही
थी फिर मैं अपने कमरे में चली गई और इधर
से उधर टहलने की कोशिश करने लगी लेकिन
बार-बार मेरा ध्यान अपने पति की तरफ ही जा
रहा था तभी अचानक मुझे किसी के पैरों की
आहट सुनाई दी मैंने जैसे ही पीछे पलट कर
देखा तो पीछे मेरे पति खड़े हुए थे मेरे
पति बहुत ज्यादा परेशान नजर आ रहे थे और
उनके चेहरे पर एक अजीब तरह का डर साफ नजर
आ रहा था मैं जल्दी से अपने पति के गले लग
गई और खूब रोने लगी मैंने अपने पति से कहा
कि आप कहां चले गए थे मेरे पति ने अपने
चेहरे पर मुस्कुराहट सजाई और कहने लगे कि
तुम इतनी परेशान क्यों हो गई हो मैं ऑफिस
ही तो गया था मेरे पति के बारे में जब
मेरी सास को पता चला कि वह आ गए हैं तो
मेरी सास भी हमारे कमरे में आ गई थी और
उन्होंने मेरे पति से वही सवाल किया जो कि
मैं उनसे कर चुकी थी उन्होंने कहा बेटा
तुम कहां चले गए थे तुम्हें पता है कि बहू
कितनी परेशान हो रही थी और तो और आज तुम
ऑफिस भी नहीं गए मेरे पति ने फौरन अपना
मोबाइल उठाया और अपने पापा को कॉल लगाई और
कॉल को स्पीकर पर कर दिया था कॉल मेरे
ससुर ने रिसीव की थी मेरे पति ने कहा पापा
जी बताइए आज मैं ऑफिस आया था या नहीं मेरे
ससुर कहने लगे हां ऑफिस तो आया था लेकिन
थोड़ी देर के लिए कहीं चला गया था मेरे
पति ने कहा कि मैं ऑफिस गया था लेकिन
थोड़ी देर में ऑफिस से बाहर कुछ खाने के
लिए चला गया था और मेरे मोबाइल में
नेटवर्क भी नहीं आ रहे थे मेरी सास और
मुझे यह सब सुनकर तसल्ली हो गई थी जबकि
मैं हैरान थी कि मेरे ससुर ने एक घंटा
पहले तो मेरी सास को बताया था कि आज पवन
ऑफिस गए ही नहीं और मुझे सेक्रेटरी ने भी
यही बताया था फिलहाल अब मेरे पति घर आ गए
थे मैं अपने पति को देखकर काफी खुश हो रही
थी मैंने इस टाइम अनजान बन जाना ही सही
समझा था मैंने अपने पति से कहा कि आप ऑफिस
जाया करो तो मुझे बार-बार कॉल करते रहा
करो ताकि मुझे आपकी खबर मिल जाए वह सर
हिलाकर आगे बढ़ गए मेरी सास भी मुस्कुराकर
कमरे से बाहर निकल गई थी मेरे पति के हाथ
में एक छोटी सी थैली थी ना जाने उसमें
क्या था मेरे पति ने उस थैली को अपनी
अलमारी में रख दिया और अपनी अलमारी को लॉक
कर दिया मैं अपने पति की इन हरकतों से
बड़ी हैरान हो रही थी मैं अपने पति के लिए
चाय बनाने के लिए किचन में चली गई किचन
में मेरी जेठानी और सास भी मौजूद थी मैंने
अपनी सास से कहा कि मम्मी जी मुझे लगता है
कि पवन हमसे झूठ बोल रहे थे और इन दिनों
मुझे अपने पति की हरकतें भी कुछ अजीब सी
लगने लगी हैं क्या उनका किसी के साथ अफ चल
रहा है मेरी सास मेरी बात सुनकर घबरा गई
और कहने लगी नहीं बेटा ऐसी कोई बात नहीं
वह तो तुम्हें ही पसंद करता है मेरा बेटा
बहुत शरीफ है मैं अपनी सांस की बात सुनकर
खामोश हो गई थी लेकिन मैं अपनी सास से यह
भी तो नहीं कह सकती थी कि आपका बेटा हर
रात मुझे कमरे से बाहर निकाल देता है मैं
ऐसी बिल्कुल भी नहीं थी कि अपने पति की
शिकायत उसकी मां से करूं मैंने अपनी सास
की बात सुनकर हां में सिर हिला दिया था
फिर चाय बनाने के बाद मैं अपने कम कमरे
में लेकर आ गई थी मैं अभी दरवाजे तक ही
पहुंची थी कि मेरे पति के बोलने की मुझे
आवाज आई वह किसी से कह रहे थे कि तुम्हें
भगवान का वास्ता मेरी पत्नी को इस बारे
में कुछ मत बताना यह बात हम दोनों के बीच
ही रहनी चाहिए मैं तुमसे कल मिलने के लिए
आऊंगा दोनों मिलकर बातचीत करेंगे पवन की
यह बात सुनकर तो मेरे होश उड़ गए थे आखिर
उनका ऐसा कौन सा सीक्रेट था जो वह मुझसे
छुपाना चाह रहे थे और फिर मेरे पति किससे
कॉल पर बात कर रहे थे और वह उससे मिलने के
लिए क्यों जा आते क्या मेरे पति किसी से
कॉल पर बात कर रहे थे कहीं ऐसा तो नहीं कि
मेरे पति की जिंदगी में सच में कोई और है
तभी तो वह मेरे साथ इस तरह से रिएक्ट कर
रहे हैं मेरे दिमाग में तो तरह-तरह के
सवाल आ रहे थे मैं कमरे का दरवाजा खोलकर
जैसे ही अंदर गई तो मेरे पति ने अचानक ही
मोबाइल बंद करके रख दिया और मैंने देखा कि
मेरे पति मुझे देखकर घबरा गए थे बाहर से
तो वह मुस्कुरा रहे थे मैंने अपने पति को
चाय दी तो उन्होंने चाय पीने से साफ इंकार
कर दिया कहने लगे कि मेरा चाय पीने का मूड
नहीं है इसलिए मैंने चाय को एक साइड पर रख
दिया और खुद अपने पति के करीब बैठ गई थी
मैंने अपने पति से कहा पवन आपको नहीं लगता
कि हमारी शादी को एक हफ्ते से ज्यादा गुजर
गया अब हमें हनीमून पर जाना चाहिए मेरे
पति जल्दी से कहने लगे कि नहीं नहीं
बिल्कुल भी नहीं पहले हमें एक दूसरे को
समझ लेना चाहिए मैंने कहा पवन हम कब तक एक
दूसरे को समझेंगे सुबह से लेकर शाम के
टाइम तक आप ऑफिस में रहते हो और उस टाइम
पर मैं नीचे सब लोगों के साथ होती हूं फिर
रात के टाइम पर जब हम अपने कमरे में आते
हैं तो सारी रात आप मुझे कमरे से बाहर
निकाल देते हो मुझे तो लगने लगा है कि
मैंने शादी नहीं की बल्कि कोई जुर्म कर
दिया है जिसकी सजा मुझे मिल रही है मेरे
पति खामोश हो गए थे और अपना सर झुकाकर
कमरे से बाहर चले गए थे मैंने अपने पति की
जो बातें सुनी थी वह मुझे अंदर ही अंदर
परेशान कर रही थी रात के 2 बज गए थे लेकिन
मेरे पति आज घर नहीं आए थे मैं उनका
इंतजार ार करते हुए ही बेड पर लेटकर सो गई
थी लेकिन सुबह 6:00 बजे जब मेरी आंख खुली
तो मैं हैरान रह गई थी कि मेरे पति सोफे
पर लेटे हुए बुरी तरह से रो रहे थे उनके
चेहरे पर अजीब तरह के निशान हो रहे थे मैं
तभी उठी और अपने पति के करीब गई उन्होंने
कहा कि आपको क्या हो गया वह मुझे जागता
हुआ देखकर घबरा गए थे और कहने लगे प्लीज
मुझे बर्फ ला दो मैंने अपने पति से कहा
लेकिन इस टाइम आपको बर्फ का क्या काम है
मेरे पति ने कहा कि बस मुझसे कुछ ना पूछो
और मुझे बर्फ ला दो मैं उठी और अपनी फ्रिज
के फ्रीजर से बर्फ निकालने लगी यह देखकर
मैं हैरान रह गई थी कि फ्रीजर में बर्फ था
ही नहीं जबकि मैंने आज सुबह ही तो बर्फ के
डिब्बे को भर कर रखा था शायद वो मेरे पति
ने निकाल लिया होगा फिर मैं नीचे किचन में
गई और वहां से बर्फ लाकर अपने पति को दे
दिया मेरे पति ने बर्फ देखी तो
जल्दी-जल्दी मुझे कमरे से निकालकर दरवाजे
को अंदर से बंद कर लिया था मैं सोचती रह
गई थी कि पवन यह सब कुछ क्यों कर रहे हैं
इस सब के पीछे आखिर क्या राज छुपा हुआ है
मेरी तो कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था
मैंने सोचा कि मैं तो इस बारे में पता
लगाकर ही रहूंगी कि यह सब कुछ क्या हो रहा
है मेरे पति जिससे कल फोन पर बात कर रहे
थे उन्होंने कहा था कि वह कल दोपहर के
टाइम पर उससे मिलने के लिए जाएंगे मैंने
सोचा कि दोपहर के टाइम पर मैं फोन करके
पूछूंगी कि मेरे पति कहां गए हैं दोपहर का
टाइम हुआ तो मैंने अपने ससुर को कॉल लगाई
और उनसे पूछा कि पवन ऑफिस में है या नहीं
मेरे ससुर ने बताया कि हां वह अपने केबिन
में ही काम कर रहा है फिर मैंने शाम के
टाइम भी अपने ससुर को कॉल लगाई थी मेरे
ससुर ने बताया था कि वह आज कहीं नहीं गया
सारा दिन ऑफिस में ही रहकर उसने काम किया
है मुझे अपने ससुर की बात सुनकर थोड़ी
तसल्ली हो गई थी क्योंकि मुझे लग रहा था
कि कहीं मेरे पति का किसी लड़की के साथ
अफेयर तो नहीं चल रहा शायद यह लड़की वही
हो जिससे मेरे पति फोन पर मिलने की बात कर
रहे थे मेरे पति शाम के टाइम पर ऑफिस से आ
गए थे और कपड़े चेंज करने के बाद वह
लैपटॉप लेकर बैठ गए और काफी देर तक अपने
काम में बिजी रहे मुझे लगा वह ऑफिस का कोई
इंपॉर्टेंट काम कर रहे होंगे लेकिन इसी
तरह वह लगभग 3 घंटे तक काम करते रहे और
उन्होंने मुझसे कोई बात नहीं की फिर रात
के 8:00 बजे के टाइम पर नौकरानी हम दोनों
को खाना खाने के लिए बुलाने आ गई थी मेरे
पति ने कहा कि आओ नीचे चलकर खाना खाते हैं
अपने पति की बात पर मैं उनके साथ खाना
खाने के लिए चली गई थी मेरे पति बार-बार
मुझे अपने हाथ से खाना सर्व कर रहे थे
मेरा खाना खाने का बिल्कुल भी मन नहीं कर
रहा था मैं इसी तरह से बैठी हुई थी लेकिन
मेरे पति ने जल्दी-जल्दी खाना फिनिश किया
और वह वापस अपने कमरे में चले गए थे मेरी
सास ने जब देखा कि मैं कुछ परेशान हूं तो
उन्होंने कहा कि बहू परेशान होने की कोई
जरूरत नहीं पवन थक गया होगा इसीलिए आराम
करने के लिए जल्दी ही कमरे से चला गया मैं
भी खाना खाने के बाद जैसे ही अपने कमरे
में गई तो यह देखकर हैरान रह गई कि कमरे
का दरवाजा तो अंदर से लॉक था मुझे यह
देखकर बहुत गुस्सा आ गया मैंने जोर-जोर से
दरवाजा बजाना शुरू कर दिया मगर पवन ने 15
मिनट बाद ही दरवाजा खोला था मैंने गुस्से
से पवन से कहा पवन यह सब क्या है मैं जब
कमरे में होती हूं तो तुम कमरे से बाहर
होते हो जब तुम कमरे से बाहर होते हो तो
मैं कमरे के अंदर होती हूं और तुम मुझे
खूब इग्नोर करते हो यह सब कुछ क्या चल रहा
है तुम मुझे सच क्यों नहीं बता देते अगर
तुम मुझे छोड़ना चाहते हो तो बता दो मैं
खुशी खुशी तुम्हारा घर छोड़कर चली जाऊंगी
मुझे वैसे भी इस शादी ने टेंशन के अलावा
कुछ नहीं दिया मेरे पति ने जल्दी से मेरे
आगे हाथ जोड़ दिए और उनकी आंखों में आंसू
आ गए थे वह खूब रोने लगे और कहने लगे मुझ
पर इतना बड़ा अत्याचार मत करो प्लीज
वंशिका मुझे छोड़कर कभी मत जाना मैं
तुम्हारे बिना नहीं रह सकता मैं तुम्हें
बहुत पसंद करता हूं मैं अपने पति को देखकर
शॉक्ड रह गई थी मैंने अपने पति से कहा तो
फिर तुम मेरे साथ ऐसी हरकतें क्यों करते
हो मुझे तो लगता है कि तुम तुम मेरे साथ
रहना ही नहीं चाहते हो अगर तुम यह सब करते
रहोगे तो मैं तुम्हारे साथ नहीं रह सकती
इतना कहकर मैं कमरे से बाहर आ गई थी और
गैलरी में खड़ी होकर खूब रोने लगी थी फिर
अचानक मेरे दिमाग में एक आईडिया आया मैंने
सोचा कि ऐसा कब तक चलता रहेगा आज तो मैं
हर हाल में अपने पति की सच्चाई के बारे
में पता लगाकर ही रहूंगी मैंने खुद को
जल्दी से नॉर्मल किया और मैं फौरन ही अपने
पति के पास कमरे में चली गई थी मेरे पति
अभी तक सर पकड़कर बेड पर बैठे हुए थे और
परेशान नजर आ रहे थे मैंने अपने पति से
कहा पवन आई एम सॉरी मैं थोड़ी कंफ्यूज हो
गई थी मुझे माफ कर दो तुम्हें परेशान होने
की जरूरत नहीं है मैं तुम्हें कहीं छोड़कर
नहीं जा रही हूं मेरी बात सुनकर पवन एकदम
ही खुश हो गए थे वह मेरी तरफ बड़ी बे
यकीनी से देखकर कहने लगे तुम मुझसे नाराज
मत होना प्लीज मैंने इंकार करते हुए सिर
हिला दिया फिर मैं कहने लगी पवन आज हम
कहीं बाहर घूमने के लिए चलते हैं खाना भी
बाहर ही खाएंगे पवन फिर से परेशान हो गई
थी कि मैंने कहा अच्छा चलो ठीक है आज नहीं
चलते फिर किसी और दिन चलेंगे मेरे पति फिर
से खुश हो गए थे फिर रात के टाइम पर मेरे
पति किसी काम के लिए कमरे से बाहर निकल गए
थे मैंने जल्दी से कैमरे का सेटअप अपने
पति के कमरे में लगाया और उसे अपने फोन से
कनेक्ट कर लिया था यह कैमरा मेरे देवर के
पास था और मैंने आज उससे ही इस कैमरे को
मांगा था और उससे कहा था कि मुझे कुछ काम
है मैं तुम्हें वापस दे दूंगी मेरा पति जब
कमरे में आया तो वो इधर-उधर टहल रहा था
मेरा तो काम हो चुका था मुझे लगा जैसे वो
मुझसे कुछ कहना चाहता हो मगर डर की वजह से
खामोशी था मैं बोली पवन क्या बात है तुम
क्यों परेशान हो क्या तुम्हें कुछ चाहिए
पवन खामोशी रहा था मैंने कहा अच्छा मैं
तुम्हें बर्फ ला दूं पवन की आंखों में
बर्फ के नाम से एकदम ही खुशी के आंसू आ गए
थे वो कहने लगा मैं बहुत खुशनसीब इंसान
हूं जिसे तुम जैसी पत्नी मिली है भगवान हम
दोनों को कभी एक दूसरे से जुदा ना करे मैं
मुस्कुराने लगी और घर की तीनों फ्रिज से
निकालकर अपने पति को बर्फ लाकर दे दिया
क्योंकि मेरे पति को बहुत सारे बर्फ की
जरूरत होती थी मेरा पति आज भी कहने लगा कि
आज रात फिर से तुम्हें कमरे से बाहर
निकलना पड़ेगा मैं कहने लगी ठीक है जैसा
तुम कहते हो मैं वैसा ही कर लेती हूं मैं
मुस्कुरा कर बाहर निकल आई थी और साथ ही
साथ आज अपना मोबाइल भी ले आई थी मैं अब
यही सोच रही थी कि अब मुझे अपना मोबाइल ऑन
करना चाहिए और देखना चाहिए कि मेरा पति यह
सब कुछ क्या कर रहा है आखिर मेरे पति के
दिमाग में यह सब कुछ क्या छुपा हुआ था
मैंने अपने मोबाइल को ऑन किया जिसे मैंने
अंदर के कमरे वाले कैमरे से कनेक्ट किया
हुआ था मैं चेयर पर बैठी हुई कमरे के बाहर
से कमरे के अंदर का सब कुछ देख रही थी
जैसे ही मैंने मोबाइल पर गौर किया तो मेरे
होश उड़ गए थे क्योंकि मेरे पति ने अपने
कपड़े उतारने शुरू कर दिए थे मेरे पति के
शरीर पर नीले नीले निशान हो रहे थे
जिन्हें देखकर मैं हैरान रह गई थी मेरे
पति बर्फ के टुकड़ों को उठा आकर अपने शरीर
के हिस्सों पर लगा रहे थे हर तरफ मेरे पति
बर्फ के टुकड़ों को अपने शरीर पर लगा रहे
थे और एक टॉवल से पानी भी बार-बार साफ कर
रहे थे मैं जल्दी से अपनी सांस के कमरे
में गई और मैंने उनसे कहा कि आपने मेरे
साथ इतना बड़ा धोखा किया है आपने अपने
बीमार बेटे की शादी मेरे साथ करवा दी मेरी
सास मेरी बात सुनकर परेशान हो गई थी और
कहने लगी कि तुम यह क्या कह रही हो मैंने
अपनी सांस से कहा आप खुद अपनी आंखों से
देख लो मैंने अपनी सांस के आगे मोबाइल कर
दिया अब हम दोनों मोबाइल में पवन को यह सब
कुछ करता हुआ देख रहे थे मेरी सास ने कहा
कि मेरे पास तुम्हारे कमरे की एक चाबी है
मेरे सास ने वह चाबी उठाई और उन्होंने पवन
के कमरे का दरवाजा खोल दिया था हम दोनों
कमरे के अंदर दाखिल हो गए थे पवन का
अजीबोगरीब रूप हमारे सामने आ गया था पवन
हमें देखकर डर गया था और कहने लगा मम्मी
वंशिका आप दोनों अंदर कैसे आई मैंने अपने
पति से कहा मुझे तुम्हारे बारे में सब कुछ
पता चल गया अब बताओ यह सब कुछ तुम्हारे
साथ क्या हो रहा है और तुम यह क्या कर रहे
हो बर्फ के साथ मेरा पति रोने लगा था और
उसने बताया कि मेरे शरीर पर यह एलर्जी हो
रही है मेरे पति के पूरे ही शरीर पर अजीब
तरह की एलर्जी हो रही थी और नीले नीले
निशान पड़े हुए थे मेरे पति ने सिर्फ
अंडरवेयर पहना हुआ था फिर उन्होंने मुझे
बताया कि यह एलर्जी बहुत ही खतरनाक है
मुझे इससे बहुत तकलीफ होती है और ऐसा लगता
है जैसे मेरा शरीर जल रहा है इसकी जलन
बुझाने के लिए मुझे बर्फ की जरूरत होती है
इसीलिए तुम मुझे इस हालत में देखकर डर ना
जाओ और कहीं मुझे छोड़ ना दो इसीलिए मैं
तुम्हें कमरे से बाहर निकाल दिया करता था
ये देखो मेरा शरीर मैं बहुत ज्यादा तकलीफ
में हूं मेरे पति अपना जला हुआ शरीर लेकर
मेरे आगे खड़े हो गए थे मेरे पति को बहुत
खतरनाक वाली एलर्जी थी मेरी सास भी उनको
देखकर रोने लगी थी मेरे पति ने कहा मेरी
गर्दन से लेकर पैरों तक यह एलर्जी फैली
हुई है इसलिए तो मैं ढीले कपड़े पहनना
पसंद करता हूं लेकिन तुमने मुझे इस तरह के
कपड़े पहनने से मना कर दिया था मुझे
कपड़ों से चुबन महसूस होती है मेरी सास ने
कहा बेटा लेकिन यह सब कुछ तुम्हारे साथ कब
से है मेरे पति ने कहा मम्मी आपको याद है
पिछले छ महीने पहले मैं ऑफिस की मीटिंग के
लिए चीन गया हुआ था वहां पर मैंने एक अजीब
तरह का खाना डिनर में खा लिया था जिसे
खाने के बाद मुझे यह एलर्जी हो गई आप
लोगों ने मेरा रिश्ता वंशिका के साथ फिक्स
कर दिया था वंश जी का कि जब आपने मुझे
फोटो दिखाई थी तब वह मुझे बहुत पसंद आई थी
और मैं इसी से शादी करना चाहता था अगर आप
लोगों में से किसी को भी मेरी एलर्जी के
बारे में पता चल जाता तो मेरी वंशिका के
साथ शादी नहीं हो पाती इसीलिए मैंने
वंशिका से इस सच्चाई को छुपाकर रखा मैं
वंशिका के करीब नहीं आता था कि कहीं
वंशिका की नजर मेरे शरीर पर पड़ गई तो वह
मुझे उसी वक्त छोड़कर चली जाएगी और मैं
ऐसा हरगिज नहीं चाहता लेकिन पता नहीं आप
लोगों को आज ही सब कुछ इस तरह से पता चल
गया मैंने पवन से कहा पवन मैंने तुम्हारी
सच्चाई जानने के लिए कमरे में कैमरा लगा
दिया था जिसकी वजह से मुझे सब कुछ पता चल
गया मैंने कहा पवन तुम डॉक्टर से इलाज
क्यों नहीं करवाते पवन ने कहा मेरा डॉक्टर
से इलाज चल रहा है लेकिन मुझे कोई फर्क
नहीं हो रहा मुझे सिर्फ बर्फ लगाने के बाद
ही सुकून मिलता है इसलिए मैं बार-बार
तुमसे बर्फ मंगवा हूं मैं खुद अगर बार-बार
बर्फ निकालता तो मेरे घर वालों को मुझ पर
शक हो जाता इसीलिए मैं तुम्हें बर्फ
निकालने के लिए भेजता था मैं दवाई तो
लगाता हूं लेकिन जब मैं शरीर से चिपक हुए
कपड़े पहन लेता हूं तो मुझे बहुत ज्यादा
जलन महसूस होती है शादी पर भी जब मैंने इस
तरह के कपड़े पहने थे तो मुझे बहुत जलन हो
रही थी इसीलिए शादी की पहली रात मैंने
तुमसे छुपकर बर्फ मंगवाया था मुझे इस तरह
से बर्फ का इस्तेमाल करने से बहुत सुकून
मिल जाता था अपना सुकून पाने के लिए ही
मैं तुम्हें कमरे से बाहर निकाल देता था
उस दिन भी मैं ऑफिस से डॉक्टर के पास ही
गया था
मेरा यह राज कोई भी नहीं जानता पापा के
अलावा क्योंकि ऑफिस के केबिन में भी जाकर
मैं अपने कपड़े उतार देता हूं इसलिए पापा
को इस बारे में सब कुछ पता है मेरा एक
फ्रेंड है उससे मैं एक दिन कॉल पर बात कर
रहा था उसने कहा था कि अगर तूने अपना इलाज
अच्छे डॉक्टर से नहीं किया तो मैं यह सब
कुछ भाभी को बता दूंगा मैंने उसे बहुत
समझाया था कि वह मेरा राज किसी को ना बताए
मैं अपना इलाज अच्छे डॉक्टर से ही करवा
रहा हूं लेकिन क्या करूं मुझे फर्क नहीं
हो रहा क्योंकि मैं भी एलर्जी से बहुत
परेशान हो गया हूं मैं डर रहा था कि कहीं
तुम मुझे छोड़कर ना चली जाओ इसलिए मैं
तुम्हारे साथ यह सब कुछ कर रहा था अब मैं
तुम्हारे सामने हूं तुम चाहो तो मुझे
छोड़कर जा सकती हो लेकिन मैं क्या करूं
मैं बहुत मजबूर हूं मैं कुछ नहीं कर सकता
अब जैसा तुम्हारा मन करे तुम वैसा ही करो
पवन की बात सुनकर मेरी आंखों में आंसू आ
गए थे मैंने पवन से माफी मांगी मेरी सास
भी बहुत ज्यादा रो रही थी मैंने कहा पवन
मुझे माफ कर दो मैं तुम्हें गलत समझ रही
थी तुम तो बहुत बड़ी तकलीफ से गुजर रहे हो
मैं तुम्हें नहीं छोड़ सकती तुम फिक्र मत
करो तुम ठीक हो जाओगे हम लोगों ने काफी
दिन पवन को नए-नए डॉक्टर्स को दिखाया था
एक डॉक्टर ने पवन को अमेरिका ले जाने के
लिए कंसल्ट किया था अब मैं पवन के साथ
अमेरिका आई हुई हूं और यहां पर आए हुए
मुझे चार महीने गुजर गए डॉक्टर ने यहां पर
पवन को एडमिट कर लिया पवन का यहां बहुत
अच्छा ट्रीटमेंट चल रहा है और पवन की
एलर्जी को काफी फर्क है डॉक्टर ने पवन का
फुल कंपलीट कोर्स 6 महीने का बताया है और
जिसमें दो महीने रह गए हैं और 2 महीने बाद
हम पवन को घर ले जा सकते हैं और मुझे
उम्मीद है भगवान ने मेरे पति को इतना ठीक
कर दिया है तो वह बिल्कुल भी ठीक कर देगा
अब मुझे अपने पति से कोई शिकायत नहीं मैं
चाहती हूं कि मेरी जिंदगी अपने पति के साथ
हंसी खुशी गुजरे बस आप लोग मेरे पति के
लिए प्रार्थना कीजिए दोस्तों उम्मीद करती
हूं आपको हमारी कहानी पसंद आई होगी कहानी
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