देवरानी की कहानी सुबह का समय होता है
जानकी चाय की चुस्की लेते हुए टीवी देख
रही थी तभी उसकी पड़ोसन विमला का वहां आना
होता है अरे जानकी कहां है तू तुझे पता है
आज तो मैं मरते मरते बची हूं यह देख छत की
सीढ़ियों से गिरते हुए सीधे नीचे आ गई वह
तो मेरे बहू और बेटों ने मुझे संभाल लिया
वरना आज तो तेरी विमल तुझसे मिलने से पहले
यमराज से मिल चुकी होती सीने हाथ में प
बांधे हुए होती अरे तो तू खड़ी क्यों है
बैठ ना यहां और दिखा तो जरा कहां-कहां चोट
लगी है तू ना थोड़ा ध्यान रखा कर इस उम्र
में अगर हड्डियां ट भी गई तो जुड़ती नहीं
है विमला काकी मां जी एकदम सही कह रही है
इस उम्र में खुद का थोड़ा ध्यान रखा करो
और आपको छत पर चढ़ने उतरने की क्या जरूरत
है आपकी बहू बेटे हैं ना उन्हें कहा करो
अरे क्या बात कर रही है विमला काकी आप तो
सीढ़ियों से ही गिरी हैं और यह तो कुछ भी
नहीं है मैं तो एक दिन छत पर कपड़े डालने
गई और छत से नीचे गिर गई लेकिन अब मेरी
मां को लगा कि मैं मर गई और वह रोने लगी
तब मेरी आंख खुली मैं बेहोश हो गई थी मां
जी देख रही है ना आप अपनी छोटी बहू को झूठ
बोलने की भी हाद होती
है और फैक तो इतना रही है जैसे यमराज ने
इसके प्राण हरक वापस इसमें प्राण डाल दिए
हो क्या बात कर रही है छोटी बहू यह तो ऊपर
वाले की माया है जो उन्होंने तेरी जान
बक्श दी कोमल को एक में दो लगाकर बोलने की
आदत थी और कभी-कभी तो वो इतना ज्यादा बोल
जाती कि लोग उस पर विश्वास करने से पहले
यह सोचते कि कहीं इसका मानसिक संतुलन तो
खराब नहीं है एक रोज कोमल अपनी सास ठानी
और पड़ोसन के साथ मार्केट के लिए निकलती
है अरे विमला तेरी बहू को देखती हूं
फुर्ती में काम करती रहती है लेकिन मेरी
बहू में तो थोड़ी भी फुर्ती नहीं है अरे
तो मैंने अपनी बहू को सर पर थोड़ी ना चढ़ा
रखा है अब जो कहती हूं वो कर देती है और
ना करे तो एक रुपया ना दो उन्हें अरे मा
जी आप यह क्या बोल रही हैं सुबह से शाम हो
जाती है लेकिन मैं बैठती तक नहीं हूं पूरा
दिन घर का काम करती रहती हूं कभी यह करना
कभी वो करना यह नहीं दिखता आपको लगता है
जब तू काम कर रही होती है तब मेरी आंख लग
जाती है तो मैंने कभी तुझे काम करते हुए
नहीं देखा अरे मां जी अभी आपने मुझे काम
करते हुए कहां देखा है जब मेरे भाई की
शादी हुई थी ना तो मैंने रात भर जाकर सारे
मेहमानों के कपड़े धोए थे क्यों तेरे भाई
की शादी में मेहमान नाले में गिर कर आए थे
क्या जो तुझे कपड़े धोने पड़े कुछ भी
बोलती है कोमल अगर आपको विश्वास नहीं होता
ना तो मैं अभी मां को फोन करती हूं वही
आपको सच बताएंगे जानकी और नेहा को अच्छे
से पता था कि कोमल को कितना फेंकने की आदत
हो चुकी है हर बात पर लंबी-लंबी बातें
बनाकर वह लोगों को सुनाया करती थी एक रोज
बिजली का बिल देने बिजली वाला जानकी के घर
आता है जानकी हॉल में बैठी होती है और
नेहा सब्जिया काट रही होती है अरे खड़ी
क्या है बेचारे से बिजली का बिल ले ले और
जाने दे उसे उसके के पास भी बहुत सारे काम
होंगे अरे भैया आज आप इतना उदास क्यों है
सब ठीक तो है ना घर में अरे क्या बताऊ
भाभी दो चार दिन पहले घर में लाइट ठीक कर
रहा था बस उसी में करंट के दो चार झटके लग
गए मेरी तो हालत ही खराब हो गई थी पूरे
पांच दिन हॉस्पिटल में रहा हूं तब जाकर आज
काम पर आया हूं अरे बेटा ध्यान से काम
किया कर यह सब काम तो कितना जोखिम बरा
होता है अरे मां जी यह तो कुछ भी नहीं है
आपको पता है जब मैं 8 साल की थी तब मैंने
बिजली की तार को पकड़ लिया था मुझे भी कई
बार झटके लगे और मैं दूर जाकर गिरने लगी
लेकिन फिर मैं तो उठ खड़ी होती और उस करंट
की तार को बार-बार पकड़ लेती लेकिन मां ने
जब मुझे मारा ना तब मुझे समझ में आया कि
इससे तो मेरी जान भी जा सकती थी क्यों
काकी इंसानों की जगह घर में रोबर्ट को बहू
बनाकर लाई हो क्या जो करंट से उस पर कोई
असर नहीं
होता तो इंसान ही लेकिन फेंकने की आदत है
इसकी कभी फुर्सत में
बताऊंगी मांजी बिल्कुल सही सही कह रही है
भैया कई लोगों की आदत होती है जब तक अपनी
तारीफ ना कर ले उन्हें खाना हजम नहीं होता
ऐसे ही समय बीत रहा था और कोमल की बातों
को बढ़ा चढ़ाकर बोलने की आदत जा ही नहीं
रही थी नेहा और जानकी कोमल की हरकतों से
परेशान हो चुके थे और एक दिन विमला के घर
जब मेहमान आते हैं तो वह जानकी के घर आती
है अरे जानकी तू जरा अपनी छोटी बहू को
मेरे घर तो भेज दे वो परसों कह रही थी ना
कि उसने अपनी भाई की शादी में लोगों का
खाना अकेले बनाया था लेकिन मेरे घर तो
सिर्फ ना 10 लोग आए हैं उनका खाना बनाना
है जरा अरे काकी लेकर जाओ यह रही पूरी की
पूरी कोमल हमें इससे कोई काम नहीं है घर
का काम तो मैं कर लूंगी अरे दीदी यह क्या
कह रही है आप मला मैं क्यों जाऊ विमला
काकी के घर वो ना तब की बात और थी अब तो
मेरे में काफी बदलाव आ गया है मैं नहीं
बना पाऊंगी इतने लोगों का खाना जब तुझसे
होता नहीं कुछ तो तू इतना बड़ा चढ़ाकर
बोलने से क्या मिल जाता है तुझे अब मैं
कुछ नहीं सुनने वाली जा विमला के घर जाकर
मेहमानों के लिए खाना बना दे मुझे तो पहले
ही पता था तेरी बहू को आता जाता कुछ नहीं
लेकिन बातें लंबी-लंबी करती है कामचोर
कहीं की इतना बोलकर विमला वहां से चली
जाती है और जानकी अपनी बहू कोमल से कहती
है तू बदनामी करवाने का कोई मौका नहीं
छोड़ती जब तुझसे कुछ होता नहीं तो बोलने
की क्या जरूरत थी वो कहते ना मां जी
अपने मुंह मिया मिट्ठू वही बात है देवरानी
जी के साथ अरे नीनी मुझे आता तो सब है
लेकिन मैं क्यों जाऊ किसी के घर मैं तो घर
से भी नहीं निकलती वह तो मैंने आपकी इज्जत
की लाज रख ली और आपकी पड़ोसन के घर नहीं
गी लेकिन आप लोग मुझे कहां समझने वाले हैं
ऐसे ही एक रोज विमला और जानकी पार्क में
घूमने के लिए निकलते
हैं अरे दीदी हम भी चली क्या मांजी और
काकी की तरह घूमने घर में बैठे-बैठे मुझ
में भी आलस भरता जा रहा है क्यों पहले तुम
जिम जाती थी क्या अरे आप जिम जाने की बात
कर रही है मैंने तो 100 किलो वेट उठाया है
और ऐसा एक्सरसाइज करती थी कि सामने वाला
मुझे देखकर कहता बस करो बहन जी इतना तो
बॉडीबिल्डर लोग भी नहीं कर
पाते अब इसमें भी कितनी सच्चाई है वो तो
तेरे अलावा कोई नहीं जानता अगर तुझे घूमने
जाना है तो चल चलते हैं इतना बोलने के बाद
निहा कोमल को लेकर पार्क पहुंचती है और
घूमने लगती है जानकी और विमला भी अपनी
दोनों बहू को देखकर उनकी तरफ आ रहे होते
हैं लेकिन तभी कुत्ता कोमल पर भोकने लगता
है अरे यह मेरी बहू है ना देख इसे देखकर
कुत्ते भी चुप नहीं रहते दीदी आपको पता है
यह जो कुत्ता मुझ पर भूक रहा है ना मैं
अभी चाहूं तो इसे नचा करर दूर फेंक सकती
हूं लेकिन मैं ना बेजुबान पर हाथ नहीं
उठाना चाहती क्या बात कर ही है कुमर फिर
तो तू अपनी जान इन कुत्तों से बचा ही सकती
है क्यों सही कहा ना मैंने अरे चलो ना हम
चलते हैं हमें क्या लेना देना अरे जानकी
तूने सुना अभी तेरी बहू क्या कह रही थी कि
वो कुत्तों को हवा में नचा करर फेंक सकती
है लेकिन वह बेजुबान पर हाथ नहीं उठाती
अरे इसे बोला कर थोड़ा चुप रह मैं तो कहती
हूं आज इसे अच्छे से सबक सिखा ही दो क्या
बोलती है विमला अरे कुछ ऐसा वैसा मत कर
दियो जिससे लेने के देने पड़ जाए ये कितना
ही बोलेगी और अब तो सब जानते हैं कि तेरी
बहू कितना झूठ बोलती है जहां एक तरफ नेहा
और कोमल घूम रहे होते हैं वहीं पार्क में
दूसरी तरफ जानकी और विमला एक बेंच पर बैठे
होते हैं तभी जानकी देखती है कि कोमल पर
एक कुत्ता भोंकते हुए उसके पीछे पड़ जाता
है और कोमल आगे आगे भाग रही होती है और
कुत्ता उसके पीछे पीछे कुत्ते को भी पता
है कौन दिखावे की दुनिया में है कौन सच्चा
और कौन झूठा है अब तो इसे काटे बिना यह
कुत्ता छोड़ेगा भी नहीं अभी तो कह रही थी
कुत्तों को नचा करर फेंक दू अब क्या हो
गया अब क्यों भाग रही है वैसे जानकी अगर
कुछ कुत्ते ने इसे काट लिया ना तो 14
इंजेक्शन लगवाने पड़ेंगे बचा ले इसे अरे
नहीं नहीं आज तो इसे अच्छे से सबक मिलेगा
तू बैठकर बस तमाशा देख क्योंकि इसका दिमाग
कुछ ज्यादा ही आसमान में चढ़ गया है यह तो
कुछ भी नहीं है मैंने ऐसा किया था यह तो
कुछ भी नहीं है मैं तो छत से कूद गई थी
कुछ भी बोलती रहती है अरे मां जीी कोमल को
कुत्तों से बचा लो ना वरना वो कोमल को काट
लेंगे अरे तू क्यों चिल्ला रही है तू भी
आकर यहां बैठ जा और चुपचाप तमाशा देख जान
की और विमला बेंच पर बैठे कोमल को देख रहे
होते हैं लेकिन उसकी मदद नहीं करते नेहा
जैसे तैसे शोर मचाती है तो पार्क में
मौजूद लोग कुत्ते को भगाते हैं और कोमल की
जान बचती है लेकिन फिर भी कुत्ता कोमल के
हाथों पर पंजा मार ही देता है इसके बाद
कोमल की क्या मजाल जो वो बातों को बढ़ा
चढ़ा कर बोले और यह कहे कि यह तो कुछ भी
नहीं है मेरे साथ तो ऐसा हुआ
था उसकी यह बोलने की आदत छूट जाती
है कहते हैं ना बच्चों की आदत होती है
सवाल करने की लेकिन सवाल के जवाब में मां
क्या बताती है यह काफी अहम होता है मां
बचपन से तूने मुझे हर सवाल का जवाब जो भी
दिया वह दिखने में तो सही लगता था लेकिन
होता था प्रैक्टिकल से बिल्कुल अलग क्या
अलग जैसे प्लीज
एक्सप्लेन मां यह मेरा शब्द है एक्सप्लेन
ओके ठीक है ठीक है लेन बता तो दे ऐसी क्या
बात है जो मैंने तुझे बताई है जो दिखने
में तो ठीक लगती है लेकिन है नहीं बोल मां
देखो ना तुम बोलती हो कि तुम किसी से कम
नहीं हो हां तो तू है क्या किसी से कम ना
बिल्कुल नहीं बात कुछ और है अच्छा वो क्या
मां आपको चाची और बुआ ताई जी सब बोलते
रहते हैं कि तेरी बेटी है तेरी बेटी है तू
क्या करेगी उसकी शादी के बाद उसके लिए
पैसे नहीं जोड़े शादी कैसे करेगी ये सब
इसका जवाब आप क्यों नहीं देते उन लोगों को
कुछ जवाब क्या जवाब दो रिनी मेरे पास तो
कोई जवाब है ही नहीं मेरे पास तो सिर्फ
तेरे सवालों की जवाब
है चल खाना लगा दिया है खा लेते हैं दोनों
मां बेटी आज फिर तेरी फेवरेट डिश बनाई है
पाव
[हंसी]
भाजी दोनों मां बेटी खाना खा रहे होते हैं
और पे लड़ा रहे होते हैं कि एक कटीली सी
आवाज आती है है कोई घर में या सब के सब
कमरों में घुसे हैं मेरी मां ने तो गलत ही
कर दिया तीन बहुओं को एक घर में रखकर अरे
दीदी कैसे आना हुआ आओ आओ पांव भाजी खाते
हैं रिनी के लिए बनाई थी तुझे तो जितना
समझा लो भाभी तुम ना समझो कीी बस रिनी
रिनी करती रहती हो एक काम ना सिखाया है
उसे घर का बस उसे यह पसंद उसे व पसंद अरे
कुछ फर्क ही नहीं पड़ता कि बेटियों को
क्या पसंद है और क्या नहीं
उससे क्यों बुआ लड़कियां इंसान नहीं होती
क्या दादी ने आपको जानवर की तरह पाला है
क्या जो ऐसी बात करती है लड़कियों के लिए
मां मैंने तो आज तक लड़का लड़की में कोई
फर्क नहीं देखा तभी रिनी के पिता आ जाते
हैं क्योंकि होता ही नहीं है तो देखोगी
कैसे रिनी जाओ अंदर जाकर खा बुआ के साथ
पापा को कुछ जरूरी बात करनी है रिनी अंदर
चली जाती है और रिनी की मां भी कुछ काम से
बाहर जाती है रिनी के पिता अपनी बहन से
कहते हैं देख बहन एक बात सुन ले रिनी की
मां तुझे क्या किसी को कुछ भी नहीं कहेगी
अब क्यों नहीं कहेगी यह तो मैं नहीं जानता
लेकिन हां मेरी बेटी के लिए यह सब फालतू
की बात बोलने की जरूरत नहीं है बुआ गुस्सा
हो जाती है हाय रे भैया
ऐसा क्या कह दिया तुम्हारी राजकुमारी के
लिए अरे रहेगी तो बेटी ही ना बड़े भैया का
बेटा और छोटे ललन का भी एक तुम ही हो जो
एक लड़की के बाद बैठ गए अरे चली जाएगी
ससुराल ऊपर से ना पैसे जमा किए उसके लिए
ना ही शादी के लिए कोई लड़का देख रहे हो
तभी रिनी की मां पानी लेकर आती है और पिता
को शांत रहने का इशारा करती है खैर पिता
वहां से चले जाते हैं और ममता की ठनी की
एंट्री होती है अरे दीदी कब आई आप और यह
मुंह क्यों लटकाया है मुंह क्या लटकाया है
मतलब भाभी मैंने तो अपना समझकर बस इस ममता
को समझाया था कि भाई बेटी पाली हो कल कोई
शादी करनी है आज लड़का देखना शुरू करोगी
तो जाकर कहीं मिलेगा दो तीन साल में अरे
दीदी यह ममता तो मुंह में दही जमाई है पता
नहीं बेटी की मां होकर नींद कैसे आ जाती
है इसको इतनी चैन की हम तो बेटे को लेकर
भी नहीं सो पाते तभी जिठानी का बेटा आता
है ओए बुआ कब आई क्या लेकर आई है खाने को
जाब देखो खाली याद आ जाती है अरे बुआ के
भतीजे पास हुआ कि इस साल भी
हैं अरे दो साल से एक ही क्लास में है अ
कुछ तो शर्म कर ले माना लड़का है इसका
मतलब यह नहीं कि पढ़ाई ना करे तो भी चलेगा
भाई शादी के लिए लड़के की कमाई देखी जाती
है तभी कोई अपनी लड़की देगा तुझे अरे बुआ
मेरी चिंता ना करो हम तो राजा है राजा
बहुत सारी गर्लफ्रेंड है
मेरी वैसे ममता चाची रिनी क है उसे यह
कॉपी दे देना बोलना इंग्लिश का काम पूरा
कर देगी क्या है ना उसकी अंग्रेजी बहुत
अच्छी
है अच्छा लास्ट टाइम तो तु बोल रहा था कि
मैथ सच्ची है उसकी अरे बुआ रिनी तो
कंप्यूटर है ऐसा क्या है जो मेरी बहन को
नहीं आता सच्ची सबना मुझे बाहर रिनी के
नाम से ही जानते हैं खैर चलो मैं चल रहा
हूं मां मेरे दोस्त आए हैं जेठानी का मुंह
लटक जाता है कि ममता बात संभालने के लिए
कहती है दीदी वो दशहरे का मेला लगा है
रामलीला मैदान में रात को चलते हैं ना
खाना खाने के बाद हां हां क्यों नहीं वैसे
रिनी को ना जाना होता तो तू नीचे पार्क तक
भी नहीं जाती है
ममता अब क्या करूं दीदी उसी से फुर्सत
नहीं मिलती है बस ऐसे ही है ममता अंदर आती
है जहां रिनी और उसके पिता दोनों का ही
मुंह फुला होता है अरे क्या हो गया तुम
दोनों तो मुझे ऐसे देख रहे हो जैसे मैंने
ना जाने क्या कर दिया अरे क्या हुआ रहने
दो तुमको मैं कब से देख रहा हूं कोई भी
रिनी के बारे में कुछ भी बोल दे तुम कुछ
नहीं कहती देखा माना मेरी बहन है लेकिन
मैंने कैसे तगड़ा जवाब दिया देखा वैसे
बड़ी दीदी का बेटा चिंटू है ना रिनी की
अभी काफी तारीफ करके गया है सभी करते हैं
मां सभी बस तू ही नहीं करती मेरी
तारीफ अच्छा सुन रात को मैंने दीदी और
तेरी बुआ को तैयार कर लिया है राम लीला
मैदान में चलने के लिए शाम को घुमा लाऊंगी
तुझे ठीक है ना वाओ मां थैंक्स मैं तैयार
हो जाऊंगी वक्त पर रिनी कमरे से बाहर जाती
है और ममता रिनी की किताबें ठीक करने लग
जाती है क्या बात है ममता सभी तुमको बेटी
पैदा करने के लिए ताना देते रहते हैं
बातें बोलियां सुनाते हैं लेकिन तुम किसी
को कोई जवाब नहीं देते क्या तुमको भी
अफसोस है कि तुम्हारी बेटी है बिल्कुल
नहीं
जी देखिए हम लोग मेला देखने जा रहे हैं
आपका खाना रखा है खा लेना बाहर जाते वक्त
आस पड़ोस की औरतें भी साथ हो जाती है फिर
फिर एक औरत कहती है दिखा दो रिनी को मेला
कुछ साल मां के साथ फिर ले फिर ना जाने
कौन सा गांव देहात मिले वहां पता नहीं
मेला लगता भी हो या नहीं अरे पति दिखाने
ले जाए भी या नहीं अरे पैसा भी नहीं रखी
है यह सारा लगा दिया पढ़ाई पर पता नहीं
क्या करेगी कलेक्टर बनाकर बिटिया को रिनी
एक बार फिर मां का मुंह देखती है लेकिन
मां तो जैसे उन लोगों की बातों को सुन दे
रही थी साल दो साल बीत जाते हैं लोगों के
ताने तो नहीं रुकते लेकिन मां मां मैंने
वो नौकरी का इंटरव्यू क्लियर कर लिया है
पता है मां मैं अब तक की सबसे हाईएस्ट पेड
न्यू जॉइनी हूं तभी मीडिया वाले भी दरवाजे
पर आ जाते हैं देख रहा है बेटा तू मेरा
बेटा है लेकिन कभी पास के गांव तक नहीं ले
जा पाया और यह रिनी उड़ जाएगी अगले महीने
अपने माता-पिता के साथ लंदन हाय रे फूटी
किस्मत जो ऐसा नालायक बेटा हो गया तभी
ममता बोल पड़ती है चिंता तो बच्चों की
करनी चाहिए उनकी पढ़ाई उनके संस्कार की
शादी और बाकी के काम उस ऊपर वाले ईश्वर पर
छोड़ देने चाहिए भाभी और मेरी बेटी को तो
यह बनना ही था मैं आज से नहीं उसके बचपन
से उसे जानती थी आप लोगों की बातों का
जवाब मैं तभी भी दे सकती थी लेकिन मैं
घमंड नहीं करना चाहती थी ओ मा
तो यह था कारण तुम लोगों को इसलिए जवाब
नहीं देती
थी बेटा जवाब तो ऊपर वाला देता है हम कौन
होते
हैं
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