इतनी अच्छी ननर मधु अपने बेटे यश के लिए
दुल्हन ढूंढने में लगी थी लेकिन जाने क्या
बात थी कि यश किसी भी लड़की को देखकर हां
ही नहीं करता था छाया पता नहीं जब भी शादी
की बात करो ये यश गोल गोल बातें करके
क्यों निकल जाता है तो पता करना कहीं कोई
और बात तो नहीं है ठीक है मम्मी मैं भैया
से निकलवाने की कोशिश करती हूं आखिर उनके
मन में क्या है फिलहाल ना मेरी फ्रेंड जुई
आ रही है प्लीज आप उसके लिए चाय बना दो
अच्छा ठीक है तुझे कहने की जरूरत नहीं है
य जूही तो शक्ल से ही इतनी सीधी लगती है
उसे देखकर तो खुद
बखुदा भी बना दूंगी कुछ ही देर में छाया
की सहेली जूही उसके घर आती है मम्मी देखो
जूही आ गई है अब चाय बना दो ना प्लीज अरे
छाया आंटी जी हमारे लिए चाय बनाए और हम
बैठकर गप्पे लगाए ये कोई अच्छी बात तो है
नहीं तुम ऐसा करो आराम से बैठो चाय में
बना देती हूं अरे आंटी जी आप अंदर जाकर
आराम करिए मैं चाय बना देती हूं अरे बेटा
एक मेरी बेटी है और एक तू है जिस घर जाएगी
ना बड़े लकी होंगे वह लोग मधु के मुंह से
यह बात सुनकर जूही शर्मा करर वहां से चली
जाती है दो दिन बाद मम्मी आपने मुझसे पता
करने को कहा था ना कि भैया शादी में
इंटरेस्ट क्यों नहीं ले रहे उन्हें शादी
में इंटरेस्ट इसलिए नहीं है क्योंकि
उन्हें मेरी फ्रेंड जूही में इंटरेस्ट है
इसीलिए आज मैं आपसे अपनी फ्रेंड जूही और
यश भैया का हाथ मांगने आई हूं अब आप जल्दी
से हां बोल दो
बस आए भाई और जही की शादी मैं तो सोच कर
ही एक्साइटेड हो रही हूं देख छाया समझा
देना अपनी सहेली को मुझे यह रिश्ता कत
मनसूर नहीं है वाह मम्मी वैसे तो जब देखो
जूही की तारीफ में कसीदे पड़ती थी आप हाय
कितनी सुंदर है हाय कितनी सीधी है जिस घर
ब्या के जाएगी उनके भाग खुल जाएंगे मम्मी
याद है ये सारे डायलॉग किसके हैं या मैं
याद दिलाओ अरे मुझे क्या पता था कि ये आफत
की पुड़िया मेरे ही गले पड़ने वाली है
मम्मी आप उसकी कमी तो बताओ जूहे में जब
कोई कमी नहीं है तो आपको यह रिश्ता कबूल
करना ही होगा बेटे और बेटी की जिद देखकर
हर मां की तरह मधु का दिल भी पिघल जाता है
और व जूही को अपनी बहू बनाकर घर लाने के
लिए तैयार हो जाती है शादी के बाद अरे
जूही तू बस बैठकर छाया के साथ गप्पे ही
मारती रहेगी या कुछ काम में भी हाथ लगाएगी
देख र हूं दिन में आधा समय तुम छाया के
कमरे में ही घुसी रहती हो जब देखो ही ही
ही ही की आवाज कमरे से बाहर आती रहती है
अरे बहू के लक्षण नहीं होते हर समय ही
करना मम्मी यह क्या बात हुई भाभी कोई
अकेली तो नहीं हंस रही थी मैं भी उनके साथ
हंस रही थी ना मुझे तो आपने एक बार मना
नहीं किया हसने के लिए अब आप उनकी हंसी पर
भी पाबंदी लगाओगी क्या तू ज्यादा मत बोल
बहुओं के ससुराल में रहने के कुछ कायदे
कानून होते हैं और मैंने तुझसे कल भी कहा
था ना पूरे घर के पर्दे उतार कर धो दे
लेकिन देख रहे हो अभी तक वही गंदे पर्दे
लटके हुए हैं एक बात कहूं घर के कामों में
तेरा जर रा अभी मन नहीं लगता बस दिन भर
बैठकर या तो मोबाइल चलवा लो या फिर ननद के
साथ बैठकर गप्पे लगवा
लो अरे मम्मी आपकी ना भाभी से कुछ ज्यादा
ही एक्सपेक्टशंस है अभी नई नई शादी हुई है
उनकी इतनी सारी जिम्मेदारी तो मत डालो
उनके सर पर कि वो बिल्कुल ही घबरा जाए और
उन्हें ससुराल के नाम से ही डर लगने लगे
दिन भर काम ही तो करती रहती है वो फिर भी
आप कभी खुश नहीं होती उनसे तू ना ज्यादा
हिमा आयतन मत बना कर इसकी बहू बहू होती है
और बेटी बेटी बहू को सर पर नहीं बिठा
पाएंगे हम लोग और काम करके कौन सा एहसान
करती है यह बहुएं घर में होती है किसलिए
यह काम नहीं करेगी तो और कौन
करेगा मम्मी वैसे तो आप बहुत कहते थे हम
बहू को बेटी समझते हैं लेकिन बेटी वाली
कोई बात तो दिखती नहीं है मुझे आपके
व्यवहार में मुझे तो आप हर काम के लिए
बच्ची है बच्ची है कह कर डाल देती हो और
भाभी भी तो मेरी हम उमरा है ना उनसे आप
चाहती हो कि पूरे घर का काम करवा ल अरे
कुछ दिन पहले तक वह भी तो अपने मम्मी पापा
के लिए छोटी बच्ची ही थी ना ऐसे अचानक से
रातोंरात कैसे सब कुछ सीख जाएंगी थोड़ा
टाइम तो लगता है ना बेटी की बातों के
सामने मधु निशब्द हो जाती है और मुंह
बनाकर वहां से चली जाती है शाम के समय जही
आज हम दोनों शाम को बाहर डिनर पर चल रहे
हैं अरे वाह ये तो बहुत अच्छा आईडिया है
छाया को भी साथ ले चलते हैं ना पहले मूवी
देखेंगे उसके बाद में डिनर करेंगे बहुत
मजा आएगा अरे यार जोही कोई हस्बैंड वाइफ
का प्राइवेट मोमेंट भी होता है कि नहीं हर
जगह छाया को लेकर जाना जरूरी है क्या हम
जब भी कहीं बाहर जाते हैं तुम छाया को
इनवाइट कर ही लेती हो फिर तुम दोनों ननद
भाभी पूरे रास्ते में हाथ में हाथ डाले
घूमती रहती हो और मैं पागलों की तरह बस
तुम्हारा शॉपिंग बैग लेकर पीछे पीछे घूमता
हूं अरे तुम्हें तो खुश होना चाहिए ना कि
तुम्हारी बीवी और बहन की इतनी अच्छी
ट्यूनिंग है और तुम िड़ रहे हो मैं चड़
नहीं रहा हूं लेकिन तुम्हें तो समझना
चाहिए ना कुछ जाने दो मुझे समझना ही नहीं
है इस घर में मुझे समझने वाला कोई नहीं है
सिवाय छाया के वो मेरा सबसे बड़ा इमोशनल
सपोर्ट है वो ना होती तो पता नहीं मेरा
क्या होता सुबह से लेकर रात तक मैं घर के
काम करती हूं लेकिन मम्मी जी को तो बस
मेरी कमिया ही नजर आती है जिन बातों के
लिए छाया मेरे लिए स्टैंड लेती है ना असल
में तुम्हें लेना चाहिए मम्मी की गलत
बातों को देखकर तुम आंख बंद कर लेते हो
लेकिन वह मेरे सामने एक शील्ड की तरह खड़ी
हो जाती है तुमने तो अपनी इच्छा से मुझसे
शादी की है ना कितने वादे किए थे तुमने कि
सुख दुख में मेरा साथ निभाओ गी लेकिन बदले
में क्या किया मेरे लिए बताओ तुम्हारी बात
बिल्कुल सही है जुई मैं सच में शादी के
बाद तुम्हारी तरफ देखना और तुम पर ध्यान
देना मैंने बिल्कुल बंद कर दिया मैं जानता
हूं मम्मी तुम पर कुछ ज्यादा ही दबाव
बनाती है लेकिन फिर भी मैं चुप रहता हूं
मम्मी को तो मैं बदल नहीं सकता लेकिन वादा
करता हूं आज से घर के कामों में मैं
तुम्हारी मदद किया करूंगा अब तो तुम खुश
हो ना मुझे समझने के लिए थैंक यू यश अगले
दिन यश रसोई में जूही के साथ खाना बनाने
में मदद कर रहा था अरे देखो तो आज से पहले
तो कभी रसोई में आकर एक गिलास पानी भी
नहीं पिया और बीवी आ गई तो उसके साथ काम
करो करवा रहा है चार लोगों का खाना नहीं
बनता आजकल की लड़कियों से कुछ देर बाद अरे
याश इतनी दोपहर में छत पर क्या करने जा
रहा है बाहर बहुत धूप है बेटा मम्मी जुई
के साथ कपड़े सुखाने जा रहा हूं उसकी
थोड़ी हेल्प हो जाएगी अरे जोरों का गुलाम
बना लिया है मेरे बेटे को एकदम से पता
नहीं क्या टोना टोटका कर दिया इसने बेटा
हो या बेटी सब इसी के गुण गाते रहते अब ये
चार कपड़े सुखाने के लिए भी इसे मदद चाहिए
बोलो ये क्या बात हुई मम्मी भैया ने भाभी
के काम में जरा सी मदद क्या कर दी व जोरू
के गुलाम हो गए यह तो अच्छी बात है ना कि
वह भाभी की प्रॉब्लम समझ रहे हैं और उनके
काम में मदद कर रहे हैं आप ही तो हमेशा
भैया पर चिल्लाती रहती थी ना कि थोड़ी सी
काम में हेल्प कर दिया कर आपकी हेल्प करते
थे तब तो ठीक था भाभी की कर रहे हैं तो
गलत हो गया मम्मी कल को मेरी शादी होगी तो
मैं भी तो जाऊंगी ना मेरा पति काम में
थोड़ी मदद कर दे तो मेरे पति को भी आप ऐसा
ही
कहेंगी तुझसे तो बात करना ही बेकार लगता
ही नहीं कि तू मेरी बेटी है हर बात में
मेरा दोष निकालती रहती है भाभी की चमची
कहीं की मैं चमची नहीं हूं मम्मी मैं बस
गलत को गलत कह रही हूं और पता नहीं आपको
क्या हुआ है जब से भाभी आई है आपकी
पर्सनालिटी ही चेंज हो गई है आप हमेशा
उनमें बुराई क्यों देखती रहती है कुछ दिन
बाद भाभी आज मैंने अपने सारे पुराने
दोस्तों को घर पर बुलाया है पार्टी करेंगे
बहुत मजा आएगा अरे लेकिन मम्मी जी मम्मी
गई है ना मामा के घर दो दिन के लिए हमारी
छुट्टी
शाम को अरे जूही आज हम लोग डिनर पर चलते
हैं लेट नाइट शो देखेंगे डिनर करेंगे और
तुम्हारी मनपसंद शॉपिंग भी बताओ कैसा
प्लान है प्लान तो बहुत अच्छा है लेकिन एक
प्रॉब्लम है देखो जही प्लीज आज छाया हमारे
साथ नहीं जाएगी बिल्कुल सही कहा आज छाया
साथ नहीं जाएगी क्योंकि आज तो मैं भी नहीं
जाऊंगी आज छाया ने घर पर पार्टी रखी है
हमारे और भी दोस्त आ रहे हैं क्या है यार
यह सब मुझे ऐसा लगता है कि शादी तुम ने
मुझसे नहीं छाया से की है भाड़ में जाओ
दोनों अरे इसमें अपसेट होने की क्या बात
है ऐसे करो तुम भी हमारे साथ पार्टी जवाइन
कर लो बहुत मजा आएगा सच
में ठीक है इसी बहाने तुम्हारे साथ थोड़ा
टाइम स्पेंड करने को तो मिलेगा वरना तुम
तो भूल ही गई हो कि पति नाम का प्राणी भी
घर में रहता है शाम को अरे वाह जुई तुम तो
इस ड्रेस में आज बहुत अच्छी लग रही हो
थैंक यू आप भी जल्दी से रेडी होकर आ जाओ
तब तक मैं किचन में हूं यश तैयार होकर
रसोई में आता है तो देखता है कि जूही जूस
तैयार कर रही है देखो तो जूही मैं कैसा लग
रहा हूं आप बहुत अच्छे लग रहे हैं भैया और
मैं जूही नहीं छाया हूं अरे लेकिन अभी तो
ये ड्रेस जूही ने पहनी थी पहनी थी नहीं
पहनी है ये देखो हम दोनों ने सेम ड्रेस
पहनी है और यह दोनों ड्रेस मेरी प्यारी
ननद रानी छाया लेकर आई है ताकि हम दोनों
की जोड़ी एकदम बेमिसाल लगे पार्टी में
भैया और भाभी की शादी के छ महीने पूरे
होने की खुशी में ही मैंने आज ये पार्टी
रखी है और इस मौके पर यह मेरी तरफ से आप
दोनों केलिए लिए तोहफा तोफा हां भैया आप
दोनों अपनी हाफ एनिवर्सरी मनाने मनाली जा
रहे हो यह रही आपके टिकट और होटल की
बुकिंग बहन की बात सुनकर यश ने प्यार से
उसे गले लगा लिया उसे समझ में आ गया था कि
इन ननद भाभी का प्यार अनमोल है और छाया के
होने से उनके प्यार में कमी नहीं आ रही
बल्कि वह तो एक मजबूत पिलर की तरह उनके
रिश्ते को संभाले हुए हैं तो कैसा लगा
आपको इन ननद भाभी का प्यार कमेंट करके
जरूर बताइएगा
दुनिया की चका चौन को कौन नहीं एंजॉय करना
चाहता लेकिन क्या फालतू की मौज मस्ती में
पैसा खर्च करना सही है देखि
जरा आजकल अच्छी नौकरी मिलना कितना मुश्किल
हो गया है सही कहा जहां भी जाओ तो केवल
यही सुनने को मिलता है फिलहाल जरूरत नहीं
है और अगर गलती से नौकरी मिल भी जाए तो उस
तनख्वा से दो वक्त की रोटी भी नहीं खरीदी
जाती हां यार ऊपर से रोज सुबह शाम घर
वालों के ताने सुनकर ही पेट भरना पड़ता है
अब तो तेरा खाना बिना घर वालों के ताने
सुने बिना पछता भी नहीं होगा हैं क्यों
तेरे घर वाले कुछ नहीं कहते कहते तो हैं
पर क्या करें कानों को सुनने की आदत हो गई
है अच्छा तुम्हें एक जरूरी चीज बताना तो
भूल ही गया कल ना मुझे कमल का फोन आया था
कौन कमल जो उस मोटे सेठ के दफ्तर में काम
करता है हम उसने बताया कि उसकी फैक्ट्री
में कुछ काम है उसे आदमियों की जरूरत है
और तनख्वा भी अच्छी है तो चलते हैं क्या
अरे वाह पूरे दिन भर में अब कोई अच्छी खबर
जाकर मिली है अगर मैं अपने घर वालों को
बताऊंगा तो वह लोग खुशी से झूम
उठेंगे तो फिर देर किस बात के चलो सुनाते
हैं घर वालों को यह खुशखबरी थोड़ी दिन बाद
दोनों फैक्ट्री में जाकर काम करने लगते
हैं और उनको वह काम अच्छा लगता है शहर की
बात ही अलग है यह चमचमाती हुई सड़के यों
का शूर आंखें खोल देने वाले
नजारे शहर की इसी चका जौन में लोग अक्सर
फंस जाते हैं मेरे दोस्त तुम यह मत करना
क्यों शहरों में क्या खराबी है हमारी सारी
जरूरतों का सामान यहीं मौजूद है और मैं तो
खूब पैसे कमाऊ और यहीं एक अच्छा सा घर
देखकर अपने परिवार के साथ बस भी जाऊंगा पर
उसके लिए मेरे दोस्त हमें बहुत सारे पैसे
कमाने होंगे और पैसे कमाने के लिए हमें
मुंह कम आज ज्यादा चलाने
[हंसी]
होंगे ऐसे ही काम करते-करते दो-तीन महीने
बीत जाते हैं काम करते-करते पता ही नहीं
चला कब तीन महीने बीत गए अब तो घर वालों
की बहुत याद आती है मां सही कहा कल मां से
बात हुई तो मां भी यही पूछ रही थी घर कब आ
रहा है क्यों ना हम चार पांच दिन की
छुट्टी लेकर गांव हुआ है और हां उससे पहले
एक दिन बाजार जाकर घर के लिए कुछ सामान ले
आएंगे गांव में तो आधा सामान मिलता है आधा
नहीं और मैंने सुना है शहर के बाजार बहुत
बड़े और सुंदर होते हैं वहां तरह-तरह की
दुकानें होती हैं ठीक है कल छुट्टी की
अर्जी देने के बाद बाजार
चलेंगे अगले दिन बाजार में अरे वो देखो
कितनी सारी दुकान हैं कितना सामान कितनी
बड़ी-बड़ी दुकान हैं अरे देखो तो कितना
सुंदर लग रहा है अच्छा पहले वो सामान ले
ले जो लेने आए हैं हां हां क्यों नहीं फिर
उस दुकान से शुरुआत करें क्या नहीं नहीं
मुझे लगता है उस दुकान से वहां से हमें
सस्ता और अच्छा मिलेगा और तुम्हें ऐसा
क्यों लगता है क्या वह दुकान तुम्हारे
रिश्तेदार की है नहीं तुम्हारे अरे दिमाग
के पैदल इंसान क्योंकि वहां पर ज्यादा
भीड़ है और दुकान में डिस्काउंट का ऑफर चल
रहा
है तुम्हें तो सब पता है यहां के बारे में
अब चलोगे भी हां हां चलो अरे बस भी कितना
सामान लोगे चलो ना उस दुकान में भी देखते
हैं सारा जरूरत का सामान तो हम ले चुके
हैं अब तुम्हें कौन सा सामान चाहिए जब हम
दुकान के अंदर जाएंगे तभी तो पता चलेगा कि
हमारे पास क्या नहीं है बस ये आखिरी दुकान
हां इसके बाद सीधा घर चलेंगे ठीक है ठीक
है ठीक है पक्का अब चलोगे भी अंदर तुम्हें
नहीं लगता कि तुमने आज काफी खरीददारी की
है मुझे तो और भी करनी थी पर सोचा आज के
लिए इतना काफी है
मुझे तो लगा कि तुम थोड़ी देर बाद मुझसे
पैसे मांगने लगोगे अरे वो तो मैं बोल ही
गया था मजाक कर रहा हूं फिर कभी आएंगे आज
सच में बहुत मजा आया वैसे घर वाले अपने
लिए तोहफे देखकर बहुत खुश हो
जाएंगे खरीदारी तो हो गई भाई अब पेट में
चूहे दौड़ रहे हैं चलो कुछ खा लेते हैं
ठीक है चलो वही खा लेते
हैं खाना कितना अच्छा था मेरा तो पेट फुल
भर गया है रोजाना कैंटीन का वह बेस्वाद
खाना खाकर मेरा मुंह भी बेस्वाद हो गया था
आज कुछ स्वादिष्ट खाकर दिल को सुकून मिला
रोज ऐसा खाने को मिले क्या मजा आ जाए
कैंटन का खाना तो ठीक ही होता है आज का
खाना उससे ज्यादा स्वादिष्ट था मानना
पड़ेगा उस दिन से सुरेश कई बार बाजार जाता
खरीदारी के लिए और साथ-साथ बाहर से ही
खाना खाकर आता सुरेश तू कल शाम को कैंटीन
में खाने को नहीं आया मैंने बहुत देर तक
तेरा इंतजार किया फिर किसी ने कहा कि तू
बाजार गया है अभी कुछ दिन पहले ही तो तू
बाजार गया था कल फिर से क्यों गया अरे कुछ
दिन पहले जब मैं बाजार गया था ना तो वहां
एक बहुत बढ़िया जूते देखे थे पर मैं ले
नहीं पाया और अब जब तनख्वा आ गई तो कल ही
मैंने वह जूते खरीद लिए देख आज मैं पहन कर
भी आया हूं हां यार यह तो बहुत महंगे लगता
है लग कैसे रहे आजकल ना मार्केट में बहुत
चल रहे हैं ज्यादातर लोग यही जूते खरीद
रहे हैं हम लेकिन तुम्हारे पास तो जूते
हैं ना तो फिर यह नए जूते क्यों अरे
क्योंकि यह आजकल ट्रेंड में चल रहा है
छोड़ो तुम नहीं समझोगे लेकिन तुम अपनी
सारी कमाई बेफिजूल की चीजों में खर्च कर
रहे हो बेफिजूल कहा जूते ही तो लिए हैं और
एक आद सामान
बस कुछ दिनों बाद अरे वहां के छोले पूरी
इतने अच्छे थे इतने अच्छे थे क्या बताऊ सच
में क्या बता रहे हो जरा हमें भी बताओ कल
ना मैं बाजार गया हुआ था वहां मैंने छोले
परुरे खाई बहुत ज्यादा स्वादिष्ट था तू कल
फिर बाजार गया था तुझे नहीं लगता तू कुछ
ज्यादा ही बाजार जाने लगा है और बे फसूल
की चीजों में अपनी कमाई उड़ा रहा है अरे
तू फिर से शुरू हो गया तुझे इतनी दिक्कत
क्यों हो रही है तू तो ऐसे बोल रहा है
जैसे तेरी कमाई उड़ा रहा हूं अरे अपनी
कमाई से तो खा रहा हूं ना लेकिन अगर तू
अपनी सारी कमाई ऐसे ही उड़ाता रहा तो अपने
घर वालों को क्या भेजेगा उसकी चिंता करने
की जरूरत तुम्हें नहीं है बड़ा आया मुझे
भाषण देने
वाला उसके बाद से सुरेश राम से दूर रहने
लगा कुछ महीनों बाद दोनों अपने घर जाते
हैं अरे तुमने सविता का घर देखा उसने
कितना शानदार घर बनवाया है हां हां मैंने
देखा जैसा मकान शहरों में देखने को मिलता
है ना मैंने सुना है उसका बेटा राम शहर
में नौकरी करता है उसी की वजह से वहां एक
पक्का मकान बनवा पाए अब हर किसी की किस्मत
सविता की तरह थोड़ी ना है इतना मेहनती
बेटा नहीं तो काम तो सुरेश भी वही करता है
पर क्या करें उसने अपनी सारी कमाई फिजूल
की चीजों में खर्च कर दी दूर से सुरेश सब
बातें सुन रहा होता है काश मैंने तब राम
की बात मान ली होती तो आज यह सब सुनना
नहीं पड़ता अब पछताने से क्या फायदा दोस्त
तुम अपना पैसा फिजूल चीजों में बहा चुके
हो
Ghum Hai Kisikey Pyaar Meiin - Watch Episode Download video
Comments
Post a Comment