2024 मे महाविनाश संत अच्युतानंद दास की ताड़ के पत्तों पर लिखी भविष्यवाणी_ Bhavishya malika_transcript
अच्युतानंद भविष्य मालिका 500 वर्ष पूर्व
अच्युतानंद महाराज की लिखी पुस्तक भविष्य
मालिका की भविष्यवाणियां वायरल हो रही हैं
उड़ीसा में अच्युतानंद जी को दिव्य
शक्तियों से संपन्न बहुत बड़ा योगी और संत
माना जाता है उन्होंने यह भविष्यवाणियां
ताड़ के पत्रों पर लिखी थी आओ जानते हैं
कुछ खास भविष्यवाणियां भविष्यवाणियों के
कुछ खास बिंदु उनकी भविष्यवाणियों में
कलयुग में अकाल युद्ध विस्फोट भूचाल
महामारी के साथ ही देशों के भविष्य को
लेकर भी भविष्यवाणियां हैं उन्होंने भारत
अमेरिका और रूस को लेकर भी भविष्यवाणी की
है उन्होंने ऐसे संकेत दिए हैं जिससे यह
पता चल सके कि यह भविष्यवाणियां कब घटित
होने वाली हैं उन्होंने जगन्नाथ मंदिर से
जुड़ी भविष्यवाणियों के आधार पर ही विश्व
की घटनाओं का उल्लेख किया है अच्युतानंद
महाराज जी ने कलयुग के अंत
और इस काल में घटने वाली घटनाओं का भी
जिक्र किया है यूरोप की लगभग सभी आबादी
नष्ट हो जाएगी कुछ समय के बाद अमेरिका
पानी में डूब जाएगा अंत में रूस सफलता
प्राप्त करेगा विजय रूस को आगामी अवतार वश
में करेगा लोग कीट पंतग की तरह मरेंगे और
विश्व की जनसंख्या 64 करोड़ ही रह जाएगी
चीन तबाह हो जाएगा रूस हिंदू राष्ट्र बन
जाएगा भारत का अंतिम राजा ऐसा होगा जिसकी
कोई संतान नहीं होगी वह एक योगी पुरुष
होगा वर्तमान में नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री हैं जिसकी कोई संतान नहीं है
और वह एक योगी पुरुष है भविष्य मालिका के
अनुसार 2025 के बाद का समय एक विभीषिका के
समान होगा वही लोग बचेंगे जो सत्य और धर्म
के मार्ग पर चलेंगे भारत के संदर्भ में
कन्नड़ में लिखी भविष्यवाणी के अनुवाद में
यह कहा जाता है कि छह और सात का जोड़ 13
होता है और इसी में 13 और मिलाने से 26
अंक आता है इसी 26 अंक के माध्यम से
अच्युतानंद दास ने भारत पर होने वाले हमले
के बारे में भविष्यवाणी की है इस्लामिक
देश हमला करेंगे और तबाही होगी शनि जब मीन
राशि में प्रवेश करेंगे मार्च साल 2025
में शनि कुंभ से निकलकर मीन राशि में जाने
वाले हैं तब भारत पर संकट के बादल छाएंगे
शनि के मीन में जाने से वह वहां ढाई वर्ष
तक रहेगा भविष्यवाणी के अनुसार एक संत के
हाथों में होगी देश की बागडोर जो अविवाहित
होगा भारत पर चीन और मुसलमान मिलकर आक्रमण
करेंगे इसी भविष्यवाणी के संदर्भ में कहा
जाता है कि यदि भारत पर कोई हमला होता है
तो उस समय देश की बागडोर नरेंद्र मोदी या
योगी आदित्यनाथ के हाथों में होगी जगन्नाथ
पुरी को जोड़ने वाले एक राष्ट्रीय मार्ग
का निर्माण होगा उड़ीसा का अंतिम राजा एक
बालक वृद्ध होगा यानी बाल बुद्धि होगा
पुरी के अंतिम राजा गजपति महाराज होंगे
वर्तमान में यही है भगवान जगन्नाथ के धाम
पूरी मंदिर के ऊपर से पत्थर नीचे गिरेंगे
और मंदिर का ध्वज कई बार गिरेगा वर्तमान
में ध्वज जलने और गिरने की घटना हुई थी
समुद्र का जल स्तर इतना बढ़ जाएगा कि अंत
में भगवान जगन्नाथ के विग्रह को दूसरे
स्थान पर ले जाया जाएगा इस दौरान
प्राकृतिक आपदा के चलते भारतवर्ष में
नीलांचल जगन्नाथ पुरी समुद्र के गर्भ में
विलीन हो जाएगा बुजुर्गों और शिक्षकों का
निरादर होगा वहीं पाखंडी लोग धर्म गुरु
बनकर लोगों को छलेंगे भविष्य में लोगों के
मन में धर्म
संवेदनशीलता प्रेम और संस्कार खत्म हो
जाएंगे नेक और धार्मिक भक्तों का मजाक
उड़ाया जाएगा धीरे-धीरे आस्तिक की संख्या
घटेगी और यह दुनिया आस्त तिको और
नास्तिकों के बीच विभाजित हो जाएगी इंसान
व्यभिचारी हो जाएंगे पुरुष का पुरुष से और
महिला का महिला से अप्राकृतिक संबंध बनेगा
इंसान के घर पर जानवरों पर हमला होगा आए
दिन इंसान और जानवरों में भिड़ी होते हुए
देखेंगे प्राकृति आपदाएं तबाही मचाएगी
विचित्र महामारी और बीमारियां से जनता
त्रस्त रहेगी हवाएं लोगों को बहुत परेशान
करेगी महंगाई इतनी बढ़ जाए
कि जनता सड़क पर आंदोलन करेगी वर्तमान में
यही सब कुछ हो रहा है कलयुग के अंत के समय
जीवन देने वाला सूर्य जीवन लेने वाला बन
जाएगा महा गुुप पद्म कल्प के अनुसार भगवान
जगन्नाथ अपने हाथ में 12 हाथ की खड़ग लेकर
पूरी धरती पर भ्रमण करके समस्त मलेच्छ
लोगों को संहार करेंगे जब सभी का संहार हो
जाएगा तभी कलयुग का अंत हो जाएगा भगवान
कल्कि का जन्म संभल ग्राम में हो होगा
संभल ग्राम उत्तर प्रदेश में भी है और
उड़ीसा में भी है कलक भगवान का नाम चक्रम
ि या चक्रधर होगा उनके पिता का नाम विष्णु
शर्मा होगा कौन है अच्युतानंद कहा जा रहा
है कि संत अच्युतानंद चैतन्य महाप्रभु के
मित्र थे वह आध्यात्मिकता और साहित्य पंच
सखा अच्युतानंद दास अनंत दास जसवंत दास
जगन्नाथ दास और बलराम दास के प्रसिद्ध
पांच मित्रों में से एक थे जिन्होंने उशा
के लोगों के लिए प्राचीन हिंदू संस्कृत
ग्रंथों को ओढ़िया भाषा में ट्रांसलेट
किया था उन्होंने कई विषयों पर किताबें
लिखी हैं संत के बारे में कहा जाता है कि
उनकी पुस्तक में उनके अनेक जन्मों का
विवरण भी है सतयुग में वे एक महर्षि थे
त्रेता में नल नामक वानर बनकर उन्होंने
श्रीराम की सेवा की और द्वापर में सुदामा
बनकर उन्होंने श्री कृष्ण की भक्ति की
वहीं कलयुग में अच्युतानंद दास बनकर श्री
कृष्ण जी की भक्ति के प्रचार में सहयोग
किया कहते हैं कि अच्युतानंद महाराज जन्म
से गोपाल यादव थे अच्युतानंद का जन्म
उड़ीसा के तिलका नाम के एक गांव में हुआ
था उस समय गजपति राजा पुरुषोत्तम देवा थे
उनके काल को विद्वानों द्वारा
1480 और
15505 के बीच कहीं माना जाता है उनकी माता
का नाम पद्मावती और पिता का नाम बंधु
खुटिया था उनके दादा गोपीनाथ मोहंती
जगन्नाथ मंदिर में एक मुंशी थे भविष्य
मालिका लोगों का मानना है कि उन्होंने
अपनी सभी पुस्तकें अपनी योग्य शक्ति से
लिखी है कहा जाता है कि उड़ीसा में एक लाख
मालिका की पुस्तकें हैं लेकिन इस समय
सैकड़ों पुस्तकों की ही जानकारी लोगों को
है हालांकि यह सभी पुस्तकें जगन्नाथ पुरी
के महंतों के अधिकार में है हिंदू धर्म
में ब्रह्मा और विष्णु पुराण की कई
मान्यताएं हैं पुराणों के मुताबिक माना
जाता है कि कलयुग खत्म होने के बाद दुनिया
समाप्त हो जाएगी विष्णु पुराण में ऐसी कई
परिस्थितियां लिखी हुई हैं जिनसे पता चल
जाएगा कि सृष्टि अपने अंत के करीब है आइए
आपको बताते हैं कि गरुड़ पुराण के मुताबिक
जब कलयुग का अंत होगा तो सृष्टि में किस
तरह के बदलाव आएंगे कलयुग ऐसा चिन्ह जिससे
पता चलता है कि सृष्टि का अंत नजदीक है
हिंदू धर्म के मुताबिक जीवन चक्र चार अवधि
हों में चलता है सतयुग त्रेता युग द्वापर
युग और कलयुग ऐसा माना जाता है कि हर अवधि
को पूरा करने के बाद दुनिया का नाश हो
जाता
है कर्म धर्म का तराजू इसके अनुसार हर युग
में धर्म और कर्म की पवित्रता खत्म होती
जाती है ब्रह्म और विष्णु पुराण के
मुताबिक इंसान खुद ही सृष्टि के विनाश का
कारण बनेगा पवित्र त्रिदेव की तस्वीर
हिंदू धर्म के मुताबिक कुछ चीजें पहले
पहले से ही तय कर ली गई है जैसे भगवान
विष्णु सृष्टि को शुरू और भगवान शिव
सृष्टि को खत्म करने का उत्तर दायित्व
निभाते हैं पुराण ब्रह्म पुराण विष्णु
पुराण और भविष्य पुराण की भविष्यवाणियों
से लेकर गरुड़ पुराण में कर्म और उनके
परिणाम तक बहुत कुछ हमारे सामने लाया जा
चुका है लेकिन यह भविष्यवाणियां सुनकर
शायद आप बिल्कुल चौक जाएं कलयुग समय चक्र
बताया जाता है कि कलयुग सबसे आखिरी युग है
इस लिए हमें अपने सभी कर्मों का फल इसी
युग में भुगतने पड़ेंगे जब कलयुग की
समाप्ति होगी तो निश्चित रूप से चौकाने
वाली चीजें धरती पर घटित हो रही होंगी
बेमौसम बारिश आंधी तूफान जल संकट यह सब
इसका संकेत भी है जीवन काल छोटा होगा इसके
अनुसार जैसे-जैसे कलयुग अंत की ओर बढ़ेगा
मनुष्य का जीवन काल घटकर मात्र 12 साल तक
रह जाएगा और कलयुग में मनुष्य की लंबाई
5.5 फीट बताई गई है भगवान कल्कि का अवतार
होगा ब्रह्मा और विष्णु पुराण में यह भी
लिखा हुआ है कि एक वक्त ऐसा आएगा जब यह
सृष्टि नफरत और भयानक कृत्यों में लिप्त
हो जाएगी हर तरफ बस युद्ध का माहौल होगा
तब पृथ्वी पर भगवान विष्णु कल्कि का अवतार
लेकर जन्म लेंगे तब भगवान कल की अधर्म का
नाश करने के लिए और धर्म की पुनर स्थापना
के लिए युद्ध करेंगे भावनाएं मर जाएंगी
पृथ्वी जब विनाश के करीब होगी तब हर जगह
का पानी रहस्यमय तरह से सूखने लगेगा इसके
अलावा किसी के भीतर भावनाएं नहीं रह
जाएंगी मां बाप गुरु किसी के लिए भी
मनुष्य के दिल में कोई भावना नहीं रहेगी
पैसे का मोह बढ़ जाएगा लोगों के लिए पैसा
इतना जरूरी हो जाएगा कि उसके लिए वह किसी
का भी खून करने को तैयार हो जाएगा गंगा
नदी उल्टी बहेगी कलयुग के 5000 साल बाद
पवित्र गंगा नदी उल्टी बहने लगेगी और वापस
बैकुंठ लौट जाएगी माना जाता है कि कलयुग
के 10000 साल बाद सभी देवी देवता पृथ्वी
पर पवित्र स्थान छोड़कर जाने लगेंगे धरती
बंजर हो जाएगी कलयुग का अंत आते-आते
पृथ्वी पूरी तरह बंजर हो जाएगी ना धरती पर
फिर कोई फसल उग पाएगी और ना ही फूलों से
धरती लहलहा पाएगी पृथ्वी पर रहने वाले जीव
जंतु तक निर्जीव हो जाएंगे मानवता नष्ट हो
जाएगी कलयुग के 20 हज साल बाद मानवता की
निर्मम हत्या होने लगेगी पैसे और सत्ता के
लिए मां बेटे तक एक दूसरे के विनाश का
कारण बनने लगेंगे सभी एक दूसरे के खून के
प्यासे हो
जाएंगे आतंकवाद बढ़ता जाएगा आतंकवाद अपने
चरम पर होगा दुनिया क्रोध और नफरत से जल
रही होगी तब भगवान विष्णु कल की अवतार
लेकर धरती पर जन्में माना जाता है कि वह
1000 हाथी के जोड़ों से भी ज्यादा ताकतवर
होंगे और वह पृथ्वी को आजाद कराने में तीन
दिन का वक्त लेंगे 12 सूर्य उगेंगे कलयुग
के आखिरी पाच साल में पृथ्वी पर मूसलाधार
बारिश होगी कलयुग की आखिरी रात सबसे लंबी
होगी जिसके बाद 12 सूरज उगेंगे और तब तक
चमके गए जब तक वह धरती का सारा पानी सोख
नहीं लेते यहां 12 सूर्य का मतलब पृथ्वी
के बढ़ते तापमान से लिया जा सकता है आपकी
इस भविष्य मालिका की भविष्यवाणियां के
बारे में क्या राय है हमें जरूर बताएं
वीडियो को लाइक और अपने दोस्तों के साथ
शेयर करना ना भूले
Comments
Post a Comment